मई के मध्य से आखिर तक कोरोना वायरस के मामले नीचे आ सकते हैं: कांग
नयी दिल्ली: मशहूर टीका विशेषज्ञ गगनदीप कांग ने कहा है कि कोरोना वायरस मामलों में मौजूदा वृद्धि मई के मध्य से आखिर तक नीचे आ सकती है। पूरा देश में इस समय कोरोना संक्रमण का प्रचंड प्रकोप दिख रहा है ,सरकारों के दावे और व्यवस्था फेल दिख रहे है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज शुक्रवार, 7 मई को जारी आंकड़ों के अनुसार देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के फिर से रिकॉर्ड 4,14,188 नए मामले दर्ज किए गए है। इसके अलावा कोरोना से एक दिन में 3,915 मरीज़ों की मौत हुई है। साथ ही इसी बीच देश भर में कोरोना से पीड़ित 3,31,507 मरीज़ों को ठीक किया गया है। और एक्टिव मामलों में 78,766 मामलों की बढ़ोतरी हुई है।
देश में कोरोना के मामलों की संख्या बढ़कर 2 करोड़ 14 लाख 91 हज़ार 598 हो गयी है। जिनमें से अब तक 2 लाख 34 हज़ार 83 लोग अपनी जान गवा चुके है। देश में कोरोना से पीड़ित 81.94 फ़ीसदी यानि 1 करोड़ 76 लाख 12 हज़ार 351 मरीज़ों को ठीक किया जा चुका है। और एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 36 लाख 45 हज़ार 164 हो गयी है।
ऐसे में इस तरह का अध्यन और जानकारों के अनुमान जनता के लिए राहत देती है परन्तु अभी तत्काल कोई उम्मीद नहीं दिख रही है। हालाँकि कांग ने कहा कि कोरोना वायरस मामलों में एक या दो और उछाल आ सकती है लेकिन शायद यह वर्तमान दौर जैसा बुरा नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि फिलहाल यह उन क्षेत्रों में जा रहा है जहां वह पिछले साल नहीं पहुंचा यानी मध्य वर्ग को अपना शिकार बना रहा है , ग्रामीण क्षेत्र में अपना पैर पसार है लेकिन वायरस के जारी रहने के आसार कम हैं।
टीके के बारे में डर दूर करते हुए उन्होंने कहा कि वे प्रभावी हैं और टीकाकरण अभियान में तेजी लाने की जरूरत है।
कांग ने कोरोना वायरस की जांच में गिरावट पर चिंता प्रकट की और कहा कि (कोविड-19) के मामलों का अनुपात जांच से प्राप्त आंकड़ों से कहीं ज्यादा हैं।
उन्होंने भारतीय महिला प्रेस कोर द्वारा आयोजित वेबीनार में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘ विभिन्न मॉडलों के अनुसार (मामलों के नीचे आने का) सबसे सही अनुमान माह के मध्य और आखिर के बीच कहीं हैं। हालांकि कुछ मॉडलों के अनुसार यह जून के प्रारंभ में होगा, लेकिन हम जो देख रहे हैं , उसके अनुसार यह मई के मध्य से आखिर तक(का अनुमान) है। ’’
वायरस की लहरों के बारे में अनुमान के संबंध में कांग ने कहा कि कोई भी व्यक्ति यह अनुमान लगाने के लिए (वायरस की) किस्म की विशेषता और महामारी की विभिन्न बातों का इस्तेमाल कर सकता कि किसी खास स्थान पर क्या होने जा रहा है बशर्ते कि आंकड़ा गणितीय प्रतिमान फलक के स्तर पर उपलब्ध हो।
जब उनसे इस वायरस के भविष्य के बारे में पूछा गया तो उन्हेांने कहा, ‘‘ यह वाकई बुरे फ्लू वायरस की भांति मौसम सापेक्ष हो जाएगा। यह अधिक मौसम सापेक्ष जैसा कुछ हो जाएगा , यह शांत हो जाएगा और यह कि लोग बार बार की प्रतिरोधकता एवं टीकाकरण के कारण एक निश्चित स्तर तक प्रतिरोधक क्षमता हासिल कर लेंगे।
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ )
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