सारे सुख़न हमारे: ...वो सुब्ह हमीं से आएगी
कहते हैं कि उम्मीद पर दुनिया कायम है...लेकिन इसी उम्मीद को जगाकर चालाक लोग अक्सर दूसरों को ठग भी लेते हैं। जैसे ‘अच्छे दिन’ की उम्मीद बहुत बुरी साबित हुई…। ख़ैर, उम्मीद तो छोड़ी नहीं जा सकती...और इसी उम्मीद पर कायम है 'सारे सुख़न हमारे' का यह एपिसोड।
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