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चीन का अमेरिका पर सुरक्षा परिषद में इज़रायल की आलोचना को रोकने का आरोप

फ़िलिस्तीन के भीतर नागरिकों की मौत को लेकर बढ़ती वैश्विक चिंताओं के बीच एक सप्ताह में दूसरी बार गाज़ा में इज़रायल के हमले पर औपचारिक बयान जारी करने में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद विफल रहा।
चीन का अमेरिका पर सुरक्षा परिषद में इज़रायल की आलोचना को रोकने का आरोप

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की दूसरी आपात बैठक में गाजा में इजरायली हमले को लेकर औपचारिक बयान पर सहमति बनने में असफल होने के बाद चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा रविवार 16 मई को कहा कि ऐसा यूएस द्वारा बाधा उत्पन्न करने के चलते हुआ है।

वांग यी ने बैठक के दौरान कहा, "अफसोस की बात है कि सिर्फ एक देश की रुकावट के कारण सुरक्षा परिषद एक स्वर में नहीं बोल पा रही है।" ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, चीन ने "परिषद को कार्रवाई करने के लिए मार्गदर्शन करने के लिए पहले ही एक प्रेस बयान तैयार किया है।"

चीन सत्र की अध्यक्षता कर रहा था और उसके आग्रह पर आपात बैठकें बुलाई गईं। ये बैठक वर्चुअल तरीके से की गई थी।

अमेरिका ने गाजा के अंदर इजरायल के हमले का आधिकारिक तौर पर ये कहते हुए समर्थन किया है कि आत्मरक्षा इजरायल का अधिकार है।

रूस के उप विदेश मंत्री सेगेई वर्शिनिन ने भी बैठक को संबोधित किया और संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, रूस और यूरोपीय संघ से बने मिड्ल ईस्ट क्वार्टेट की एक तत्काल बैठक के लिए कहा।

ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, वांग यी ने पहले इस बात पर जोर दिया था कि हाल के वर्षों में "एक स्वतंत्र राष्ट्र के निर्माण के फिलिस्तीनी अधिकार का लगातार उल्लंघन किया गया है" और "फिलिस्तीनी मुद्दे के उचित समाधान के बिना" इस क्षेत्र में वास्तविक शांति नहीं हो सकती है।

इस बैठक को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी संबोधित किया जिन्होंने दोनों पक्षों से लड़ाई रोकने का आग्रह किया। इस बैठक में मौजूद अन्य सदस्यों ने भी इसी तरह का आह्वान किया।

इस बैठक में बोलते हुए फिलिस्तीनी विदेश मंत्री रियाद अल-मलिकी ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की निष्क्रियता और इजरायल के हमले की निंदा करने में उनकी विफलता की आलोचना की। उन्होंने कहा कि इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष दो पड़ोसियों के आपस में लड़ने का मुद्दा नहीं है ब्लकि यह उपनिवेशवाद का मुद्दा है।

भारत सहित कई अन्य सदस्यों ने फिलीस्तीनी मुद्दे और द्विराष्ट्र समाधान का समर्थन किया और युद्धस्थिति को समाप्त करने का आह्वान किया। हालांकि, इजरायल के राजदूत गिलाद एर्डन ने रक्षात्मक कार्रवाई के रूप में गाजा पर इजरायल के हमलों को उचित ठहराया और अन्य सदस्यों को इसका समर्थन करने के लिए कहा।

घनी आबादी वाले फिलीस्तीनी क्षेत्र गाजा के अंदर इजरायल के हवाई हमला दूसरे सप्ताह में प्रवेश कर गया है। इन हमलों में 58 बच्चों सहित कम से कम 191 लोग मारे गए हैं और 1,200 से अधिक घायल हुए हैं।

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