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ईवीएम को लेकर डीयू और चुनाव आयोग दोनों सवालों के घेरे में

दिल्ली के मुख्य चुनाव आयुक्त के अनुसार डीयू चुनाव में EVM कहां से आयीं, आयोग को नहीं पता है। आयोग ने डूसू चुनावों के लिए कोई EVM जारी नहीं की है |
DUSU 2018

 

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव (डूसू ) 2018 ; दिनभर के ड्रामे और काउंटिंग सेंटर पर तनाव के  बाद गुरुवार रात अंतत: परिणाम घोषित हुए और इस चुनाव में  एबीवीपी ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद पर अपना कब्जा जमाया । वहीं एनएसयूआई को केवल सचिव पद पर सफलता मिली। परन्तु इस पूरी प्रक्रिया में एक बार फिर से EVM के प्रयोग को लेकर विवाद बढ़ गया है। डूसू चुनाव में EVM के प्रयोग पर चुनाव आयोग ने भी गंभीर सवाल उठाए है।

कल, गुरुवार, 13 सितंबर को  मतगणना के दौरान 6 EVM मशीनें खराब हो गईं थीं। इसे लेकर एनएसयूआई और अन्य छात्र संगठनों ने जमकर हंगामा किया। मतगणना स्थल के भीतर तोड़फोड़ भी की गई। ये हंगामा तब शुरू हुआ जब  चुनाव अधिकारी ने मतगणना को पहले पूरे दिन के लिए टालने की घोषणा की परन्तु छात्र संगठनों के विरोध और हंगामे के बाद एक बार फिर करीब पांच घंटे बाद सभी छात्र संगठनों को बातचीत कर दोबारा मतगणना शुरू हुई। और परिणाम की भी घोषणा हुई | परन्तु मतगणना के दौरान कुछ ऐसी घटनाएं हुईं जिसने इस पूरे चुनाव की निष्पक्षता पर बड़े सवाल खड़े कर दिये |

ये सवाल केवल राजनीतिक दलों के द्वारा ही नहीं बल्कि चुनाव आयोग ने भी पूछे हैं जिनका जवाब विश्वविद्यालय प्रशासन को देना चाहिए |

मतगणना के दौरान सबसे चौंकाने वाली घटना हुई ये हुई कि सचिव पद पर नोटा को लेकर 9 उम्मीदवार थे परन्तु एक मशीन बैलट नंबर 10 को 40 वोट दिखा रही थी और बैलट नंबर एक के खाते में शून्य वोट दर्ज थे। इसके अलावा भी करीब 6 EVM में गड़बड़ी की खबर आई थी |

इन सबके बाद EVM सवालों के घेरे में आ रही थी। छात्र और अन्य लोग चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहे थे, क्योंकि EVM चुनाव आयोग द्वारा ही प्रयोग की जाती है। परन्तु चुनाव आयोग ने भी इस डूसू चुनाव में प्रयोग हो रही EVM पर सवाल उठाए और डीयू प्रशासन से सवाल पूछे हैं|

दिल्ली के मुख्य चुनाव आयुक्त के अनुसार डीयू चुनाव में EVM कहां से आयीं, आयोग को पता नहीं है। आयोग ने डीयू को चुनावों के लिए कोई EVM जारी नहीं की है। दिल्ली स्थित मुख्य चुनाव आयुक्त कार्यालय ने गुरुवार को ही ये स्पष्ट कर दिया था| चुनाव आयोग ने अनुमान लगाया कि डीयू ने डूसू चुनावों के लिए खुद कहीं से EVM खरीदी हैं।

DUSU2018

चुनाव आयोग ने इस सिलसिले में बयान भी जारी किया| मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि मीडिया से डूसू चुनाव में EVM खराब होने का पता चलने पर उनके कार्यालय ने दिल्ली स्थित राज्य चुनाव कार्यालय से भी इस संबंध में जानकारी ली। राज्य चुनाव कार्यालय ने भी डूसू चुनाव के लिए EVM जारी करने से साफतौर पर मना किया है । चुनाव आयुक्त ने कहा कि फिलहाल डीयू अधिकारी चुनावों में व्यस्त हैं। इसलिए हम चुनाव के बाद उनसे EVM के बारे में जानकारी माँगेगे|

छात्रों के संघ के लोकतांत्रिक चुनावों में स्टेकहोल्डरों में  विश्वास को बहाल करने के लिए, विश्वविद्यालय को स्पष्ट करना चाहिए कि भारत के भरोसेमंद चुनाव आयोग से ईवीएम क्यों नहीं ली गई थी। छात्रों ने मांग की है कि भविष्य में छात्र संघ के सभी चुनावों को वीवीपीएटी के साथ अनिवार्य रूप से आयोजित किया जाए और केवल भारत के निर्वाचन आयोग की EVM का ही प्रयोग होना चहिए ।

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