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'नाटो बाल्कन क्षेत्र से बाहर जाए, यह बाल्कन के लोगों का है!'

न्यू कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ युगोस्लाविया के यूथ विंग 'दि लीग ऑफ युगोस्लाव कम्युनिस्ट यूथ' (एसकेओजे) के पहले सचिव अलेक्जेंडर डेनिक ने पीपुल्स डिस्पैच से साक्षात्कार में कहा कि नाटो बाल्कन क्षेत्र से बाहर जाए यह इलाका बाल्कन के लोगों का है।
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सर्बिया में विपक्षी दल 2018 के आख़िर से सर्बियाई राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वुसिस और उनकी सत्तारूढ़ सर्बिया प्रोग्रेसिव पार्टी (एसएनएस) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वर्तमान सरकार की नीतियों और जारी प्रदर्शनों के स्वरूप को लेकर पीपुल्स डिस्पैच ने 'दि लीग ऑफ युगोस्लाव कम्युनिस्ट यूथ' (एसकेओजे) के पहले सचिव अलेक्जेंडर डेनिक से बात की। उन्होंने इस क्षेत्र में उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के हस्तक्षेप के इतिहास के साथ-साथ एनकेपीजे और एसकेओजे द्वारा साम्राज्यवाद और दक्षिणपंथी के खिलाफ लोगों को जुटाने की दिशा में की गई पहल के बारे में भी बात की।

पीपुल्स डिस्पैच (पीडी): सर्बियाई राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वुसिस के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर आपका क्या विचार है? देश में सत्तारूढ़ गठबंधन (सर्बियन प्रोग्रेसिव पार्टी, सर्बियन सोशलिस्ट और सोशल डेमोक्रेट) के बारे में एसकेओजे/ एनकेपीजे की राय क्या है?

अलेक्जेंडर डेनिक (एडी): वुसिस के खिलाफ विरोध बुर्जुआ नेताओं के नेतृत्व में किया गया है जो इनसे पहले सत्ता में थें। वुसिस अपनी जनविरोधी नीतियों के साथ रहे जिसे उन्होंने 2000 से 2012 तक चलाया। वुसिस की राजनीति उनकी राजनीति से अलग नहीं है। उनका एकमात्र उद्देश्य वुसिस के स्थान पर शासन करना है, जबकि बाकी सब कुछ पुराने तरीके से चलता रहेगा। वुसिस की तरह बुर्जुआ का विरोध सर्बिया के यूरोपीय संघ (ईयू) के कालकोठरी में प्रवेश की वकालत करता है, जो एकाधिकारवादी साम्राज्यवादी प्रभुत्व है। 

यूरोपीय संघ के प्रति सर्बिया का दृष्टिकोण हमारे देश के लिए विनाशकारी परिणाम है। सर्बिया का उद्योग चौपट हो चुका है, बड़ी संख्या में लोगों ने रोजगार गंवा दिया है, वहीं शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास नीतियां और जीवन स्तर दिन प्रतिदिन बदतर हो रहा है। इस तरह की नीति ने युवाओं के लिए किसी भी संभावना के रास्ते को बाधित कर दिया है, इसको लेकर बड़े पैमाने पर लोग सर्बिया से बाहर निकल रहे हैं।

सत्तारूढ़ गठबंधन जिसमें सर्बियन प्रोग्रेसिव पार्टी और सोशलिस्ट पार्टी ऑफ सर्बिया शामिल हैं वह 2000 के बाद से जनविरोधी नीतियों के साथ है। वर्तमान सरकार जो कि 2000 से सत्ता में है, वह ब्रसेल्स और वाशिंगटन के हुक्मरानों की नीति अपना रही है। इस तरह की नीति का हमारे देश और नागरिकों के लिए विनाशकारी परिणाम है। इसका चरित्र राष्ट्रविरोधी और जनविरोधी है और बड़ी पूंजी के हित में है।

विपक्ष और सरकार की जन-विरोधी प्रकृति के कारण हम सभी प्रगतिशील ताकतों और व्यक्तियों के सच्चे जनवादी मोर्चे की सभा के लिए एक मंच का निर्माण कर रहे हैं। हम एक ऐसी नीति के लिए प्रतिबद्ध हैं जो मजदूर लोगों के हितों पर आधारित होगी न कि प्रमुख पूंजी के हितों के लिए। इसलिए, हमारा संदेश है कि न वुसिस, न डीओएस (ये पार्टी जिसने मिलोसेविक को हटा दिया और आज विपक्ष हैं) बल्कि सिर्फ पीपुल्स फ्रंट (जनवादी मोर्चा)।

पीडी: नाटो हमले की 20 वीं वर्षगांठ पर 24 मार्च को एसकेओजे/ एनकेपीजे ने यूगोस्लाविया पर नाटो बमबारी के पीड़ितों को याद किया। नाटो की सेनाओं द्वारा इस क्षेत्र को अस्थिर करने में निभाई गई भूमिका के बारे में आपके क्या विचार हैं?

एडी: फेडरल रिपब्लिक ऑफ यूगोस्लाविया पर नाटो बमबारी सोशलिस्ट फेडरल रिपब्लिक ऑफ यूगोस्लाविया को तोड़ने की प्रक्रिया का एक हिस्सा था। नाटो ने नए बाजारों की विजय और स्वतंत्रता-प्रेमी राष्ट्रों की दास बनाने के लिए पश्चिमी साम्राज्यवाद की नीतियों के हिस्से के रूप में हमारे देश पर बमबारी की। नाटो ने बमबारी के दौरान भीषण अपराध किए। उन्होंने हमारे लोगों पर क्लस्टर बम फेंके और यूरेनियम गिराए, हालांकि सभी कन्वेंशनों के तहत ऐसे हथियारों के इस्तेमाल पर रोक है। उन्होंने बड़ी संख्या में बच्चों सहित 2,500 से अधिक नागरिकों की हत्या कर दी और 78 दिनों के आपराधिक आक्रमण के दौरान स्कूलों, पुलों, कारखानों और इमारतों पर बमबारी की। दिलचस्प बात यह है कि यह पहली बार था जब जर्मनी ने अपने स्वयं के संविधान का उल्लंघन करते हुए 1945 के बाद एक सैन्य अभियान में भाग लिया। हमारे लोगों और हमारी सेना ने वीरता से मुकाबला किया।

नाटो हमारे देश के दक्षिणी हिस्से कोसोवो और मेटोहिजा पर कब्जा किए हुआ है। उसने वहां अपराधियों, युद्ध अपराधियों और आतंकवादियों के नेतृत्व वाली एक कठपुतली शासन स्थापित किया। कोसोवो और मेटोहिजा में नाटो ने बॉन्डस्टील सैन्य बेस बनाया। नाटो बाल्कन में शांति और सुरक्षा को अस्थिर करने वाला सबसे बड़ा ज़िम्मेदार है। इसने पूरे बाल्कन पर कब्जा कर लिया। नाटो यूरोप के इस हिस्से में अपनी उपस्थिति को सही ठहराने के लिए बाल्कन में विभिन्न बहु-नस्लीय दलों के बीच लगातार नया बनावटी संघर्ष रच रहा है। नाटो 'वेवर एंड रूल' द्वारा बाल्कन का नेतृत्व कर रहा है।

इसलिए, हमारा संदेश स्पष्ट है: नाटो बाल्कन से बाहर निकले, बाल्कन के लोगों का बाल्कन है!

पीडी: आप खुद को एक विशिष्ट देश (सर्बिया) के कम्युनिस्ट पार्टी के रूप में नहीं बल्कि एसकेओजे/ एनकेपीजे क्यों कहते हैं? स्थापना के बाद से इस क्षेत्र में आपके संगठन द्वारा बड़ा दखल क्या किया गया है?

एडी: एसकेओजे को 1992 में एनकेपीजे के एक युवा उप-संगठन के रूप में फिर से स्थापित किया गया था। एनकेपीजे की स्थापना 1990 में हुई थी जब युगोस्लाविया अस्तित्व में था। हम उदासीन भावनाओं से नहीं बल्कि इसे सभी दक्षिण स्लाव देशों के लिए सबसे अच्छा समाधान मानते हुए यूगोस्लाविया के पुनर्निर्माण की वकालत करते हैं। बेशक, हम जानते हैं कि समाजवाद के निर्माण और यूगोस्लाविया के कामकाज दोनों में गलतियां थीं क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता तो हम आज क्षेत्रों में नहीं रहते। लेकिन यह इस तथ्य को खारिज नहीं करता है कि यह इसके सभी लोगों के लिए सबसे बेहतर समाधान था। वर्तमान देश जो इससे उभरे हैं वे हमें दिखाते हैं कि यह ऐसा ही है क्योंकि वे सभी ब्रुसेल्स और वाशिंगटन के कठपुतली हैं।

अपने सभी दोषों के साथ व्यवहार में यूगोस्लाविया इस क्षेत्र में रहने वाले सभी राष्ट्रवादियों के लिए सबसे बेहतर समाधान के रूप में साबित हुआ और इसके विघटन के बाद से इसका लाभ उठाने वाला एकमात्र पश्चिमी साम्राज्यवाद था जबकि इस क्षेत्र में रहने वाले सभी लोग सबसे बड़े नुकसान में रहे। 

हम इन ऐतिहासिक परिस्थितियों से अवगत हैं जिसमें हम रहते हैं वह ये कि यूगोस्लाविया मौजूद नहीं है, लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि यह इसके लोगों की इच्छा थी, बल्कि इसलिए कि यह पश्चिमी साम्राज्यवाद की इच्छा थी जिसने इसे अपने घरेलू सहयोगियों और घरेलू फिफ्थ कॉलम (युद्ध में देश के भीतर एक समूह जो अपने दुश्मनों के लिए सहानुभूति या काम कर रहा है।) की मदद से खूनी गृहयुद्ध में बिखेर दिया था। 

यूगोस्लाविया अब मौजूद नहीं है लेकिन इसके विध्वंस की प्रक्रिया अभी भी जारी है। पश्चिमी साम्राज्यवाद कोसोवो और मेटोहिजा के एकतरफा उद्घोषणा द्वारा इस प्रक्रिया को जारी रखे हुए है। कम्युनिस्टों के रूप में यदि हम यूगोस्लाविया का त्याग कर देते हैं तो इसका मतलब यह होगा कि हमने मान लिया कि इसका विभाजन वैध था।

बेशक, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हम समाजवादी यूगोस्लाविया की पुनर्निर्माण के पक्ष में हैं क्योंकि हमेशा संभावना है कि भविष्य में पूंजीवाद यूगोस्लाविया को पुनः स्थापित करेगा। लेकिन ऐसे पूंजीवादी राष्ट्र में राष्ट्रीय और आर्थिक समस्याओं का समाधान नहीं होगा। 

इस भावना में सर्बिया के बाहर हमारे संगठन और सदस्य (जहां हमारे पास हैं), सर्बिया के बाहर मैत्री संगठनों के साथ, सभी प्रगतिशील ताकतों और व्यक्तियों को एक साथ लाने के लिए काम करते हैं, यूरोपीय संघ और नाटो के साम्राज्यवादी गठबंधनों के खिलाफ एक राजनीतिक मंच बना रहे हैं। ईयू और नाटो हमारे क्षेत्र के उपनिवेशवादी हैं और सभी दक्षिण स्लाव देशों के सबसे बड़े लुटेरे और दुश्मन हैं।

पीडी: इस क्षेत्र में नस्लीय संघर्षों को एक महत्वपूर्ण कारक कहा गया था जो यूगोस्लाविया के विघटन में योगदान किया था। आपकी राय में आप यूरोप में सशक्त हो रहे हाइपर-नेशनलिज्म की राजनीति को समझते हुए पूंजीवाद के खिलाफ इस क्षेत्र में प्रगतिशील क्षेत्रों को विशेष रुप से खिलाफ मजदूर वर्ग को एकजुट कैसे कर सकते हैं?

एडी: यूगोस्लाविया में नस्लीय संघर्ष पश्चिमी साम्राज्यवाद के कारण हुआ। उन्होंने ही इन संघर्षों को किया और बाद में उनका उपयोग पूर्व यूगोस्लाविया और पूरे बाल्कन देशों के कब्जे को सही ठहराने के लिए उन्होंने दुष्प्रचार में इस्तेमाल किया। 

ये संघर्ष कृत्रिम और अस्थिर हैं लेकिन साम्राज्यवादी दुष्प्रचार इन्हें प्राकृतिक और शाश्वत के रूप में पेश करना चाहता है। 90 के दशक के दौरान हुए भयानक अपराधों की परवाह किए बिना बाल्कन के साधारण लोग सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। फिर भी पश्चिमी साम्राज्यवाद लगातार राष्ट्रीय संघर्षों को तेज़ करता है और हमारे देशों में कब्जे को सही ठहराने के लिए आग में घी का काम करते हैं।

पूर्व यूगोस्लाविया से सभी देश खोखले हैं और खोखले रहेंगे। हमारे राष्ट्रों के लिए सभी राष्ट्रवादी नीतियों के विनाशकारी परिणाम थे। इसलिए, हमारे लोगों के पलायन को रोकने के लिए हमें पहले नाटो के ठेकेदारों अर्थात यूरोपीय संघ के वर्चस्व से छुटकारा पाना चाहिए और उन सभी जन-विरोधी नीतियों को अस्वीकार करना चाहिए जो पश्चिमी साम्राज्यवाद और बड़ी पूंजी के हितों में हैं और फिर एक समाजवादी विकल्प का निर्माण करना चाहिए जिसमें कामकाजी लोग केंद्र में होंगे। इस मंच पर हम अपने क्षेत्र के सभी प्रगतिशील संगठनों और व्यक्तियों के साथ भविष्य की नीति बनाने के लिए तैयार हैं।

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