उन्नाव रेप केस: साजिश, हादसों और सियासी वर्चस्व का कॉकटेल!
उत्तर प्रदेश के रायबरेली में रविवार को एक बेकाबू ट्रक ने एक कार को टक्कर मार दी, जिसमें उन्नाव दुष्कर्म मामले की पीड़िता युवती, उसके रिश्तेदार और वकील बैठे हुए थे। इस घटना में दो लोगों की मौत हो गयी, जबकि पीड़िता और वकील गंभीर रूप से घायल हो गए।
दुष्कर्म मामले के आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर को पिछले साल 13 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। उन्नाव के पुलिस अधीक्षक माधव प्रसाद वर्मा ने बताया कि पीड़िता युवती और उसकी दो रिश्तेदार अपने वकील के साथ रायबरेली जेल में बंद उसके(पीड़िता के) चाचा से मिलने जा रहे थे।
घटना के बाद पीड़िता की एक करीबी रिश्तेदार की जिला अस्पताल में मौत हो गयी जबकि दूसरे को लखनऊ में ट्रॉमा सेंटर भेजा गया है। लखनऊ के एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि घटना में दो महिलाओं की मौत हो गयी। युवती और उसके वकील की हालत गंभीर है तथा लखनऊ में ट्रामा सेंटर में उनका उपचार चल रहा है।
उन्होंने बताया कि पीड़िता के परिवार को सुरक्षा प्रदान की गयी थी लेकिन गनर रविवार को उनके साथ नहीं था। इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘घटना में शामिल ट्रक को जब्त कर लिया गया है। इस पर फतेहपुर जिला का पंजीकरण प्लेट हैं।’
उल्लेखनीय है कि एक लड़की ने वर्ष 2017 में उन्नाव से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाया था। इस मामले में सेंगर को गिरफ्तार किया गया था। लड़की द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लखनऊ स्थित सरकारी आवास के बाहर आत्मदाह की कोशिश किए जाने के बाद यह मामला प्रकाश में आया था।
इस मामले में पुलिस ने पहले पीड़िता की प्राथमिकी दर्ज करने में टालमटोल की थी जिसके बाद बाद उसके परिवार ने अदालत का सहारा लिया। इस दौरान आरोप लगे कि कुलदीप सिंह सेंगर मामले में शिकायत दर्ज न करवाने का दबाव बना रहे हैं। बीते अप्रैल में विधायक के भाई द्वारा उनके पिता से मारपीट की खबर आई और फिर पुलिस हिरासत में उनकी मौत की। इसके बाद मामले पर हंगामा तेज हो गया। तब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
यह मामला बीते महीने भी चर्चा में आया था जब भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने सीतापुर की जिला जेल में कुलदीप सेंगर से मुलाकात की थी। इसके बाद उनका कहना था, ‘हमारे यहां के बहुत ही यशस्वी और लोकप्रिय विधायक कुलदीप सेंगर जी काफी दिन से यहां हैं। चुनाव के बाद उन्हें धन्यवाद देना उचित समझा तो मिलने आ गया।’
पीड़िता का परिवार चाहे तो सीबीआई जांच
उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार को कहा कि अगर उन्नाव बलात्कार पीडिता के परिवार वाले रायबरेली दुर्घटना की सीबीआई जांच की मांग करते हैं, तो सरकार तैयार है। पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने कहा कि अगर पीडिता की मां या अन्य कोई रिश्तेदार आग्रह करता है तो राज्य सरकार रविवार की रायबरेली में हुई दुर्घटना की सीबीआई जांच कराने को तैयार है।
उन्होंने बताया कि पीडिता को तीन सुरक्षा गार्ड मुहैया कराये गये थे जो रविवार को उसके साथ नहीं थे। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया लगता है कि यह दुर्घटना है लेकिन फिर भी मामले की निष्पक्ष जांच जारी है। इस बीच राज्य सरकार ने तय किया है कि अस्पताल में भर्ती पीडिता और उसके वकील के इलाज का खर्च वह वहन करेगी।
लखनऊ के जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार दोनों घायलों के इलाज का पूरा खर्च वहन करेगी। पीडिता और उसके वकील इस समय केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती हैं।
बलात्कार पीडिता और उसके परिवार वाले जिस कार में जा रहे थे, उसे एक तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी थी। परिवार के दो सदस्यों की मौत हो गयी जबकि पीडिता और उसके वकील गंभीर रूप से जख्मी हो गये। दोनों घायलों की हालत स्थित बतायी गयी है।
पीड़िता का मुद्दा उठा राज्य सभा में
राज्यसभा में सोमवार को विपक्षी दलों के सदस्यों ने उन्नाव की बलात्कार पीड़िता के रायबरेली में सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के मुद्दे पर हंगामा किया जिसके चलते बैठक 11 बज कर 45 मिनट पर दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। उच्च सदन के सभापति एम वेंकैया नायडू ने शून्यकाल में सपा नेता रामगोपाल यादव को एक विशेष मुद्दे के तौर पर उन्नाव की बलात्कार पीड़िता के साथ हुई सड़क दुर्घटना का मुद्दा उठाने की अनुमति दी।
यादव ने यह मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि यह पीड़िता को जान से मारने का एक प्रयास था। उन्होंने कहा कि पीड़िता के मामले की आज सुनवाई होनी थी। लेकिन वह कल सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसे में उसकी दो रिश्तेदारों की मौत हो गई और उसकी ओर से आज अदालत में पेश होने वाले वकील गंभीर रूप से घायल हो कर अस्पताल में पड़े हैं।
यादव ने कहा,‘सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात यह है कि पीड़िता को सुरक्षा के लिए मुहैया कराए गए कर्मी छुट्टी पर थे और जिस ट्रक से दुर्घटना हुई, उसकी नंबर प्लेट पर ग्रीस लगा दिया गया था।’
उन्होंने कहा कि पीड़िता के साथ जब बलात्कार हुआ था तब उसके पिता प्राथमिकी दर्ज कराने गए थे। वहां उन्हें पुलिस द्वारा इतना पीटा गया कि उनकी मौत हो गई। कल हुई दुर्घटना का जिक्र करते हुए यादव ने आरोप लगाया ‘यह पीड़िता को जान से मारने का एक प्रयास था।’
सभापति ने इसके बाद अन्य सदस्य को शून्यकाल के तहत उनका मुद्दा उठाने के लिए कहा। लेकिन सपा, कांग्रेस, बसपा, तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के सदस्य इस मुद्दे को उठाने की मांग करते हुए हंगामा करने लगे। नायडू ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए यादव को इसे उठाने की अनुमति दी थी। उन्होंने कहा कि उन्होंने गृह मंत्री से इस मुद्दे पर ध्यान देने को कहा है। उन्होंने सदस्यों से कहा, ‘चर्चा न करें और अन्य सदस्यों को उनके मुद्दे उठाने दें।’
बहरहाल, विपक्षी सदस्य इस मुद्दे को उठाने की मांग पर अड़े रहे। कुछ सदस्य अपनी जगहों से बोल रहे थे। हंगामा थमते न देख सभापति ने 11 बज कर 45 मिनट पर बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
भाजपा सरकार से क्या न्याय की उम्मीद की जाए: प्रियंका
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उन्नाव बलात्कार पीड़िता के साथ हुई सड़क दुर्घटना को चौंकाने वाली घटना करार देते हुए सोमवार को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि आखिर भाजपा सरकार से न्याय की क्या उम्मीद की जा सकती है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'उन्नाव बलात्कार पीड़िता के साथ सड़क दुर्घटना का हादसा चौंकाने वाला है।'
प्रियंका ने सवाल किया, 'इस केस में चल रही सीबीआई जाँच कहाँ तक पहुंची? आरोपी विधायक अभी तक भाजपा में क्यों हैं? पीड़िता और गवाहों की सुरक्षा में ढिलाई क्यों?' उन्होंने यह भी पूछा, 'इन सवालों के जवाब बिना, क्या भाजपा सरकार से न्याय की कोई उम्मीद की जा सकती है?'
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'बलात्कार के घृणित अपराध की पीड़ित बेटी के लिए उन्नाव व यू.पी न्याय चाहता था,पर न्याय की बजाय क्या हुआ? हत्या का षड्यंत्र? पिता की पुलिस हिरासत में हत्या, अब परिवार खोया और लड़ रही ज़िंदगी की जंग!'
उन्होंने सवाल किया, 'आदित्यनाथ जी- मेरा कातिल ही मेरा मुंसिफ़ है, क्या मेरे हक़ में फ़ैसला देगा?'
घायल लड़की से मिलने लखनऊ पहुंचीं स्वाति मालीवाल
दिल्ली राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने उन्नाव से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली लड़की से लखनऊ स्थित ट्रामा सेंटर में मुलाकात की। स्वाति ने कहा कि उन्होंने लड़की से मुलाकात की है और उसने तथा उसके परिजन ने उसकी हत्या की साजिश के तहत वह हादसा कराए जाने का इल्जाम लगाया है।
उन्होंने कहा कि वह उस लड़की को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ेंगी। दिल्ली महिला आयोग दोनों मरीजों को एयरलिफ्ट करवाना चाहती हैं। दोनों मरीजों के परिजन से बात की जा रही है। साथ ही अन्य प्रक्रिया भी पूरी की जा रही है। इलाज का पूरा खर्च दिल्ली राज्य महिला आयोग उठाएगा।
स्वाति ने यह भी कहा कि उच्चतम न्यायालय को बलात्कार कांड का संज्ञान लेते हुए 15 दिन के अंदर सेंगर को सजा सुनानी चाहिये। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के शासन में पूरे उत्तर प्रदेश में गुंडाराज चल रहा है।
मां ने लगाया हत्या की साजिश का आरोप
इस बीच, लड़की की मां आशा सिंह का कहना है कि यह दुर्घटना नहीं बल्कि हत्या कराने की साजिश है। उन्होंने बलात्कार कांड में भाजपा विधायक सेंगर के साथ सह अभियुक्त शशि सिंह के बेटे और गांव के एक अन्य युवक पर पूर्व में धमकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे दोनों अक्सर जान से मारने की धमकी देते थे।
केस से जुड़े लोगों के साथ हो रहा हादसा
उन्नाव बलात्कार मामले में बीजेपी विधायक पर आरोप लगाने के बाद से ही पीड़ित परिवार के साथ लगातार हादसे हो रहे हैं। पीड़िता के पिता की पुलिस हिरासत में रहस्यमय तरीके से मौत हो गई। पीड़िता के चाचा जेल में बंद हैं।
उन्नाव गैंगरेप की पीड़ित लड़की के पिता की मौत के चश्मदीद गवाह यूनुस की भी अचानक मौत हो गई। बताया गया कि वह अचानक बीमार हो गया था। बाद में यूनुस के परिजनों ने भी उसके शव को बगैर पोस्टमॉर्टम कराए जल्दबाजी में दफना दिया।
अब पीड़िता के चाची और मौसी भी हादसे में मारी गई हैं। विपक्ष इसे साजिश बता रहा है। फिलहाल जांच जारी है।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।