Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

उपचुनाव: 6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर चुनाव संपन्न, 8 सितंबर को आएंगे नतीजे

देश के 6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे 8 सितंबर को आएंगे, जिससे एनडीए और इंडिया की तैयारियों का तो पता चलेगा ही, साथ में जनता का रुख किस ओर है, ये तस्वीर भी साफ़ होगी।
voting
फ़ोटो साभार : ट्विटर/@CEOWestBengal

देश के 6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर आज मतदान हुए, जिसमें उत्तर प्रदेश के मऊ ज़िले में घोसी विधानसभा सीट पर सभी की नज़रे टिकी रहीं क्योंकि यहां का चुनाव आने वाले लोकसभा में दो बड़े दल भाजपा और समाजवादी पार्टी की तैयारियों की असलियत बयां करेगा।

आज उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट के अलावा, झारखंड की डुमरी, केरल की पुतुप्पली, त्रिपुरा की दो सीट बक्सनगर और धनपुर के साथ उत्तराखंड की बागेश्वर और पश्चिम बंगाल की धूपगुड़ी विधानसभा सीट पर मतदान हुआ।

शाम 5 बजे तक किस सीट पर कितने प्रतिशत मतदान?

उत्तर प्रदेश, घोसी विधानसभा सीट : 49.42%

झारखंड, डुमरी विधानसभा सीट : 63.75%

केरल, पुतुप्पली विधानसभा सीट : 70.77%

त्रिपुरा, बक्सनगर विधानसभा सीट : 86.34%

त्रिपुरा, धनपुर विधानसभा सीट : 81.88%

पश्चिम बंगाल, धूपगुड़ी विधानसभा सीट : 74.35%

उत्तराखंड, बागेश्वर विधानसभा सीट : 55.01%

उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट

मऊ ज़िले की घोसी विधानसभा सीट की बात करें तो, मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा के मुताबिक इस उपचुनाव के लिए 239 मतदान केंद्रों में 455 बूथ बनाए गए थे। उन्होंने क़रीब 4.30 लाख मतदाता संख्या की जानकारी दी जिनमें 2.31 लाख पुरुष, 1.99 लाख महिलाएं शामिल हैं। आपको बता दें घोसी उपचुनाव में कुल 10 उम्मीदवार अपनी किस्मत आज़मा रहे हैं।

भाजपा के दारा सिंह चौहान और सपा के सुधाकर सिंह के बीच मुकाबले में वोटिंग के दौरान कुछ शिकायतें सामने आईं और छिटपुट घटनाएं देखने को मिलीं।

सपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अरविंद कुमार सिंह ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि "घोसी विधानसभा क्षेत्र में बूथ संख्या 147 मोहम्मदिया बड़ागांव, करीमुद्दीनपुर पर मतदान अधिकारी मुस्लिम मतदाताओं को वोट डालने से रोक रहे हैं। मतदाता सूची में नाम होने के बावजूद मुस्लिम मतदाताओं को यह कहकर लौटाया जा रहा है कि उनका वोट पड़ चुका है।"

समाजवादी पार्टी की ओर से इसी तरह बूथ नंबर 145 पर भी वोट नहीं डालने देने के आरोप लगाए गए।

सपा नेता का ये भी आरोप है कि "बूथ संख्या 60 पर दौलतपुर के ग्राम प्रधान रविंद्र नाथ और बूथ संख्या 419 पर पोलिंग एजेंट धर्मेंद्र यादव को पुलिस पकड़ ले गई और उन पर भाजपा के पक्ष में मतदान करने का दबाव बनाया" सिंह ने आयोग से इन घटनाओं का संज्ञान लेकर संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के ख़िलाफ़ कठोर कार्रवाई करने की मांग की।

दूसरी ओर भाजपा भी समाजवादी पार्टी पर घोसी उपचुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगा रही है। भाजपा की ओर से 'एक्स' पर पोस्ट किया गया है..

घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है, क्योंकि यहां पहली बार 'इंडिया' बनाम 'एनडीए' की टक्कर हो रही है जिसमें अखिलेश यादव, योगी आदित्यनाथ और भाजपा के दारा सिंह चौहान समेत सुभासपा के अध्यक्ष ओपी राजभर की साख दांव पर लगी है।

झारखंड की डुमरी विधानसभा सीट

बात अगर झारखंड की करें तो पूर्व शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन से खाली हुई डुमरी सीट पर उपचुनाव संपन्न हो गया है। डुमरी उपचुनाव के लिए एनडीए की ओर से आजसू की प्रत्याशी यशोदा देवी और इंडिया गठबंधन की ओर से जेएमएम कैंडिडेट बेबी देवी के बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा है। यहां के चुनाव इसलिए ज़्यादा अहम हैं क्योंकि डुमरी विधानसभा क्षेत्र का कई पंचायत नक्सल प्रभावित और अतिनक्सल प्रभावित क्षेत्र है, लेकिन यहां बंपर मतदान हुआ है। बताया जा रहा है कि जहां पहले लोग नक्सलियों के खौफ से वोट डालने के लिए अपने घरों से बाहर तक नहीं निकलते थे, वहीं आज नक्सलियों के गढ़ में ज़बरदस्त वोटिंग हुई।

डुमरी विधानसभा में 373 मतदान केंद्र बनाए गए थे। यहां 2 लाख 98 हज़ार 629 पुरुष मतदाता और 44 हज़ार 174 महिला मतदाता जबकि तीन थर्ड जेंडर मतदाता हैं।

केरल की पुथुपल्ली विधानसभा सीट

वहीं केरल के कोट्टायम ज़िले में मंगलवार को पुथुपल्ली विधानसभा सीट पर जमकर वोटिंग हुई। रुक-रुककर होती बारिश के बावजूद मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने से पीछे नहीं हटे। सुबह सात बजे मतदान शुरू होने पर मतदान केंद्रों के बाहर पुरुषों, महिलाओं, युवाओं को कतार में खड़े देखा गया। इस चुनाव से यह फैसला होगा कि क्या 53 साल तक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत ओमन चांडी के प्रतिनिधित्व वाली सीट को यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट यानी यूडीएफ बरकरार रख पाएगा या सत्तारूढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट यानी एलडीएफ राज्य विधानसभा में 100 के आंकड़े को छू पाएगा।

त्रिपुरा की धनपुर और बक्सनगर विधानसभा सीट

त्रिपुरा के सिपाहीजाला ज़िले की धनपुर और बक्सनगर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई। धनपुर विधानसभा क्षेत्र के 59 और बक्सनगर के 51 मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे वोटिंग शुरू हुई। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर बक्सनगर से जीत दर्ज करने में असफल रहे तफज्जल हुसैन इस बार क्षेत्र में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार मिजान हुसैन के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ रहे हैं। बक्सनगर विधानसभा क्षेत्र में कुल 43,087 मतदाताओं में से 66 प्रतिशत मतदाता अल्पसंख्यक हैं।

फरवरी में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में माकपा इस सीट को बरकरार रखने में कामयाब रही थी। वहीं, कभी वामपंथियों का गढ़ माने जाने वाले धनपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की बिंदू देबनाथ और माकपा के कौशिक देबनाथ के बीच मुकाबला है। इस सीट पर 50,346 मतदाता हैं। सात महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पहली बार इस सीट पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस और टिपरा मोथा ने इन दो सीटों पर उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं। माकपा विधायक समसुल हक के निधन के कारण बक्सनगर निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव ज़रूरी हो गया था। वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक के धनपुर के विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराना जरूरी हो गया था।

पश्चिम बंगाल की धूपगुड़ी विधानसभा सीट

पश्चिम बंगाल के धूपगुड़ी क्षेत्र में निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि मतदान शांतिपूर्ण हुआ है। किसी अप्रिय घटना की ख़बर नहीं है। सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है और केंद्रीय अर्द्धसैन्य बलों के जवानों ने वहां पहरा दिया। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित धूपगुड़ी विधानसभा क्षेत्र में लगभग 50 प्रतिशत राजबंशी और 15 प्रतिशत अल्पसंख्यक आबादी रहती है। भाजपा ने 2021 में हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी से यह सीट छीन ली थी।

उत्तराखंड की बागेश्वर विधानसभा सीट

उत्तराखंड की बागेश्वर विधानसभा सीट 26 अप्रैल को कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास के निधन के बाद खाली हुई थी। यह आरक्षित सीट है। इस सीट से चंदन रामदास लगातार चार बार चुनाव जीते थे। धामी सरकार में पहली बार उन्हें परिवहन और समाज कल्याण विभाग का मंत्री बनाया गया था। मंत्री बनने के दौरान से ही चंदन रामदास बीमार चल रहे थे। इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस की सीधी टक्कर है।

भाजपा की ओर से उम्मीदवार बनाई गईं पार्वती दास के सामने अपने दिवंगत पति चंदन रामदास की सीट बरकरार रखने की चुनौती है। जबकि कांग्रेस ने इस उपचुनाव के लिए बसंत कुमार को मैदान में उतारा है। बसंत कुमार पहले आम आदमी पार्टी में थे और उम्मीदवार घोषित होने से कुछ दिन पहले ही कांग्रेस में शामिल हुए थे।

इन सभी विधानसभा सीटों पर आज मतदान के बाद जब 8 सितंबर को नतीजे आएंगे, तब ‘इंडिया’ गठबंधन की अंदरूनी एकता की असल तस्वीर सामने आएगी, साथ ही उत्तर प्रदेश की घोसी सीट के नतीजे ये भी बता देंगे कि गठबंधन में अखिलेश यादव का कद क्या रहने वाला है। इसके अलावा एनडीए को भी अपने गठबंधन साथियों के साथ अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है ताकि ये संदेश दिया जा सके, कि जनता का विश्वास अब भी एनडीए पर कायम है।

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest