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फेक्ट चेक : मरकज़ के नाम से फ़र्ज़ी फोटो वायरल

सोशल मीडिया पर साझा की गई पोस्ट फ़र्ज़ी है। जो फोटो इस्तेमाल किये गये उन्हें संदर्भों से काटकर इस्तेमाल किया गया है। इन तस्वीरों का मरकज़ और तबलीग़ी जमात से कोई संबंध नहीं है न ही ये फोटो ग़ाज़ियाबाद से हैं।
fact check

एक फोटो व्हाट्सएप और सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि “#गाजियाबाद_अस्पताल में #मरकज के मरीज #नर्स के सामने #नंगा होकर घूमने, #गाली देने पर #पुलिस ने बनाये #परमानेंट_टैटू,”

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इस पोस्ट को फेसबुक पर साझा किया जा रहा है।

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जब इस पोस्ट की जांच की गई तो पाया गया कि इस पोस्ट में दो अलग-अलग घटनाओं के फोटो लेकर उन्हें एक साथ जोड़कर ये पोस्ट तैयार की गई है। इस पोस्ट का मरकज़, तबलीग़ी जमात से कोई संबंध नहीं है।

एक फोटो इस्तेमाल किया गया है जिसमें एक व्यक्ति के पीठ पर पिटाई के काफी ज्यादा निशान हैं। फोटो में जो व्यक्ति है उसका नाम पंचराम है और वो एक पेट्रोल पंप पर काम करता है। ये फोटो बिलासपुर का है। 26 मार्च 2020 को पुलिस ने पंचराम के साथ मार-पीट की थी। ज्यादा जानकारी के लिए दैनिक भास्कर की इस खबर को पढ़िये। इसके अलावा आप इस खबर को जनचौक पर भी पढ़ सकते हैं।

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दैनिक भास्कर ने पेट्रोल पंप के सीसीटीवी कैमेरा का फुटेज भी जारी किया है। जिसे आप इस लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं।

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फेसबुक पोस्ट में जो दूसरा फोटो इस्तेमाल किया गया है वो बिहार का बताया जा रहा है जो 27 मार्च को ट्विट किया गया था। जिसे पत्रकार Faye Dsouza ने भी रिट्विट किया था। लॉकडाउन के दौरान पब्लिक के साथ पुलिस की मारपीट के साथ नाराज़गी ज़ाहिर की थी।

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इस प्रकार ये स्पष्ट है कि फेसबुक पर साझा की गई पोस्ट फ़र्ज़ी है। जो फोटो इस्तेमाल किये गये उन्हें संदर्भों से काटकर इस्तेमाल किया गया है। इन तस्वीरों का मरकज़ और तबलीग़ी जमात से कोई संबंध नहीं है न ही ये फोटो ग़ाज़ियाबाद से हैं।

पाठकों से अपील हैं कि फेक न्यूज़ से सावधान रहे। किसी भी ऐसी पोस्ट, फोटो और वीडियो आदि को साझा औऱ फारवर्ड न करें जिसकी सत्यता की पुष्टि न की गई हो।

(लेखक राज कुमार स्वतंत्र पत्रकार एवं ट्रेनर हैं। सरकारी योजनाओं से संबंधित दावों और वायरल संदेशों की पड़ताल भी करते रहते हैं।)

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