सूरत अग्निकांड: कोचिंग सेंटर का संचालक गिरफ्तार, बिल्डर फरार
सूरत में कोचिंग सेंटर में आग लगने के मामले में पुलिस ने कोचिंग सेंटर के संचालक को गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार को हुए भीषण अग्निकांड में कम से कम 21 छात्रों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
सूरत के पुलिस आयुक्त सतीश शर्मा ने शनिवार को बताया कि सरथाना इलाके में वाणिज्यिक तक्षशिला कॉम्पलेक्स के दो बिल्डर फरार हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस ने कल रात तीन लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की है, जिनमें दो बिल्डर और कोचिंग संचालक शामिल हैं। हमने एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। घटना में अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है।’’
आरोपी कोचिंग संचालक की पहचान भार्गव भूटानी और दोनों बिल्डरों की पहचान हर्षुल वेकारिया और जिग्नेश पालीवाल के रूप में हुई है।
शर्मा ने कहा, ‘‘हमने भूटानी को गिरफ्तार कर लिया है। बाकि दो आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए उनकी तलाश चल रही है।’’
शुक्रवार को कोचिंग सेंटर में आग लगने की घटना में अधिकतर छात्रों की मौत दम घुटने से हुई है जबकि कुछ की मौत आग से बचने के लिए खिड़की से कूदने के कारण हुई।
दमकल अधिकारी ने बताया, ‘‘ छात्रों ने आग से बचने के लिए तीसरी और चौथी मंजिल से कूदना शुरू कर दिया था। कई बच्चों को बचाकर अस्पताल पहुंचाया गया है। आग पर काबू पाने की कोशिश जारी है।’’
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और शहरी विकास विभाग के प्रधान सचिव मुकेश पुरी को तुरंत घटनास्थल पर पहुंचने का आदेश दिया।
उन्होंने यह निर्देश भी दिया है कि सभी पीड़ित परिवार को चार लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी जाए।
(समाचार एजेंसी भाषा और आईएएनएस के इनपुट के साथ)
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