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पुरानी पेंशन बहाली आज देशभर में सरकारी कर्मचारियों के लिए सबसे बड़ा मुद्दा है- विजय कुमार बंधु

 "फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे" (FANPSR) और नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (NMOPS) रेलवे कर्मचारियों के बीच पुरानी पेंशन बहाली के लिए संघर्षरत हैं। हमारा लक्ष्य है लोकसभा चुनाव से पहले किसी भी कीमत पर पुरानी पेंशन बहाल कराना।"
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पुरानी पेंशन की बहाली पूरे देश में सरकारी कर्मचारी की एक बड़ी मांग रही है। इसको लेकर देश के हर राज्य में छोटे बड़े आंदोलन होते रहे हैं। इसी कड़ी में लखनऊ में रविवार 25 दिसंबर को जन कंवेशन का आयोजन किया गया।
 
इस जन कंवेंशन के मुख्य अतिथि एनएमओपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मा. विजय कुमार बंधू ने कहा कि आज पुरानी पेंशन बहाली देशभर में सरकारी कर्मचारियों के लिए सबसे बड़ा मुद्दा है। हिमाचल की नई सरकार ही पुरानी पेंशन के मुद्दे पर बनी है।

फ़्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे (FANPSR) के राष्ट्रीय महासचिव राजेंद्र पाल ने कहा कि "फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे" रेलवे कर्मचारियों के बीच नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (NMOPS) के साथ मिलकर पुरानी पेंशन बहाली के लिए संघर्षरत है। हमारा लक्ष्य है लोकसभा चुनाव से पहले किसी भी कीमत पर पुरानी पेंशन बहाल कराना।

जन कंवेंशन में "नेशनल मूवमेंट टू सेव रेलवे" (NMSR) के राष्ट्रीय प्रचार सचिव डॉ कमल उसरी ने कहा कि भारतीय रेलवे जिन आम जनता को तमाम सुविधाएं देती है उस आम अवाम की भागीदारी के साथ रेलवे के निजीकरण के खिलाफ लड़ाई को जनता की लड़ाई बनाकर निजीकरण को रोकेंगे,

वक्ताओं ने कहा जब देश में कोविड संकट के समय सब कुछ बंद था, तब हम सभी रेलवे कर्मचारी हजारों की संख्या में शहादत देते हुए देश हित में ऑक्सीजन, दवाएं, खाद्य सामग्री सहित जरूरी सामान देश के एक कोने से दूसरे कोने तक पहुंचाया, लेकिन हमारे बुढ़ापे का सहारा पुरानी पेंशन सरकार द्वारा हमसे छीन ली गई है। इसीलिए  FANPSR/NMOPS के नेतृत्व में पुरानी पेंशन बहाली के लिए हम लोग शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक तरीके से लगातार संघर्ष जारी किए हुए हैं। आज पुरानी पेंशन बहाली एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया है। राजस्थान,छत्तीसगढ़, झारखंड, पंजाब में बहाली के बाद भाजपा का हिमाचल प्रदेश में हार का मुख्य कारण पुरानी पेंशन बहाली रही है।

जन कन्वेन्शन में रेलवे कार्यरत  सभी केटेगरी के एसोसिएशन–एलरसा, आस्मा, गार्ड कॉउन्सिल, ट्रेकमेंटर, एस एन टी, सिंगल, वर्कशॉप, इंजीनियरिंग, टिकट चेकर्स, कमर्शियल, पर्सनल इत्यादि–ने अपनी पूरी ताक़त और ऊर्जा उत्साह के साथ भागीदारी दी, जिसमें एमसीएफ रायबरेली, उत्तरीय रेलवे व पूर्वोत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे में कार्यरत हजारों रेलवे कर्मचारियों के साथ राज्य व केंद्रीय कर्मचारियों ने भी भागीदारी दी।

जन कन्वेंशन में मुख्य रूप फ़्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अखिलेश कुमार यादव, इंडियन रेलवे इम्प्लाइज फेडरेशन राष्ट्रीय अध्यक्ष कॉम मनोज पाण्डेय, एनआरईयू केंद्रीय अध्यक्ष नर सिंह कुमार व महामंत्री किशन कुमार, एनईआर मेंस कॉग्रेस अध्यक्ष अखिलेश पाण्डेय, संजय तिवारी, डॉ नीरज पति त्रिपाठी, मनीष हरिनंदन, भरत राज, भारत सिंह, हरिकेश, राकेश कुमार, एआईआरटीयू से राकेश कुमार वर्मा, राघवेंद्र सिंह, रूपेश कुमार, अजय कुमार सरोज, सुनील वर्मा,अमित केशरी, राम फूल मीणा, राजकुमार, रामेंद्र श्रीवास्तव, नरेंद्र यादव, भारत सिंह, विजय प्रताप यादव, एलरसा से एस एस हांडा, गार्ड कॉउंसिल अनिल कुमार, अजय कुमार, एस सी /एस टी एसोसिएशन एस सी गौतम, ओबीसी एसोसिएशन डी एस आर्य इत्यादि शामिल रहे।

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