मेरी तलाश थी शोहरत, सफ़दर को जुनून था बदलाव का: नसीरुद्दीन शाह
सफ़दर हाशमी शहादत दिवस पर मशहूर कलाकार नसीरुद्दीन शाह झंडापुर के अंबेडकर पार्क में पहुंचे। 1 जनवरी 1989 को 'हल्ला बोल' नाम का नाटक खेलते हुए जनवादी संगठन जन नाट्य मंच पर हमला हुआ था जिसमें सफ़दर हाशमी और एक मज़दूर राम बहादुर की हत्या कर दी गई थी। नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि सफ़दर हाशमी मज़दूरों-किसानों के हक़ की बात करते थे और उनकी हत्या से उन्हें गहरा सदमा लगा था।
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