बाबरी ध्वंस के 30 साल: सिर्फ मस्जिद नहीं सौहार्द का ढाँचा बर्बाद हुआ
लगभग 52% भारतीयों की आयु 30 वर्ष से कम होने का अनुमान है. इसका मतलब है कि उनको 1992 में घटी किसी भी घटना की कोई जीवित याद नहीं है. उनकी बाबरी मस्जिद ध्वंस की समझ उन्होंने क्या पढ़ा और सुना है उससे बनती है. जैसा कि हम सभी जानते हैं - बाबरी मस्जिद का इतिहास लगभग पांच सदी पुराना है. 'इतिहास के पन्ने मेरी नज़र से' के इस अंक में वरिष्ठ पत्रकार नीलांजन मुखोपाध्याय बात कर रहे हैं बाबरी मस्जिद के ध्वंस और उसके इतिहास के बारे में।
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