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कोलकाता आग हादसा: कुछ शवों की पहचान के लिए डीएनए जांच कराने पर विचार

न्यू कोइलाघाट बिल्डिंग हादसे में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर नौ हो गई। मृतकों में से अधिकतर वह हैं जिन्होंने आग पर काबू पाने का सबसे पहले प्रयास किया। इनमें अग्निशमन दल के चार कर्मी, हरे स्ट्रीट पुलिस थाने में तैनात एक सहायक उप निरीक्षक और एक आरपीएफ कर्मी शामिल है।
कोलकाता आग हादसा
फोटो साभार : प्रभा साक्षी

कोलकाता: कोलकाता के स्ट्रैंड रोड पर स्थित एक बहुमंजिला इमारत में लगी आग की घटना में मारे गए नौ लोगों में से कुछ के शव इतनी बुरी तरह जल गए हैं कि उनकी पहचान नहीं की जा सकती और डॉक्टर उनकी शिनाख्त करने के लिए डीएनए जांच कराने का विचार कर रहे हैं।

अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि तड़के एक लिफ्ट में दो और शव पाए गए जिसके बाद न्यू कोइलाघाट बिल्डिंग हादसे में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर नौ हो गई।

अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में से अधिकतर वह हैं जिन्होंने आग पर काबू पाने का सबसे पहले प्रयास किया। इनमें अग्निशमन दल के चार कर्मी, हरे स्ट्रीट पुलिस थाने में तैनात एक सहायक उप निरीक्षक और एक आरपीएफ कर्मी शामिल है।

राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अग्निशमन विभाग के गिरीश डे, गौरव बेज, अनिरुद्ध जना और बिमान पुरकायत की हादसे में मौत हुई।

अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, “दो शवों की पहचान होना बाकी है। हमने उन्हें शव परीक्षण (ऑटोप्सी) के लिए भेज दिया है।”

अधिकारियों ने बताया कि पहले मिले सात शव भी लिफ्ट में ही पाए गए थे।

इमारत की 13वीं मंजिल पर सोमवार शाम छह बजकर 10 मिनट पर आग लग गई थी जहां पूर्व रेलवे और दक्षिण पूर्वी रेलवे के कार्यालय स्थित हैं।

एक अधिकारी ने कहा कि तेजी से काम करने की विशेष अनुमति मिलने के बाद एसएसकेएम अस्पताल में सात शवों के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है।

अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि सात में से कुछ शव इतनी बुरी तरह जल गए हैं कि मृतकों के परिजन उन्हें पहचान नहीं पा रहे हैं जिसके बाद डॉक्टर डीएनए जांच कराने पर विचार कर रहे हैं।

इस बीच अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेते हुए घटना के संबंध में एक मामला दर्ज किया है और अग्निशमन विभाग ने हादसे की जांच के लिए समिति गठित की है।

उन्होंने कहा कि पूर्व रेलवे ने भी उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं जो प्रधान मुख्य सुरक्षा अधिकारी जयदीप गुप्ता की अध्यक्षता में की जाएगी।

पुलिस ने बताया कि हादसे में मारे गए रेलवे कर्मियों की पहचान आरपीएफ कांस्टेबल संजय साहनी, उप मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक पार्थसारथी मंडल और वरिष्ठ तकनीशियन सुदीप दास के रूप में की गई है।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोलकाता पुलिस के फोरेंसिक विभाग का एक दल आग लगने के कारणों का पता लगाने के लिए सुबह घटनास्थल पर पहुंचा।

आग लगने की घटना पर राष्ट्रपति कोविंद ने दुख प्रकट किया

नयी दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कोलकाता में आग की घटना में मारे गए लोगों के प्रति दुख प्रकट किया है।

राष्ट्रपति कोविंद ने ट्वीट किया, “कोलकाता में एक इमारत में लगी आग की घटना से जो पीड़ा हुई उसे शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता। मृतकों के दुखी परिजन के प्रति गहरी संवदेना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”

प्रधानमंत्री ने शोक जताया, अनुग्रह राशि को मंजूरी दी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘कोलकाता में आग की घटना से हुए जान एवं माल के नुकसान से दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ट्वीट कर यह जानकारी भी दी कि प्रधानमंत्री ने इस घटना के मद्देनजर अनुग्रह-राशि की भी मंजूरी दी है।

पीएमओ ने ट्वीट किया,“प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोलकाता में आग लगने की दुखद घटना के कारण जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह-राशि की मंजूरी दी है। गंभीर रूप से घायल लोगों को 50,000-50,000 रुपये दिए जाएंगे।’’

रेल मंत्री ने आग की घटना के जांच के आदेश दिए

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कोलकाता में पूर्वी रेलवे के कार्यालय की एक इमारत में लगी भीषण आग की घटना के कारण का पता लगाने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है।

गोयल ने सोमवार देर रात ट्वीट किया, ‘‘ कोलकाता में पूर्वी रेलवे स्ट्रेंड रोड कार्यालय में लगी आग की घटना में मारे गए दमकल विभाग के चार कर्मियों, दो रेलवे कर्मियों और पुलिस के एक एएसआई सहित नौ लोगों के परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।’’

उन्होंने लिखा, ‘‘ रेलवे अधिकारी और जीएम मौके पर मौजूद हैं और राहत एवं बचाव कार्य में राज्य सरकार की मदद कर रहे हैं। हम सभी प्रभावित लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’

उन्होंने कहा कि आगजनी की इस दुखद घटना के दौरान रेलवे राज्य सरकार को हर संभव मदद मुहैया कराएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘आग लगने के कारण का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।’’

घटनास्थल पर पहुंचीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की कि राज्य सरकार मृतकों के परिजन को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा और प्रत्येक मृतक के एक निकट परिजन को सरकारी नौकरी देगी।

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