Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

जुनैद-नासिर कांड : यूपी के पूर्व डीजीपी ने ‘आत्महत्या की FIR’ पर उठाए सवाल!

जांच से जुड़े सूत्रों ने आरोप लगाया है कि एसयूवी के भीतर दोनों लोगों को एक बेल्ट से बांध दिया गया था और पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी गई थी।
jj

हरियाणा के भिवानी जिले के लोहारू में एक वाहन के जले हुए अवशेष नज़र आ रहे हैं, यह वही जगह है जहां दो मुस्लिम पुरुषों के शव मिले थे। राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमीका गांव के निवासी नासिर और जुनैद उर्फ 'जूना' का बुधवार को कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया था और गुरुवार सुबह उनके शव मिले थे। (फ़ोटो साभार: पीटीआई)

 

नई दिल्ली: जुनैद (32) और नासिर (25) जिनके जले हुए कंकाल 16 फरवरी को हरियाणा के भिवानी जिले के लोहारू गांव में एक सफ़ेद रंग की जली हुई बोलेरो के अंदर पाए गए थे, उनकी नृशंस हत्या के बारे में उभरती जानकारी हरियाणा पुलिस की कथित मिलीभगत की ओर इशारा करते हैं।

राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमिका गांव के निवासी चाचा और भतीजा अपने रिश्तेदार के घर जा रहे थे, जब उन्हें कथित तौर पर रास्ते में रोका गया, बेरहमी से पीटा गया और फिर वाहन के अंदर ही जलाकर मार डाला गया।

जांच से जुड़े सूत्रों ने न्यूज़क्लिक को बताया कि हो सकता है कि “जब दोनों को आग लगाई गई तब वे जीवित रहे होंगे। एक सूत्र ने आरोप लगाया, 'उन्हें एसयूवी के अंदर एक बेल्ट से बांधा गया और पेट्रोल छिड़ककर जला दिया गया। हरियाणा पुलिस उन्हे बचा सकती थी।"

मृतक के रिश्तेदारों ने आरोप लगाया है कि दोनों व्यक्ति जब भरतपुर से सीकरी गांव जा रहे थे, तब बजरंग दल से जुड़े गो-रक्षकों ने उन्हें रास्ते में रोका, और उन्हें मारने से पहले गाय तस्करी के संदेह पर उनसे पूछताछ की गई।

“जुनैद और नासिर 15 फरवरी को सुबह करीब 5 बजे एक बोलेरो में घर से निकले थे, जिसे उन्होंने एक हसीन नमक व्यक्ति से एक दिन पहले उधार लिया था। जब उनके परिवार के लोगों ने उन्हें फोन किया, तो उनके सेल फोन बंद थे।" इस्माइल (56), उनके एक रिश्तेदार, जिन्होंने 15 फरवरी को गोपालगढ़ पुलिस स्टेशन में अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी, ने न्यूज़क्लिक को उक्त बात बताई।


इस्माइल ने आगे बताया, “जब उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली, तो हमने सुबह 9 बजे के आसपास उनकी तलाश शुरू की। हम पिराकू गांव में एक चाय की दुकान पर रुके, जहां एक आदमी ने हमें बताया कि उसने सुबह 6 बजे के आसपास लोगों के एक समूह को दो लोगों को बेरहमी से पीटते हुए और फिर उन्हें एक बोलेरो में बहुत गंभीर हालत में ले जाते हुए देखा था।”

इस्माइल, जो उनकी तलाशी का नेतृत्व कर रहे थे ने दावा किया कि जिस जगह उस आदमी ने कथित तौर पर उन दोनों के साथ मारपीट करते हुए देखा था, वहीं वाहन के शीशे के टूटे हुए टुकड़े पाए गए थे।

इस्माइल ने बताया कि मौके पर मौजूद लोगों ने उन्हें जानकारी दी कि हमलावर मोनू मानेसर, लोकेश सिंगला, रिंकू सैनी, श्रीकांत और अनिल थे-जो बजरंग दल के गौरक्षा दस्ते से ताल्लुक रखते थे।

सुराग मिलने के बाद इस्माइल और उसके साथ गए अन्य लोगों ने इलाके में मौजूद अपने रिश्तेदारों और परिवार के अन्य सदस्यों को खोजबीन में मदद करने और कोई भी जानकारी मिलने पर उसे तुरंत साझा करने के आग्रह किया।
इस्माइल के अनुसार, घाटा शमशाबाद गांव के पूर्व सरपंच दीनू को फिरोजपुर झिरका (हरियाणा-राजस्थान सीमा के पास) में पुलिस ने सूचित किया कि जुनैद और नासिर को बजरंग दल के लोग 15 फरवरी की सुबह पुलिस स्टेशन लाए थे। 
वे चाहते थे कि पुलिस जुनैद और नासिर को हिरासत में ले और उनके खिलाफ मामला दर्ज करे लेकिन पुलिस ने इनकार कर दिया।

पुलिस ने दोनों को अस्पताल ले जाने और उन्हें वहां लाने वाले हमलावरों को गिरफ्तार करने के बजाय बजरंग दल के कथित गुंडों से उन्हें अस्पताल ले जाने को कहा।

इस्माइल और अन्य लोग इलाके के सभी स्थानीय अस्पतालों में गए लेकिन जुनैद और नासिर नहीं मिले।

इसके बाद, इस्माइल ने गोपालगढ़ पुलिस स्टेशन में एक FIR दर्ज कराई जिसमें घटनाओं के क्रम और पांच हमलावरों का नाम लेते हुए उन्हें मिले सुरागों का विवरण दिया गया।

सूत्रों के अनुसार, फिरोजपुर झिरका (हरियाणा नूंह का जिला) के निवासी और पेशे से ड्राइवर सैनी ने FIR में आरोपों की पुष्टि की, जिसे भरतपुर पुलिस ने 17 फरवरी को गिरफ्तार किया था।

सूत्रों ने दावा किया कि रिंकू ने "निरंतर पूछताछ" के दौरान "कई खुलासे" किए। उसने और उसके साथियों ने एसयूवी को रोका और गौ-तस्करी के संदेह में जुनैद और नासिर से पूछताछ शुरू कर दी। एसयूवी में गाय नहीं होने के बावजूद उन्होंने दोनों को बुरी तरह पीटा और उन्हें यह कबूल करने पर मजबूर किया कि उनके पास गायें हैं।

सूत्रों ने दावा किया कि हरियाणा पुलिस ने जुनैद और नासिर को पीटने के आरोप में न तो रिंकू और उसके साथियों को गिरफ्तार किया और न ही दोनों को अस्पताल ले गई।

सूत्रों के मुताबिक, “नशे में धुत रिंकू सैनी और उसके साथी, नासिर और जुनैद को मरा हुआ समझकर साथ ले गए और कहीं न कहीं उन्हे यह एहसास होने लगा कि अगर किसी को उनके अपराध के बारे में पता चला, तो वे मुश्किल में पड़ जाएंगे। वे दोनों को करीब 200 किलोमीटर दूर भिवानी के लोहारु गांव ले गए। उन्हें कार के अंदर एक बेल्ट से बांध दिया गया और पेट्रोल डालकर जला दिया गया।”

वाहन की पहचान उसके चेसिस नंबर से की गई, जो आमतौर पर आग लगाने पर भी नष्ट नहीं होती है।

राजस्थान के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) उमेश मिश्रा ने मीडिया को बताया कि दोनों लोगों को आरोपियों ने हरियाणा-राजस्थान सीमा पर रोका और हरियाणा ले गए।

उन्होने बताया कि, “हम उस सटीक स्थान का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं जहां दोनों को आरोपियों ने रोका था। शव के जले हुए अवशेषों को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। आगे की जांच चल रही है। एक लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है और बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमों का गठन किया गया है।”

फ़िरोज़पुर झिरका पुलिस स्टेशन के किसी भी पुलिस-कर्मी ने इस आरोप पर टिप्पणी नहीं की कि पीड़ितों को बजरंग दल के लोगों द्वारा वहां लाया गया था।
नूंह के पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला ने मीडिया के हवाले से कहा कि राजस्थान पुलिस, मामले को सुलझाने की कोशिश कर रही है और अगर नूंह का कोई पुलिस अधिकारी जांच में दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

चौंकाने वाली बात यह है कि राजस्थान पुलिस द्वारा अपहरण और हत्या के आरोपों के तहत आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद भी, हरियाणा पुलिस ने आत्महत्या की FIR दर्ज की और दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 174 (पुलिस जांच और आत्महत्या पर रिपोर्ट आदि) के तहत कार्रवाई शुरू की है।

उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी बिक्रम सिंह ने कहा कि दोनों राज्यों की पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में "गंभीर खामियां" हैं।

सिंह ने न्यूज़क्लिक को बताया कि, "राजस्थान पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपहरण की पहली शिकायत दर्ज किए जाने के 48 घंटे बाद तक भी FIR दर्ज नहीं की थी और कोई लुकआउट नोटिस भी जारी नहीं किया गया था।" 

उन्होने आगे कहा कि, “150 किलोमीटर के इलाके में लगभग 1,200 पुलिस गश्त और चौकियां होनी चाहिए। वे उस वक़्त क्या कर रहे थे? उन्हें सक्रिय क्यों नहीं किया गया? पूरी तरह से जले हुए वाहन में जली हुई लाशें आत्महत्या कैसे हो सकती हैं? प्रथम दृष्टया यह हत्या की श्रेणी में आने वाली गैर-इरादतन हत्या हो सकती है। हरियाणा पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 174 के तहत मामला दर्ज कर अपराध को कम करने का काम किया है।”

मोहित यादव उर्फ मोनू मानेसर (28) और अन्य को गिरफ्तार करने में देरी पर सवाल उठाते हुए सिंह ने कहा कि वह यह नहीं समझ पा रहे हैं कि पुलिस अब तक आरोपी तक क्यों नहीं पहुंच पाई है, जबकि वह सोशल मीडिया पर अपने वीडियो जारी कर रहा है और न्यूज़ चैनलों को इंटरव्यू रहा है।

"मैं इस लचीली कार्रवाई को नहीं समझ पा रहा हूं। ज़ाहिर है, इस किस्म के जघन्य अपराध में कथित रूप से शामिल लोगों के प्रति उदार होना पुलिस की निष्पक्षता के बारे में एक गलत धारणा पेश करता है। हथियारों का प्रदर्शन करना, धमकियां देना और मीडिया को बाइट देना दिखाता है कि उसे कानून का कोई डर नहीं है।"


एक कथित सीसीटीवी फुटेज को जारी करते हुए मानेसर ने दावा किया है कि घटना के वक़्त वह एक होटल में ठहरा हुआ था, सिंह ने इस पर कहा कि, "अपराध के स्थान पर उसकी हाज़िरी को छिपाने के लिए इस तरह की पुख्ता व्यवस्था करना संदेह को जन्म देता है। इसलिए इसकी जांच होनी चाहिए।”

खुद के और अपने साथियों के खिलाफ लगे आरोपों का खंडन करते हुए, मानेसर ने एएनआई से कहा कि, “मेरी टीम और मेरा इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है। पुलिस को असली दोषियों का पता लगाने के लिए जांच करनी चाहिए। हमारी संस्था को इसमें घसीट कर बदनाम नहीं किया जाना चाहिए। सोशल मीडिया पर जो भी दावे फैलाए जा रहे हैं, वे बिल्कुल गलत हैं।”

जब घटना हुई, मानेसर ने दावा किया कि वह गुरुग्राम के एक होटल में ठहरा हुआ था। “हमारे पास फुटेज है। मैं दोनो पीड़ितों को नहीं जानता था और मुझे नहीं पता कि उनके साथ क्या हुआ। हम दोषियों के बारे में पता लगाने के लिए अपनी तरफ से भी इस घटना को देख रहे हैं।”

कौन हैं मोनू मानेसर?

इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने वाले मानेसर के खिलाफ हाल ही में नूंह में वारिस खान (22) नाम के एक शख्स की हत्या के संबंध में पुलिस शिकायत में नामजद किया गया था। हालांकि, पुलिस ने यह कहते हुए शिकायत को FIR में बदलने से इनकार कर दिया कि खान की मृत्यु 18 फरवरी को एक दुर्घटना में लगी चोटों के कारण हुई थी।

खान के परिवार ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि मवेशियों की तस्करी के संदेह में मानेसर के नेतृत्व में गोरक्षकों ने उनके वाहन का पीछा करते हुए उनकी पिटाई की थी। वीडियो फुटेज बाद में सामने आया जिसमें दिखाया गया कि हथियारबंद लोग घायल खान से पूछताछ कर रहे थे और उस पर हमला कर रहे थे।

मानेसर ने इन आरोपों का खंडन किया और दावा किया कि खान की मौत एक "दुर्घटना" में हुई थी। “हमें आरोपी द्वारा गाय की तस्करी किए जाने की सूचना मिली और हम मौके पर पहुंचे थे। हमने आरोपियों का एक वीडियो रिकॉर्ड किया और फिर उन्हें पुलिस को सौंप दिया था।”

मोनू मानेसर 2011 में मानेसर में बजरंग दल के जिला सह-संयोजक बन गए थे और अपने इलाके में मज़दूरों को कमरे किराये पर देकर जीविकोपार्जन करते हैं। वह जिले के गौ रक्षा बल के प्रमुख हैं।
वह एक यूट्यूब चैनल 'मोनू मानेसर बजरंग दल' भी चलाता है, जिसके 2 लाख से अधिक सबस्क्राइबर्स हैं और उसे सिल्वर प्ले बटन भी मिला है।

मोनू मानेसर और उनकी गौरक्षक टीम, अक्सर संदिग्ध पशु तस्करों का पीछा करने वाले वीडियो यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हैं। वे हिरासत में लिए गए संदिग्धों और "बचाए गए" मवेशियों की तस्वीरें भी पोस्ट करते हैं।
यह आदमी अक्सर नफ़रत भरे भाषण देता है। 4 जुलाई, 2021 को उन्होंने हरियाणा के पटौदी में हिंदू महापंचायत में हिंसा का खुला आह्वान किया था।

अपनी कार्यप्रणाली के बारे में बात करते हुए, मानेसर ने ऑल्ट न्यूज़ को बताया था कि, “हमारे काम में उन लोगों से 'टिप' लेना शामिल है जो आमतौर पर रात की पाली में काम करते हैं, जैसे सुरक्षा गार्ड और स्थानीय डेयरी कर्मचारी। एक संदिग्ध वाहन को देखते ही, मौजूद सूत्र तुरंत मेरी टीम को सतर्क कर देते हैं। हम बदले में पुलिस को सूचित करते हैं जो मौके पर पहुंचती है। ऐसे मौकों पर जब पुलिस मौके पर नहीं पहुंच पाती है, तो मेरी टीम और मैं ज़रूरी कार्रवाई करते हैं और पकड़े गए लोगों को पुलिस को सौंप देते हैं।”

अंग्रेज़ी में प्रकाशित मूल ख़बर को पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।

Charred Bodies of Junaid, Nasir: Ex-UP DGP Questions Suicide FIR

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest