Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

उप-चुनाव 2018 : एकजुट विपक्ष ने भाजपा को पछाड़ा

इन परिणामों के साथ, मई 2014 में हुए लोकसभा चनावों में बीजेपी की संख्या 282 से घटकर 273 हो गई है।
Kairana constituency

चार लोकसभा और ग्यारह विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव के परिणाम आज (31 मई) सत्तारूढ़ बीजेपी पार्टी के लिए बड़े झटके के रूप में आए हैं, क्योंकि भगवा पार्टी के उम्मीदवार लोकसभा सीटों के उपचुनाव में विपक्षी दलों से गए। इन परिणामों के साथ, मई 2014 में लोकसभा में बीजेपी की संख्या 282 से घटकर 273 हो गई है।

कांग्रेस ने चार विधानसभा सीटों में जीत दर्ज की - महाराष्ट्र के पलस कड़ेगांव, मेघालय की अमपाती, कर्नाटक के राजराजेश्वरी नगर और पंजाब के शाहकोट और इसके सहयोगी एनसीपी ने महाराष्ट्र की भंडारा-गोंडिया लोकसभा सीट जीती है। उत्तर प्रदेश के कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा क्षेत्रों (जो सीटें पहले बीजेपी के पास थी) में, संयुक्त विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ बीजेपी को हरा दिया।

बीजेपी ने महाराष्ट्र की पालघर लोकसभा सीट की जीत को बरकरार रखा और इसके सहयोगी एनडीपीपी ने नागालैंड लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र को जीता है।

कर्नाटक

कर्नाटक के राजराजेश्वरी नगर (आरआर नगर) विधानसभा क्षेत्र में, जहां चुनाव आयोग ने कदाचार की वजह से चुनाव स्थगित कर दिया था वहां 28 मई को चुनाव हुआ, और कांग्रेस उम्मीदवार मुनीरत्न ने भाजपा के तुलसी मुनिराजू गौड़ा पर 41,000 से अधिक वोटों के अंतर से जीत दर्ज की।

उत्तर प्रदेश

उपचुनाव में गोरखपुर और फुलपुर लोकसभा सीटों (पहले बीजेपी द्वारा जीती गयी) में सत्तारूढ़ दल भाजपा को हराकर, इस मार्च में आयोजित संयुक्त विपक्षी दल - समाजवादी पार्टी (एसपी), बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी), कांग्रेस और आरएलडी फिर से कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा सीटों में बीजेपी के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज की है।

कैराना में, आरएलडी की तबस्सुम हसन ने भाजपा की श्रीगंका सिंह को 50,000 से अधिक वोटों के अंतर से हरा दिया।

नूरपुर विधानसभा क्षेत्र में, एसपी उम्मीदवार नेयमुल हसन ने अपने बीजेपी प्रतिद्वंद्वी अवनी सिंह को 6,211 मतों से हरा दिया।

महाराष्ट्र

भंडारा-गोंडिया लोकसभा सीट में, कांग्रेस ने एनसीपी उम्मीदवार मधुकर कुक्कडे का समर्थन किया और उन्होंने भाजपा के हेमंत पटेल को 48,000 से ज्यादा मतों से हराया। भाजपा के मौजूदा सांसद नाना पटोले के इस्तीफे के बाद यहाँ चुनाव हुआ है, उन्होंने दिसंबर 2017 में अपना इस्तीफा सौंप दिया था, वे भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हो गए।

भाजपा ने पालघर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र की जीत को बरकरार रखा है। बीजेपी के राजेंद्र गावित ने शिवसेना के श्रीनिवास वानागा को हराकर 29572 वोटों के अंतर से जीता।

कांग्रेस के विश्वजीत पतंगराव कदम ने पलस कड़ेगांव विधानसभा सीट को बरकरार रखा, जिन्हें आज निर्विरोध निर्वाचित किया गया। कांग्रेस विधायक पतंगराव कदम की मौत के बाद सीट खाली हो गई थी।

नगालैंड

एनडीपीपी ने नागालैंड लोकसभा सीट को 1.50 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से एनपीएफ को हराया। बीजेपी के सहयोगी एनडीपीपी उम्मीदवार तोखेहो येप्थोमी एनपीएफ के सी अपोक जामिर के खिलाफ विजयी हुए।

केरल

सीपीआई (एम) ने 2016 के विधानसभा चुनाव में जीती चेंगन्नूर सीट को अपने पास बरकरार रखा है। सीपीआई (एम) के उम्मीदवार साजी चेरियन ने कांग्रेस और बीजेपी के खिलाफ 20000 से अधिक वोटों के अंतर से जीता। इस वर्ष जनवरी में सीपीआई (एम) के मौजूदा विधायक के के रामचंद्रन नायर की मौत के बाद यहाँ उपचुनाव की आवश्यकता पैदा हुयी।

उत्तराखंड

भाजपा उम्मीदवार मुन्नी देवी शाह ने थरली विधानसभा सीट पर कांग्रेस के जीतराम को 1990 वोटों के अंतर से हराया है। इस साल की शुरुआत में बीजेपी के विधायक मगन लाल शाह की मौत के कारण थारली के लिए उपचुनाव जरूरी था।

पश्चिम बंगाल

टीएमसी उम्मीदवार दुलल दास ने महेश्तला विधानसभा सीट को बीजेपी के सुजीत कुमार घोष को 62,827 मतों से हराया। इस वर्ष फरवरी में टीएमसी के विधायक कस्तुरी दास की मौत के बाद महेश्तला सीट खाली हो गई थी।

झारखंड

झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने राज्य में अपनी पहले से जीती हुयी दोनों विधानसभा सीटें गोमिया और सिली जीती हैं, गोमिया सीट को बाबिता देवी ने 1344 मतों से एजेएसयू के उम्मीदवार लम्बादर महतो को हराया। सिली में, सीमा महतो ने एजेएसयू प्रमुख और पूर्व राज्य उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो को 13,000 मतों से पराजित किया।

जेएमएम के दो विधायकों योगेंद्र महतो और अमित महतो को क्रमशः गोमिया और सिली सीटों से अयोग्य घोषित करने के बाद चुनावों को रद्द कर दिया गया था।

पंजाब

कांग्रेस के हरदेव सिंह लड्डी ने शारकोट विधानसभा सीट जीती और शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार नाइब सिंह कोहर को 38,000 से ज्यादा वोटों से हराया। इस साल फरवरी में अकाली दल के विधायक अजीत सिंह कोहर की मौत के बाद यहाँ उपचुनाव की आवश्यकता हुयी।

बिहार

आरजेडी के शाहनवाज आलम ने जोकिहट विधानसभा को 4,000 से ज्यादा वोटों से जेडी (यू) के मुर्शिद आलम को हराया। उपचुनाव की जरुरत [ऐडा हुयी क्योंकि जेडी (यू) के विधायक सरफराज आलम ने जेडी (यू) के भाजपा के साथ जाने के बाद अपनी पार्टी छोड़ दी और आरजेडी में शामिल हो गए थे।

मेघालय

पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा की बेटी कांग्रेस की मियानी डी शिरा ने 319 वोटों से अपने प्रतिद्वंद्वी एनपीपी की क्लेमेंट मोमिन को हराकर अमपाती निर्वाचन क्षेत्र में जीत दर की। इस जीत के साथ, कांग्रेस राज्य की 60 विधानसभा सीटों में से 21 सीट पाकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है।

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest