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तेज हजारिका ने लिखी फेसबुक पोस्ट : भारत रत्न की सियासत पर उठाए सवाल

तेज का कहना है कि ऐसे समय में जब पूर्वोत्तर के लोग नागरिकता (संशोधन) विधेयक के विरोध में सड़कों पर है, उनके 'हीरो' को भारत रत्न देना सवाल खड़े करता है।
Tej Hazarika, son of singer Bhupen Hazarika
Image Courtesy: Time8

मशहूर गायक भूपेन हजारिका के बेटे तेज हजारिका आज सुर्खियों में हैं। पिता के भारत रत्न को लेने से इंकार करने संबंधी उनके फैसले को लेकर एक बड़ा वर्ग उनके साथ आया है और उनकी सराहना की है, जबकि सरकार समर्थित एक वर्ग इस कदम के लिए उनकी आलोचना कर रहा है।

अमेरिका में रह रहे तेज हजारिका ने अपनी एक फेसबुक पोस्ट के जरिये अपनी स्थिति साफ की है। उन्होंने लिखा है कई पत्रकार मुझसे पूछ रहे हैं कि मैं अपने पिता को दिए गए भारत रत्न को स्वीकार करूंगा या नहीं? उन्हें बता दूं कि मुझे अभी तक इसको लेकर कोई निमंत्रण नहीं मिला है, तो अस्वीकार करने जैसा कुछ है ही नहीं अभी। दूसरी बात, केंद्र सरकार ने इस सम्मान को देने में जिस तरह की जल्दबाजी दिखाई है और जो समय चुना है वह और कुछ नहीं बस लोकप्रियता का फायदा उठाने का सस्ता तरीका है।

तेज का कहना है कि ऐसे समय में जब पूर्वोत्तर के लोग नागरिकता (संशोधन) विधेयक के विरोध में सड़कों पर है, उनके 'हीरो' को भारत रत्न देना सवाल खड़े करता है।

TEJ HAZARIKA.jpg

तेज ने लिखा, मेरा मानना है कि मेरे पिता के नाम का ऐसे समय इस्तेमाल किया गया जब नागरिकता (संशोधन) विधेयक जैसे विवादित बिल को अलोकतांत्रिक तरीके से लाने की तैयारी की जा रही है। यह भूपेन दा की उस विचारधारा के बिल्कुल खिलाफ है जिसका उन्होंने हमेशा समर्थन किया।

आपको बता दें कि इस बार गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने भूपेन हजारिका, नानाजी देशमुख और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की थी।

8 सितंबर 1926 में असम में जन्में कवि-गायक भूपेन हजारिका का 85 वर्ष की आयु में 2011 में निधन हो गया था। उन्होंने असमिया लोक गीत और संस्कृति को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। उन्होंने असमिया के अलावा हिंदी, बांग्ला समेत कई अन्य भारतीय भाषाओं में गाने गाए। उन्होंने फिल्म 'गांधी टु हिटलर' में महात्मा गांधी का पसंदीदा भजन 'वैष्णव जन' गाया था। उन्हें पद्मभूषण सम्मान से भी सम्मानित किया गया था।

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