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हिमाचल चुनाव अपडेट: 74.05 प्रतिशत मतदान दर्ज

भाजपा और कांग्रेस की सीधी टक्कर में बाज़ी कौन मारता है, इसका फैसला 8 दिसंबर को हो जाएगा। फिलहाल इस साल का वोटिंग परसेंटेज भी पिछली बार के लगभग बराबर ही है।
VOTE

हिमाचल प्रदेश में मतदान संपन्न होने के बाद चुनाव आयोग ने आख़िरी आंकड़े जारी कर दिए हैं। जिसके अनुसार प्रदेश में 74.05 प्रतिशत मतदान हुए हैं, हालांकि पोस्टल बैलेट की गणना अभी नहीं की गई है, जिसके बाद इस बार वोटिंग पर्सेंटेज पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ सकती है। सिरमौर जिला की 5 विधानसभा सीटों पर सबसे ज्यादा 79.07% लोगों ने मतदान किया, जबकि जनजातीय जिला किन्नौर में सबसे कम 70.50 फीसदी वोट पड़े।

सोलन जिला के दून विधानसभा क्षेत्र की जनता ने मतदान में सबको पछाड़ा है। यहां पर 85.20% लोगों ने वोट डाले। वहीं देश के सबसे ज्यादा साक्षरता वाले शहरों में शुमार शिमला शहरी क्षेत्र एक बार फिर से मतदान में फिसड्‌डी साबित हुआ। शिमला शहरी सीट पर सबसे कम 62.53% लोगों ने वोटिंग की।

इन वोटों के बीच भाजपा कह रही है कि राज नहीं रिवाज़ बदल कर दिखाएंगे, तो कांग्रेस कह रही है कि हम अपनी सरकार बनाएंगे। अब देखना होगा कि आने वाले 8 दिसंबर को जब वोटों की गिनती होगी, तो हिमाचल में हर पांच साल पर सरकार बदल जाने वाली प्रक्रिया जारी रहेगी या फिर भाजपा फिर से इतिहास रचकर दोहारा सरकार में आएगी।

फिलहाल आपको बता दें कि हिमाचल की 68 सीटों के लिए सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक वोट डाले गए थे।

किस ज़िले में कितने प्रतिशत मतदान

बिलासपुर  75.97

चंबा  72.95

हमीरपुर  71.69

कांगड़ा  71.27

किन्नौर 70.50

कुल्लू  76.15

लाहौल स्पीती 73.91

मंडी  74.94

शिमला  72.32

सिरमौर  79.07

सोलन  76.82

ऊना  76.69

412 उम्मीदवार की किस्तम का होगा फैसला

पूरे हिमाचल से 412 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है। राज्य के करीब 56 लाख मतदाताओं ने इनकी किस्मत का फैसला कर दिया है। इनमें 28 लाख 54 हजार 945 पुरुष, 27 लाख 37 हजार 845 महिलाएं और 38 थर्ड जेंडर वोटर हैं।

इस पूरे चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर मानी जा रही है, बीजेपी ने लगातार दूसरी बार सरकार बनाने के लिए पूरा जोर लगाया है तो वहीं कांग्रेस को उम्मीद है कि पार्टी राज्य की सत्ता में फिर से वापसी करेगी। हिमाचल में 1990 के बाद हर पांच साल में सरकार बदलती आई है, यही वजह है कि भाजपा ने चुनाव में नया नारा दिया है- राज नहीं, रिवाज बदलेंगे। वोटिंग के वक्त भी भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ये नारा दोहराया। वहीं, कांग्रेस ने कहा है कि राज्य में महंगाई और बेरोजगारी की वजह से लोग त्रस्त आ गए हैं। इसलिए लोगों ने परिवर्तन के लिए वोट दिया है।

भाजपा और कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी भी मैदान में है, हालांकि उसकी मौजूदगी यहां सांकेतिक मानी जा रही है। वहीं दूसरी ओर सीपीआईएम के 11 उम्मीदवार अपनी तगड़ी मौजूदगी दर्ज करवा रहे हैं।

मतदान के बीच ही हिमाचल कांग्रेस चुनाव आयोग के पास पहुंच गई। उन्होंने शिकायत दी कि भाजपा के आईटी सेल ने फेक सर्वे रिपोर्ट सर्कुलेट कर दी है। इसमें हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला की तरफ से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम लिखा फर्जी लेटर वायरल किया जा रहा है। जिसमें भाजपा को ज्यादा और कांग्रेस को कम सीटें मिलने की बात लिखी गई है। कांग्रेस ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया।

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