Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

बोलीवियाः एमएएस ने ला पाज़ में कैम्पेन हेडक्वार्टर के पास विस्फ़ोट की निंदा की

8 नवंबर को होने वाले लुइस एर्से और डेविड चोकेहुआंसा के शपथ ग्रहण से पहले अतिदक्षिणपंथियों के हमले तेज़ हो गए हैं।
बोलीविया

मूवमेंट टूवार्ड्स सोशलिज्म- पॉलिटिकल इंस्ट्रूमेंट फॉर पीपुल्स सोवरेन्टीटी (एमएएस-आईपीएसपी) के प्रवक्ता सेबैस्टियन मिशेल ने गुरुवार 5 नवंबर की रात को बोलीविया की राजधानी ला पाज में एमएएस-आईपीएसपी कैम्पेन हेडक्वार्टर के गेट के बाहर डायनामाइट विस्फोट को लेकर निंदा की है। मिशेल ने बताया कि भावी राष्ट्रपति लुइस एर्से जब कैम्पेन हाउस में बैठक में शामिल थे तब विस्फोट हुआ और यह तब हुआ जब अतिदक्षिणपंथी समूह गुजर रहा था।

बोलीविया के पूर्व राष्ट्रपति इवो मोरालेस ने “ला पाज में कैम्पेन हाइस पर हमले की निंदा की। छोटे समूह भ्रम और हिंसा का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे इसे हासिल नहीं कर पाएंगे। हम किसी भी उकसावे में नहीं आएंगे। हमारी क्रांति शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक है।”

एमएस-आईपीएसपी के राष्ट्रपति के उम्मीदवार से सेंटर-राइट उम्मीदवार कार्लोस मेसा और अतिदक्षिणपंथी लुइस फर्नांडो कैमाचो के हारने के बाद देश के अतिदक्षिणपंथी समूहों ने चुनावी धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं और इन परिणामों के ख़िलाफ़ हड़ताल और विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया है। हालांकि, लुइस एर्से की जीत को व्यापक रूप से बोलिविया के भीतर और बाहर राजनीतिक गलियारों के नेताओं द्वारा व्यापक रूप से मान्यता दी गई है। डी-फैक्टो प्रेसिडेंट जीनाइन एनेज जो कि एक साल पहले तख्तापलट के बाद असंवैधानिक रूप से सत्ता पर कब्जा कर लिए थे उन्होंने 19 अक्टूबर के शुरुआती क्षणों में मतदान समाप्त होने के तुरंत बाद एर्से को जीत की बधाई दी थी।

रविवार 8 नवंबर को बोलिविया के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के रूप में लुइस एर्से और डेविड चोकेहुआंसा के शपथ ग्रहण के पहले अतिदक्षिणपंथी समूहों द्वारा कार्रवाई तेज़ हो गई है। सांताक्रूज, कोचाबम्बा और ला पाज में इन समूहों ने चुनाव परिणामों के ऑडिट की मांग करने के लिए आज यानी 6 नवंबर को 24 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया है। आशंका है कि ये समूह शपथ ग्रहण के मद्देनज़र एमएएस-आईपीएसपी समर्थकों के साथ हिंसक टकराव की स्थिति पैदा करना चाहते हैं।

इस लामबंदी को लेकर उन लोगों में डर पैदा हो गया है जिन्हें नवंबर 2019 में अतिदक्षिणपंथी की भीड़ की घटना याद है जिसके कारण तख्तापलट हुआ और ग़रीबों व स्वदेशी बोलिवियाई लोगों के ख़िलाफ़ नस्लवादी हिंसा की लहर फैल गई। हालांकि, सोशल मूवमेंट्स और ट्रेड यूनियनों ने अपने स्थानों पर सतर्क रहने और इस उकसावे में नहीं आने का आह्वान किया है। बोलिविया के ट्रेड यूनियन सेंटर सेंट्रल ओबेरा बोलिवियाना (सीओबी) ने एक सूचना जारी किया है जिसमें उसने सेंट्रल प्लाजा के उन क्षेत्रों की रक्षा के लिए संगठनों से आह्वान किया जहां रविवार का समारोह होगा। उन्होंने "किसी भी हमले की अनुमति नहीं देने, या बहिष्कार नहीं करने या सरकारी अस्थिरता का न प्रयास करने का संकल्प लिया।"

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest