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चिंता : दुनिया में तेजी से बढ़ रही है असहिष्णुता और घृणा आधारित हिंसा

संयुक्त राष्ट्र महासचिव का कहना है कि यह ‘जहर’ हर उस व्यक्ति के खिलाफ है जिसे ‘दूसरा’ समझा जाता है। उन्होंने आगाह भी किया कि इंटरनेट का कुछ हिस्सा ‘घृणा का हॉटहाउस’ बनता जा रहा है।

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संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस का कहना है कि दुनिया असहिष्णुता और विभिन्न पंथों के लोगों के खिलाफ घृणा आधारित हिंसा देख रही है और यह ‘जहर’ हर उस व्यक्ति के खिलाफ है जिसे ‘दूसरा’ समझा जाता है।

उन्होंने आगाह भी किया कि इंटरनेट का कुछ हिस्सा ‘घृणा का हॉटहाउस’ बनता जा रहा है।

मस्जिदोंसिनेगॉग (यहूदी प्रार्थना गृह) और अन्य धार्मिक स्थलों पर लगातार हो रहे हमलों की पृष्ठभूमि में महासचिव गुतारेस ने यह टिप्पणी की। गौरतलब है कि हाल ही में श्रीलंका में ईस्टर के दिन हुए हमले में 250 से ज्यादा लोग मारे गए थे।

वहीं अमेरिका में कैलिफोर्निया के पोवये में रविवार को यहूदी प्रार्थना गृह में एक बंदूकधारी ने गोलीबारी की।

बुर्किना फासो में रविवार को एक चर्च पर हुए हमले में पादरी सहित छह लोग मारे गए।

न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में पिछले महीने दो मस्जिदों पर हुए हमले में 50 लोगों की मौत हो गई।

गुतारेस ने सोमवार को कहा, ‘‘पूरी दुनिया में हम देख रहे हैं कि असहिष्णुता और विभिन्न पंथों के अनुयायियों के खिलाफ घृणा आधारित हिंसा बढ़ रही है। हाल में ही अमेरिका में एक सिनेगॉग और बुर्किना फासो में एक चर्च पर हमला हुआ है।’’

उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं ज्यादा होने लगी हैं। मस्जिद में मुसलमानों की हत्याधार्मिक स्थलों में तोड़फोड़सिनेगॉग में यहूदियों की हत्याउनकी कब्रों पर स्वास्तिक का निशाना बनानाचर्च में इसाइयों की हत्याचर्च जलाया जाना... यह सब कुछ बहुत ज्यादा हो रहा है।

उन्होंने कहा कि न सिर्फ मासूम लोगों की हत्याएं हो रही हैं बल्कि आव्रजकोंअल्पसंख्यकों और शरणार्थियों के खिलाफ भी घृणा अपराध बढ़ रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने आगाह किया कि इंटरनेट के कुछ हिस्से अब ‘‘घृणा के हॉट हाउस’’ बन रहे हैं क्योंकि समान सोच वाले लोग एक दूसरे को ऑनलाइन खोज ही लेते हैं और ये प्लेटफार्म न केवल नफ़रत बढ़ाने में मददगार होते हैं बल्कि इसे वायरल भी कर देते हैं।

         

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