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काश! अब तक सारे भारतीय छात्र सुरक्षित लौट आते

बहुत सारे काश हैं, लेकिन क्या कीजिए...युद्धग्रस्त यूक्रेन में फिलहाल करीब 20,000 भारतीय फंसे हुए हैं जिनमें ज्यादातर छात्र हैं। भारत सरकार ने अब उनकी वापसी के प्रयास शुरू किए हैं। एयर इंडिया का विमान 250 भारतीयों को लेकर बुखारेस्ट से रवाना हुआ है।
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काश! रूस और यूक्रेन का यह युद्ध न हुआ होता...

काश! हमारे छात्र यूक्रेन में न फंसे होते...

काश! उन्हें समय रहते निकाल लिया गया होता...

काश! हमारी एयर लाइंस ने ‘आपदा में अवसर’ न खोजा होता...

काश! 22-24 हज़ार की फ्लाइट 80-80 हज़ार की न की गई होती...

बहुत सारे काश हैं, लेकिन क्या कीजिए...युद्धग्रस्त यूक्रेन में फिलहाल करीब 20,000 भारतीय फंसे हुए हैं जिनमें ज्यादातर छात्र हैं। भारत सरकार ने अब उनकी वापसी के प्रयास शुरू किए हैं। एयर इंडिया का विमान 250 भारतीयों को लेकर बुखारेस्ट से रवाना हुआ है।

समाचार एजेंसी भाषा की ख़बर के अनुसार एअर इंडिया का एक विमान रूस के आक्रमण के चलते यूक्रेन में फंसे तकरीबन 250 भारतीयों को लेकर शनिवार दोपहर को बुखारेस्ट से मुंबई के लिए रवाना हो गया है। अधिकारियों ने बताया कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को लाने के लिए यह एयर इंडिया की पहली निकासी उड़ान है।

अधिकारियों ने बताया कि एयरलाइन की दूसरी निकासी उड़ान सुबह 11 बजकर 40 मिनट पर दिल्ली से रवाना हुई और उसके भारतीय समयानुसार शाम करीब साढ़े छह बजे बुखारेस्ट पहुंचने की संभावना है।

उन्होंने बताया कि जो भी भारतीय नागरिक सड़क मार्ग से यूक्रेन-रोमानिया सीमा पर पहुंचे थे, उन्हें भारत सरकार के अधिकारी बुखारेस्ट ले गए ताकि उन्हें एअर इंडिया की उड़ान के जरिए स्वदेश लाया जा सके।

उन्होंने बताया कि पहली निकास उड़ान एआई1944 भारतीय समयानुसार दोपहर एक बजकर 55 मिनट पर बुखारेस्ट से रवाना हुई और उसके रात क नौ बजे तक मुंबई हवाईअड्डे पर पहुंचने की उम्मीद है।

उन्होंने बताया कि दूसरी निकासी उड़ान एआई1942 के 250 और भारतीय नागरिकों को लेकर रविवार तड़के दिल्ली लौटने की उम्मीद है।

एअर इंडिया यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए बुखारेस्ट और हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट के लिए शनिवार को और उड़ानें संचालित करेगी।

बृहस्पतिवार को यूक्रेन के अधिकारियों ने यात्री विमानों के परिचालन के लिए अपने देश का हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था, इसलिए भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए ये उड़ानें बुखारेस्ट और बुडापेस्ट से परिचालित की जा रही हैं।

अधिकारियों का कहना है कि यूक्रेन में फिलहाल करीब 20,000 भारतीय फंसे हुए हैं जिनमें ज्यादातर विद्यार्थी हैं।

यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद होने से पहले एअर इंडिया ने 22 फरवरी को यूक्रेन की राजधानी कीव के लिए एक विमान भेजा था जिसमें 240 लोगों को भारत वापस लाया गया था। उसने 24 और 26 फरवरी को दो और उड़ानों के संचालन की योजना बनायी थी लेकिन रूस के 24 फरवरी को आक्रमण शुरू करने और इसके बाद यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण ऐसा नहीं किया जा सका।  

एअर इंडिया ने शुक्रवार रात को ट्वीट करके बताया कि वह दिल्ली और मुंबई से शनिवार को बी787 विमान बुखारेस्ट और बुडापेस्ट के लिए परिचालित करेगा।

यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को कहा कि वह रोमानिया तथा हंगरी से आने वाले मार्गों को निर्धारित करने का काम कर रहा है।

दूतावास ने कहा, ‘‘वर्तमान में, अधिकारियों की टीम उझोरोद के पास चोप-जाहोनी हंगरी सीमा, चेर्नीवत्सी के पास पोरब्ने-सीरेत रोमानियाई सीमा चौकियों पर पहुंच रही है।’’

दूतावास ने कहा कि इन सीमा जांच चौकियों के करीब रह रहे भारतीय नागरिकों, विशेष कर छात्रों को विदेश मंत्रालय के दलों के साथ समन्वय कर व्यवस्थित तरीके से रवाना होने की सलाह दी जाती है।

उसने कहा कि एक बार जब ये मार्ग चालू हो जाएंगे तो भारतीय नागरिकों को खुद से यात्रा करने के लिए सीमा जांच चौकियों की ओर बढ़ने की सलाह दी जाएगी।

दूतावास ने भारतीयों को अपना पासपोर्ट, नकदी (प्राथमिक रूप से डॉलर में), अन्य आवश्यक वस्तुएं और कोविड टीकाकरण प्रमाणपत्र सीमा जांच चौकियों पर अपने पास रखने की सलाह दी है।

दूतावास ने कहा है, ‘‘भारतीय ध्वज का (कागज पर) प्रिंट निकाल लें और यात्रा के दौरान वाहनों तथा बसों पर उन्हें चिपका दें।’’

यूक्रेन की राजधानी कीव और रोमानिया की सीमा के बीच करीब 600 किलोमीटर का फासला है और सड़क मार्ग से यह दूरी तय करने में साढ़े आठ से 11 घंटे लगते हैं।

रोमानियाई सीमा जांच चौकी से बुखारेस्ट करीब 500 किलोमीटर की दूरी पर है तथा सड़क मार्ग से उसे तय करने में करीब सात से नौ घंटे लगते हैं।

वहीं, कीव और हंगरी की सीमा के बीच करीब 820 किमी की दूरी है और इसे सड़क मार्ग से तय करने में 12-13 घंटे लगते हैं।

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