Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

यूएसः जॉर्ज फ्लॉयड की पीठ को घुटने से दबाने वाले पूर्व पुलिस अधिकारी को साढ़े तीन साल की जेल

क्वेंग ने 25 मई 2020 को फ्लॉयड की पीठ को उस समय घुटने से दबाए रखा था, जब एक अन्य पुलिसकर्मी उनकी गर्दन पर अपना घुटना रखे हुए था। इस दौरान सांस लेने में तकलीफ़ होने और दम घुटने के कारण फ्लॉयड की मौत हो गई थी।
 George Floyd death
फ़ोटो साभार: HT

अमेरिका में अफ़्रीक़ी मूल के जॉर्ज फ्लॉयड की पीठ को घुटने से दबाने वाले मिनियापोलिस के पूर्व पुलिस अधिकारी जे एलेक्जेंडर क्वेंग को शुक्रवार को साढ़े तीन साल की जेल की सज़ा सुनाई गई।

क्वेंग ने 25 मई 2020 को फ्लॉयड की पीठ को उस समय घुटने से दबाए रखा था, जब एक अन्य पुलिसकर्मी उनकी गर्दन पर अपना घुटना रखे हुए था। इस दौरान सांस लेने में तकलीफ़ होने और दम घुटने के कारण फ्लॉयड की मौत हो गई थी। घटना का वीडियो सामने आने के बाद अमेरिका में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन हुए थे।

क्वेंग को अक्टूबर में सेकंड डिग्री हत्या के लिए उकसाने और उसमें सहयोग देने का दोषी क़रार दिया गया था। वह फ्लॉयड के नागरिक अधिकारों का उल्लंघन करने के लिए पहले ही संघीय सज़ा काट रहा है। उसे ओहायो की एक जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अदालत में पेश किया गया।

ग़ौरतलब है कि 25 मई 2020 को पूर्व पुलिस अधिकारी डेरेक शॉविन ने फ्लॉयड की गर्दन को क़रीब नौ मिनट तक अपने घुटने से दबाए रखा था, जिसके कारण उनकी मौत हो गई थी।

इस मामले की सुनवाई के दौरान क्वेंग ने स्वीकार किया था कि उसने फ्लॉयड की पीठ को कसकर पकड़ रखा था और वह अपने अनुभव और पुलिस प्रशिक्षण की बदौलत जानता था कि हथकड़ी लगे व्यक्ति को इस स्थिति में पकड़े रहना उसके जीवन के लिए ख़तरनाक साबित हो सकता है।बता दें कि अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत की वजह से बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए थे। इसमें कई लोगों की मौत हो गई थी वहीं हज़ारों की संख्या में लोगों को गिरफ़्तार किया गया था साथ ही अरबों डॉलर की संपत्ति को नुक़सान हुआ था। यहां तक कि व्हाइट हाउस के बाहर भारी विरोध प्रदर्शन के कारण तत्कालीन राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप को बंकर में जाना पड़ा था।

ज्ञात हो कि 25 मई 2020 को अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड को जब पुलिस ने पकड़ा और उनके गर्दन को घुटनों से दबाए रखा तो उन्होंने सांस लेने में परेशानी की बात कही थी लेकिन पुलिस ने उन्हें नहीं छोड़ा। दम घुटने से पुलिस हिरासत में उनकी मौत हो गई थी। बाद में यह वीडियो पूरे अमेरिका में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद पूरे अमेरिका में भारी प्रदर्शन शुरू हो गए थे।

एक बच्ची के पिता 46 वर्षीय अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड अफ़्रीक़ी अमेरिकी समुदाय के थे। उनका जन्म नॉर्थ कैरोलिना में हुआ था और वे टेक्सास के ह्यूस्टन में रहते थे। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, वह काम खोजने के लिए कई साल पहले मिनियापोलिस चले गए थे। जॉर्ज मिनियापोलिस के एक रेस्टूरेंट में सुरक्षा गार्ड का काम करते थे और उसी रेस्टूरेंट के मालिक के घर में किराए पर पांच साल से रहते थे।

बता दें कि फ्लॉयड की मौत के बाद यह प्रदर्शन पूरे अमेरिका में फैल गया था। वाशिंगटन डीसी, अटलांटा, फिनिक्स, डेनवर और लॉस एंजिलिस समेत 140 शहरों में ये प्रदर्शन फैल गया था। न्यूज़ एजेंसी एपी के मुताबिक़, वॉशिंगटन में व्हाइट हाउस के बाहर सैकड़ों लोग प्रदर्शन करने लगे तो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक बंकर में जाना पड़ा था।

(न्यूज़ एजेंसी भाषा व एपी के इनपुट के साथ)

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest