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तबरेज़ हत्याकांड: भारतीय मानव अधिकार मोर्चा की राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग

मोर्चा ने यह भी मांग की है कि मुसलमानों पर हमलों को रोका जाए। इससे पहले मोर्चा ने जुलूस निकालने की कोशिश की, लेकिन जिला प्रशासन ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी।
फाइल फोटो

मुज़फ़्फ़रनगर। बॉलीवुड अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी के भाई अयाजुद्दीन सिद्दीकी की अध्यक्षता वाले भारतीय मानव अधिकर मोर्चा ने झारखंड में तबरेज़ अंसारी की भीड़ द्वारा पीट-पीट कर की गई हत्या के खिलाफ राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन दिया है।

उप-संभागीय मजिस्ट्रेट दीपक कुमार के माध्यम से शुक्रवार को सौंपे गए ज्ञापन में मोर्चा ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

मोर्चा ने यह भी मांग की है कि मुसलमानों पर हमलों को रोका जाए।

इससे पहले, अयाजुद्दीन के नेतृत्व में कुछ मुस्लिमों ने भीड़ द्वारा हत्या का विरोध करने के लिए जुलूस निकालने की कोशिश की थी, लेकिन जिला प्रशासन ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी थी।

चोरी के शक में अंसारी को 19 जून को झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में भीड़ ने एक खंभे से बांध दिया था और लाठियों से पीटा था।

गंभीर रूप से घायल होने के कारण उन्होंने 22 जून को दम तोड़ दिया था। एक वीडियो में उसे कुछ लोगों द्वारा ‘‘जय श्री राम’’ और ‘‘जय हनुमान’’ बोलने के लिए मजबूर करते देखा गया।

आपको बता दें कि इंडिया स्पेंड की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2014 के बाद से झारखंड में नफ़रत से भरे अपराध का यह 14वां मामला था। 

कुछ रिपोर्ट के अनुसार झारखंड में मॉब लिंचिंग का 18वां मामला था। यही नहीं तबरेज़ अंसारी की मौत के साथ, इस साल इस तरह के 11 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा के 2014 में पहली बार सत्ता में आने के बाद से ऐसी घटनाओं की कुल संख्या बढ़कर 266 हो गई है। यह आंकडे Factchecker.in  की मीडिया रिपोर्टों के आधार पर जारी किए गए हैं जो एक ऐसी वेबसाइट है जो भारत में धार्मिक घृणा पर आधारित अपराधों के भयावह रूप पर नज़र रख रही है।

(भाषा के इनपुट के साथ)

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