आज देश के सामने सबसे बड़ी समस्याएं महंगाई और बेरोज़गारी है। और सत्तारूढ़ दल भाजपा और उसके पितृ संगठन आरएसएस पर सबसे ज़्यादा गैर ज़रूरी और सांप्रदायिक मुद्दों को हवा देने का आरोप है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष पर आरोप लगा रहे हैं कि राजनीतिक स्वार्थ के लिए वह तनाव की छोटी-मोटी घटनाओं को ढूंढ-ढूंढकर समाज में ज़हर बो रहे हैं। क्या इसी को कहा जाता है कि ख़ुद मियां….यानी पर उपदेस कुसल बहुतेरे...
पीएम मोदी ने नेताओं और कार्यकर्ताओं को वाणी पर भी नियंत्रण रखने की नसीहत दी। प्रधानमंत्री ने कहा, 'जुबान को इधर-उधर फिसलने नहीं देना है। कोर मुद्दों पर काम करना है। हमें कभी भी भटकना नहीं है।
जयपुर में हो रही भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की तीन दिवसीय बैठक के उद्घाटन सत्र को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों पर यह आरोप भी लगाया कि राजनीतिक स्वार्थ के लिए वह तनाव की छोटी-मोटी घटनाओं को ढूंढ-ढूंढकर समाज में जहर बो रहे हैं और कभी जाति तो कभी क्षेत्रवाद के नाम पर लोगों को भड़का रहे हैं।