‘इंडिया’ कॉर्डिनेशन कमेटी: कुछ न्यूज़ ऐंकर्स के बहिष्कार पर सहमति, भोपाल में पहली जनसभा

नई दिल्ली: विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ यानी ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ ने बुधवार को फैसला किया कि अगले लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के तालमेल को जल्द अंतिम रूप दिया जाएगा और अगले महीने से देश के विभिन्न हिस्सों में गठबंधन की जनसभाएं शुरू होंगी।
गठबंधन की कॉर्डिनेशन कमेटी की पहली बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि ‘इंडिया’ की पहली जनसभा मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अक्टूबर के पहले सप्ताह में होगी तथा जातीय जनगणना के मुद्दे को भी प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाया जाएगा।
कांग्रेस के संगठन महासचिव और इस कॉर्डिनेशन कमेटी के सदस्य केसी वेणुगोपाल ने बताया कि विपक्षी गठबंधन ने कुछ समाचार चैनल के एंकर के कार्यक्रमों के बहिष्कार भी सहमति जताई है और इस बारे में ‘इंडिया’ का मीडिया से संबंधित कार्य समूह फैसला करेगा कि किन-किन एंकरों के कार्यक्रम में विपक्षी गठबंधन के घटक दलों के प्रतिनिधि शामिल नहीं होंगे।
The first meeting of the coordination committee was attended by 12 member parties.
The committee decided to hold joint public meetings in different parts of the country. The first public meeting will be held in Bhopal in the first week of October. We will raise the issue of… pic.twitter.com/KuEQZUUqme
— Congress (@INCIndia) September 13, 2023
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार के नई दिल्ली स्थित आवास पर यह बैठक हुई। बैठक में शरद पवार के अलावा, कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल, द्रमुक केटीआर बालू, राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव, जनता दल (यूनाइटेड) के संजय झा, आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा, शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की महबूबा मुफ्ती, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के डी राजा, और समाजवादी पार्टी के जावेद अली खान शामिल हुए।
बैठक शुरू होने के काफी देर बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इसमें शामिल हुए। माना जा रहा है कि अपने पिता शिबू सोरेन के अस्वस्थ होने के चलते वह बैठक में देर से पहुंचे।
इस समिति में कुल 14 सदस्य हैं, लेकिन आज की बैठक में दो दलों के प्रतिनिधि शामिल नहीं हो सके। तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेशी के कारण इस बैठक शामिल नहीं हो सके। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने अब तक इस समिति के लिए अपने प्रतिनिधि का चयन नहीं किया है।
माकपा के सूत्रों का कहना है कि कॉर्डिनेशन कमेटी में पार्टी की तरफ से प्रतिनिधि कौन होगा, इसका फैसला 16-17 सितंबर को होने वाली पोलित ब्यूरो की बैठक में लिया जाएगा।
कॉर्डिनेशन कमेटी की बैठक के बाद वेणुगोपाल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कॉर्डिनेशन कमेटी ने फैसला किया है कि सीटों के तालमेल को लेकर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। घटक दल बातचीत करेंगे और सीटों के तालमेल पर जल्द फैसला करेंगे।’’
देश के विभिन्न हिस्सों में जनसभाएं करने का फैसला हुआ। पहली जनसभा अक्टूबर के पहले सप्ताह में भोपाल में होगी जो महंगाई, बेरोजगारी और भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार के मुद्दे पर होगी।
उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों ने जाति जनगणना के मुद्दे को आगे बढाने का फैसला किया।
कांग्रेस के संगठन महासचिव ने कहा, ‘‘मीडिया से संबंधित उप समूह को अधिकृत किया है कि वह फैसला करे कि किन टेलीविजन एंकर के कार्यक्रमों में ‘इंडिया’ के घटक दलों के प्रतिनिधियों को नहीं भेजना है।’’
बैठक में अभिषेक बनर्जी के शामिल नहीं होने के लेकर उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की प्रतिशोध की राजनीति के तहत उन्हें (बनर्जी को) समन जारी किया गया था।
जाति जनगणना के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस का रुख अलग होने के बारे में पूछे जाने पर वेणुगोपाल ने कहा कि पश्चिम बंगाल के सत्तारूढ़ दल से बातचीत की जाएगी।
बैठक की तस्वीर साझा करते हुए पवार ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘आज मेरे दिल्ली आवास पर ‘इंडिया’ की कॉर्डिनेशन कमेटी की बैठक हुई। हम सब लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प लेकर एक साथ आये हैं।।’’
अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का मुकाबला करने के लिए दो दर्जन से अधिक विपक्षी दलों ने ‘इंडिया’ का गठन किया है। ‘इंडिया’ के घटक दलों के नेताओं की पिछले दिनों मुंबई में हुई बैठक में गठबंधन के भविष्य के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने के लिए 14 सदस्यीय कॉर्डिनेशन कमेटी का गठन किया गया था।
कॉर्डिनेशन कमेटी विपक्षी गठबंधन की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था के रूप में कार्य करेगी।
इसी साल जून में पटना में विपक्षी गुट की पहली बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्येक सीट से सबसे मजबूत उम्मीदवार को चुना जाएगा।
मुंबई में हुई विपक्षी गठबंधन की तीसरी बैठक के बाद एक सितंबर को जारी प्रस्ताव में कहा गया था कि पार्टियां "जहां तक संभव होगा" वहां तक एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगी और विभिन्न राज्यों में सीटों के बंटवारे का काम तत्काल शुरू होगा और जल्द से जल्द संपन्न होगा।
(न्यज़ एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
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