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वाराणसी समेत समूचे यूपी में संगीनों के साए में अदा हुई जुमे की नमाज़

प्रयागराज में दस जून को जुमे की नमाज के बाद अटाला और आसपास के इलाकों में हिंसा भड़की थी। अबकी इन इलाकों में करीब तीन सौ सीसी टीवी कैमरे लगाए गए थे। यहां भी ड्रोन कैमरों से निगरानी की गई। नमाज के दौरान बड़ी संख्या में वीडियोग्राफरों की तैनाती की गई थी।
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उत्तर प्रदेश के वाराणसी में संगीनों के साए में जुमे की नमाज अदा की गई। पिछले दो शुक्रवार को राज्य में हिंसक घटनाएं हुई थीं। उपद्रव रोकने के लिए वाराणसी समेत राज्य के 24 जिलों में पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड पर रहा। ज्ञानवापी इलाके में आसमान से ड्रोन के जरिए निगरानी रखी गई। सड़कों पर बुलडोज़र भी उतारा गया था। लखनऊ के टीले वाली मस्जिद पर भी फोर्स ड्रोन लेकर पहुंची थी।

हिंसक वारदातों को काबू में करने के लिए यूपी में सीएपीएफ के साथ पीएसी के करीब दस हजार जवानों की तैनाती की गई है। जुमे की नमाज के दौरान खुफिया एजेंसियां अलर्ट मोड में रहीं। सोशल मीडिया की निगरानी के लिए स्पेशल टीम बनाई गई है।

जुमे की नमाज के बाद तीन जून को कानपुर के बाद दस जून को प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद, हाथरस समेत आठ जिलों में भीड़ हिंसक हो गई थी। ज्ञानवापी मस्जिद की देख-रेख करने वाली संस्था अंजुमन इस्लामिया मसाजिद कमेटी के सेक्रेटरी मोहम्मद यासीन ने कहा है कि मस्जिदें अल्लाह की इबादत के लिए हैं। नमाज अदा करने वाले लोग प्रदर्शन अथवा नारेबाजी न करें। कानून को हाथ में लेने की जरूरत नहीं है। उधर, सहारनपुर के देवबंद में इस्लामी शिक्षा के प्रमुख केंद्र दारुल उलूम ने भी स्टूडेंट्स से जुमा के दिन शहर में न निकलने की हिदायत दे रखी है।

वाराणसी में जुमे की नमाज से पहले भारी पुलिस फोर्स सड़कों पर उतरा। ज्ञानवापी मस्जिद में जुमे की नमाज को देखते हुए पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश खुद गोदौलिया पहुंचे और लोगों ने शांति बनाए रखने की अपील की। ज्ञानवापी के आसपास की इमारतों पर सीआरपीएफ और पीएसी के जवानों की तैनाती की गई थी। गोदौलिया से चौक क्षेत्र में एसीपी दशाश्वमेध अवधेश कुमार पांडेय ने फोर्स के साथ रूट मार्च किया। बनारस के सभी संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से निगरानी रखी जा रही थी। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ज्ञानवापी में जुमे की नमाज अदा की गई। पिछले शुक्रवार को ज्ञानवापी से सटे दालमंडी और घुंघरानी गली के बाजार पूरी तरह बंद रखे गए थे। इस बार स्थिति सामन्य रही। सभी दुकानें खुली रहीं। पुलिस और प्रशासन के अफसरों ने गुरुवार को भेलूपुर इलाके के एक होटल में शांति कमेटी से जुड़े लोगों की बैठक कर कानून व्यवस्था ठीक रखने में मदद मांगी थी।

उत्तर प्रदेश के संवेदनशील सहारनपुर में भी भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में श्रीराम चौक पर जामा मस्जिद में नमाज अदा की गई। यहां कलेक्टर अखिलेश सिंह और एसएसपी आकाश तोमर मौके पर मौजूद रहे। जामा मस्जिद और बाजार पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था। दूसरी ओर, कानपुर में भी पुलिस फोर्स ने ड्रोन कैमरों की मदद से निगरानी की। नई सड़क, यतीमखाना, मूलगंज, पेंचबाग, अनवरगंज, जाजमऊ में बड़ी तादाद में पुलिस के जवान तैनात थे। आगरा में मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में सुबह छह बजे से फोर्स तैनात किया गया था।

प्रयागराज में दस जून को जुमे की नमाज के बाद अटाला और आसपास के इलाकों में हिंसा भड़की थी। अबकी इन इलाकों में करीब तीन सौ सीसी टीवी कैमरे लगाए गए थे। यहां भी ड्रोन कैमरों से निगरानी की गई। नमाज के दौरान बड़ी संख्या में वीडियोग्राफरों की तैनाती की गई थी।

मेरठ में पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में नमाज से पहले छतों पर सर्चिंग अभियान चलाया। ड्रोन कैमरों से छतों की तलाशी ली। कहीं कोई पत्थरों का ढेर तो नहीं रखा गया है। इसी तरह की सख्ती गोरखपुर और गाजियाबाद में भी बरती गई। शांतिपूर्ण नमाज के मद्देनजर यूपी में पीएसी की 132 कंपनियां लगाई गई थीं। इनके अलावा सीआरपीएफ की दस कंपनियों के जवान तैनात किए गए थे।

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