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केंद्र सरकार राजनीतिक कारणों के चलते जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल को बदलना चाहती है?

सूत्रों के मुताबिक वैचारिक मतभेद के चलते वोहरा के सम्बन्ध केंद्र से लगातार बिगड़ते जा रहे हैंI
NN Vohra

जम्मू कशमीर में बीजेपी-पीडीपी के गठबंधन टूटने के बाद से जारी राजनीतिक अस्थिरता के  बीच अब खबर आ रही है कि कुछ ही हफ्तों में राज्य में नए राज्यपाल की नियुक्ति हो सकती है। राज्य के मौजूदा राज्यपाल एन.एन.वोहरा का कार्यकाल 10 साल बाद खत्म होने वाला है। इस खबर का खुलासा भाजपा के महासचिव राम माधव ने कियाI एक न्यूज़ वेबसाइट से बात करते हुए राम माधव ने कहा कि ’’सरकार भविष्य के बारे में सोचते हुए, ज़रूरी कदम उठा सकती हैI मुझे लगाता है कि राज्य में जल्द ही नए राज्यपाल की नियुक्ति होगी।“

वहीं इस मामले को लेकर विशेषज्ञों का मानना ​​है कि इससे राज्य में राजनीतिक अराजकता और बढ़ेगी। रिपोर्टों के मुताबिक महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.विद्यासागर राव या पूर्व गृह सचिव राजीव मेहरिश में से कोई वोहरा की जगह ले सकता है। गौरतलब है कि राव कई दशकों से आरएसएस के कार्यकर्ता रहें है।

सूत्रों के मुताबिक वोहरा के विधानसभा की बहाली और अनुच्छेद 35(ए) पर केंद्र सरकार से भिन्न मत रखने के बाद से ही उनके सम्बन्ध केंद्र के साथ खराब होना शुरू हो गए थे। गौरतलब है कि अनुच्छेद 35(ए) संविधान का वह प्रवधान है जो जम्मू कशमीर के नागरिकों को विशेषाधिकार देता है। 

मीडिया ख़बरों के मुताबिक, राम माधव ने कहा कि, “फिलहाल, हम जम्मू और कश्मीर में राज्यपाल शासन के पक्ष में हैंI हम स्थगित विधानसभा की इस स्थिति को बनाये रखने के पक्ष में हैंI पर आगे के लिए हमें देखना होगा की राजनीति किस ओर जाती हैI” 

कुछ दिन पहले, न्यूजक्लिक के साथ खास बातचीत में राज्य के पूर्व उप-मुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता ने बताया था कि “हम अगले महीने तक सरकार बनाने जा रहे हैं। इस बात में कोई संदेह नहीं कि हमारी सरकार बनने वाली है, संभावना है कि हम सज्जाद लोन के साथ गठबंधन कर सकते हैं, लेकिन पीडीपी के साथ कभी नहीं।”

माधव ने नैशनल कांफ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस के गठबंधन की ओर इशारा करते हुए कहा कि  "क्या होगा अगर नैशनल कोंफ्रेंस, कांग्रेस और पीडीपी एक साथ आए? उनके पास संख्या हैं। लेकिन हम लगातार राज्यपाल के शासन के पक्ष में हैं और उसके बाद शायद अगले छह महीनों के लिए राष्ट्रपति शासन के।"

गुप्ता ने न्यूजक्लिक को बताया कि "राम माधव कश्मीर की स्थिति को ध्यान में रखते हुए राज्यपाल के शासन का समर्थन कर रहें है। कश्मीर में स्थिति अनिश्चित है और हम अभी कोई सुसगंत निर्णय नहीं ले सकते हैं। लेकिन, केंद्र लगातार नई सरकार के गठन पर काम कर रहा है।"

हालांकि,  अटकलें यह भी लगाई जा रहीं है कि भाजपा, पीडीपी के बागी विधायकों के साथ सरकार बनाने की योजना बना रही है। मगर गुप्ता ने इस पर कहा कि "मैं अभी इस पर कुछ भी नहीं कह सकता यह अनिश्चित है।"

न्यूज़क्लिक ने राम माधव से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन हम असमर्थ रहे।

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