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इज़रायल का फ़िलिस्तीनियों को डराना धमकाना और उत्पीड़न लगातार जारी

सप्ताहांत में इज़रायली बलों ने पत्रकारों पर हिंसक हमला किया, शेख़ जर्राह में बेदखली का विरोध करने वाले प्रमुख फ़िलिस्तीनी एक्टिविस्टों को गिरफ़्तार किया और शेख़ जर्राह के समर्थन में हुई दौड़ में भाग लेने वाले फ़िलिस्तीनी लोगों पर हमला किया।
इज़रायल का फ़िलिस्तीनियों को डराना धमकाना और उत्पीड़न लगातार जारी

इजरायली सुरक्षा बलों ने रविवार को प्रमुख फिलिस्तीनी कार्यकर्ता मोना अल-कुर्द को पूर्वी येरुशेलम में शेख जर्राह इलाके से उनके घर पर हिंसक छापेमारी में गिरफ्तार किया। उन्होंने उनके जुड़वां भाई मोहम्मद अल-कुर्द के लिए भी सम्मन दिया, जो पढ़ाने के लिए रामल्लाह में था।

उनके पिता नबील अल-कुर्द ने प्रेस को दिए एक बयान में कहा कि उनकी बेटी की गिरफ्तारी "माता-पिता को आतंकित करने के लिए एक ऑपरेशन का हिस्सा था, क्योंकि पड़ोस से जो आवाज उठी थी वह उसके युवाओं के कारण थी।" उन्होंने यह भी कहा कि पूछताछ के दौरान उनकी बेटी और बेटे को वकील तक पहुंच से वंचित कर दिया गया था, हालांकि यह इजरायल और अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत उनका अधिकार था।

शेख जर्राह में कई फिलिस्तीनी परिवारों द्वारा सामना किए गए अवैध बेदखली के खिलाफ प्रतिरोध में ये अल-कुर्द युवा सबसे आगे रहे हैं। कई घंटे की पूछताछ के बाद आखिरकार दोनों को छोड़ दिया गया।

अपनी रिहाई के बाद मोना ने संवाददाताओं से कहा कि "अगर वे हमें जबरन निकालने के लिए हमारे घर पर छापा मारते हैं, तो मैं अपने कमरे में खुद को जंजीर से बांध लूंगी। मैं शेख जर्राह में अपना घर नहीं छोडूंगी।”

दो अन्य एक्टिविस्ट जुहैर अल-रजाबी और इयाद अबू स्नेना को भी सिलवान के निकटवर्ती इलाके से रविवार को वहां से जबरन बेदखली और विस्थापन का विरोध करने के लिए गिरफ्तार किया गया था।

उनकी गिरफ्तारी के बाद एक्टिविस्ट और समर्थक पुलिस थाने के बाहर जमा हो गए जहां उनकी मनमानी गिरफ्तारी और उनकी रिहाई की मांग करने के लिए उन्हें शांतिपूर्ण विरोध करने के लिए पकड़ा जा रहा था। इजरायली सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे, स्टन ग्रेनेड फेंके और रबर कोटेड स्टील की गोलियां चलाई।

इजरायली बलों ने अल-नक्सा (विस्थापन) की 54 वीं वर्षगांठ और शेख जर्राह के समर्थन में प्रदर्शनों में भाग लेने वाले फिलिस्तीनियों पर हिंसक रूप से शनिवार, 5 जून को कार्रवाई की और पत्रकारों का उपरकरण नष्ट करते हुए उन पर हमला किया और गिरफ्तार किया।

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