Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

ग्राउंड रिपोर्ट: अल्ताफ़ मामले पर मां का बयान, कहा शरीर पर चोट के निशान, उसकी हत्या की गई

अल्ताफ़ की माँ की हालत सही नहीं है। फिर भी पूछने पर वे बयान देने के लिए तैयार हो गईं। उन्होंने न्यूज़क्लिक से कहा, "मेरा बच्चा मार दिया गया। मेरे बेटे ने आत्महत्या नहीं की। इन लोगों ने मार दिया। मेरे बेटे के सर में गड्ढा था बहुत बड़ा और पैरों में सूजन थी।”
Kasganj

देश की संसद से ठीक 200 किलोमीटर दूर कासगंज ज़िले में सदर कोतवाली थाना है। जहां पुलिस कस्टडी में 9 नवम्बर के दिन 21 साल के अल्ताफ़ की मौत हो गई। अल्ताफ़ पर पास ही की एक 16 साल की लड़की को भगाने का आरोप था। इसी मामले में शक के आधार पर उसे पुलिस ने एक दिन पहले ही हिरासत में लिया था। 

इस बाबत कासगंज ज़िले के एसपी (पुलिस अधीक्षक) ने एक वीडियो जारी करते हुए बयान दिया कि थाने के बाथरूम में लगी पानी की एक टौंटी से लटककर अल्ताफ़ ने आत्महत्या कर ली है। लेकिन पुलिस के बयान, प्लास्टिक की डेढ़ फ़ीट की टौंटी और अल्ताफ़ के परिवार के आरोप एक दूसरी ही कहानी कहते हैं।

अल्ताफ़ के पिता ने कहा: मेरे बेटे ने आत्महत्या नहीं की, उसकी हत्या हुई है

न्यूज़क्लिक ने जब कासगंज पहुँचकर अल्ताफ़ के पिता चाँद मियाँ से बात की तो एक दूसरी ही कहानी सुनने को मिली। चाँद मियाँ ने न्यूज़क्लिक को बताया कि “पुलिस मेरे बेटे को रात 8 बजे घर से ले गई। जब मैं बेटे के साथ पीछे-पीछे थाने पहुँचा, तो पुलिस ने मुझे वहाँ से भगा दिया। अगली सुबह मुझे कॉल मिली कि अस्पताल आ जाइए। मैंने समझा कि कुछ हुआ होगा, लेकिन मौत का अंदाज़ा नहीं था। मैं अस्पताल पहुँचा तो मुझसे कहा गया मोर्चरी (पोस्ट-मार्टम स्थल) पहुँचिए। वहाँ मैंने देखा तो मेरा बेटा मरा हुआ मिला।” 

image

"मेरे बेटे को एक दिन पहले धमकी दी गई कि गर्दन काट देंगे"

चाँद मियाँ ने न्यूज़क्लिक को बताया,  “एक दिन पहले ही लड़की के भाई ने मेरे बेटे को कहा था कि या तो सच क़बूल कर ले, या तेरी गर्दन काट दूँगा।” चाँद मियाँ ने आगे कहा कि लड़की के बेटे ने ये भी कहा कि वो बजरंग दल और RSS के लोगों को भी बुलाएगा और मेरे बच्चे की गर्दन काट देगा। 

image

लड़की पक्ष का आरोप: अल्ताफ़ ने किया है अगवा 

लड़की पास के ही गाँव लालपुर की रहने वाली है। लड़की के पिता ने 9 नवंबर के दिन शाम चार बजे कासगंज थाने में एक FIR कराई थी। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि, "ग्राम अहरोली में मस्जिद के पास रहने वाला अल्ताफ उनके घर आता-जाता था। 8 नवंबर की दोपहर करीब दो बजे जब घर पर कोई नहीं था, तो उसने उनकी 16 वर्षीय नाबालिग लड़की को अपने किसी दोस्त के साथ दिल्ली भेज दिया। इस दौरान नाबालिग लड़की अपने साथ कपड़े और शैक्षिक काग़ज़ भी ले गई।” 

इसी FIR में लड़की के पिता ने आगे कहा है, "हमने आसपास अपनी बेटी को ढूँढा, लेकिन हमें हमारी बच्ची नहीं मिली।”

image

image

image

इसी FIR के बाद पुलिस ने IPC के सेक्शन 363 और 366 में मुक़दमा दर्ज कर लिया था। इसके बाद पुलिस अल्ताफ़ के घर पहुँची। 

अल्ताफ़ के पिता का आरोप:  पुलिस और लड़की पक्ष के लोगों ने मिलकर की हत्या 

अल्ताफ़ के पिता चाँद मियाँ ने न्यूज़क्लिक को बताया कि पुलिस को लड़की पक्ष के लोग ही उनके घर लेकर आए थे। और वो लोग ही थाने में उनके साथ थे। अल्ताफ़ के पिता ने कहा- मुझे लगता है मेरे बेटे पर पंडित जी (लड़की के पिता) ने ही हाथ खेला है। उसे उन लोगों ने ही मारा है। लड़की के भाई ने एक दिन पहले ही मेरे बेटे की गर्दन काटने की धमकी दी थी। मुझे लगता है इन्हीं लोगों ने ये सब किया है और इसमें सहयोग पुलिस ने किया है।” 

अल्ताफ़ की मौसी और माँ का आरोप: बेटे के सर में था गढ्ढा, और पैरों में थी सूजन

अल्ताफ़ की माँ की हालत सही नहीं है। फिर भी पूछने पर वे बयान देने के लिए तैयार हो गईं। उन्होंने न्यूज़क्लिक से कहा, "मेरा बच्चा मार दिया गया। मेरे बेटे ने आत्महत्या नहीं की। मेरे बेटे को इन लोगों ने मार दिया। वह टाइल्स का काम करता था। अब कौन उसके पिता का साथ देगा? मेरे बेटे के सर में गढ्ढा था बहुत बड़ा और पैरों में सूजन थी। मेरे बेटे को न्याय मिले।”

पास खड़ी अल्ताफ़ की मौसी ने कहा, "अल्ताफ़ मेरे पास ही बचपन से अब तक रहा था। अंतिम समय में मैंने खुद आँखों से देखा कि उसके सर में बड़ा सा गढ्ढा है। मैंने पुलिस से कहा कि मेरे बच्चे के सर में  गढ्ढा क्यों है।”

अल्ताफ़ की दादी ने हमें बताया, "मेरे बेटे के पैर भी सूजे हुए थे। उसकी पिटाई की गई। इन लोगों ने मुझे जीवन भर का घाव दे दिया। मैं इसे भूलूँगी नहीं।”

क्या अल्ताफ़ के पिता ने ये भी कहा है कि उनके बेटे ने डिप्रेशन में आत्महत्या की?

अल्ताफ़ के पिता के हस्ताक्षर वाला एक काग़ज़ और वीडियो वायरल हो रही है जिसमें उन्होंने कहा है कि उनके बेटे ने डिप्रेशन में आकर आत्महत्या की है। वे पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट हैं।

image

लेकिन जब हमने अल्ताफ़ के पिता से इस बाबत बात की तो उन्होंने कहा- “मुझे नहीं पता मैंने किस काग़ज़ पर अंगूठा किया। मैं पढ़ा लिखा आदमी नहीं हूँ, मुझसे तो पुलिस ने जिस किसी काग़ज़ पर अंगूठा लगवाए, मैंने लगा दिए। मेरे बेटे की हत्या हुई है, वो डिप्रेशन में नहीं था। न ही उसने आत्महत्या की है।”

क्या डेढ़ फ़ीट ऊँची प्लास्टिक की टौंटी से हो सकती है आत्महत्या?

न्यूज़क्लिक की टीम कासगंज कोतवाली पहुँची। कासगंज के बीच बाज़ार में मौजूद सदर थाने के सामने पुलिसकर्मी खड़े थे। हमने अंदर जाकर पूछा कि जिस बेरक में कथित तौर पर अल्ताफ़ ने आत्महत्या की है, वो कहाँ है? तब रिक्वेस्ट करने पर एक पुलिसकर्मी हमें बेरक और वो बाथरूम दिखाने ले गया। इससे पहले मीडिया को उस बेरक में जाने से रोका जा रहा था। बेरक के अंदर ही एक छोटा सा शौचालय था। जिसमें कोई डेढ़ फुट ऊँचाई पर एक पानी की टौंटी थी। जो प्लास्टिक की थी। अगर उससे दस किलो वजन या पानी से भरी एक बाल्टी भी लटका दी जाए तो वो टूटकर गिर जाए।  ज़िले के SP का कहना है कि अल्ताफ़ ने अपनी जैकेट में लगी एक डोरी को इस टौंटी से लटकाकर आत्महत्या कर ली। यह अपने आप में बड़ा सवाल है कि पुलिस के दावा के अनुसार कैसे इसी डेढ़ फीट की ऊंचाई पर लगी टौंटी से साढ़े फीट के अल्ताफ ने आत्महत्या कर ली।

image

क्या कहती है पोस्ट-मार्टम रिपोर्ट?

जब हमने अल्ताफ़ के परिवार से बात की कि पोस्ट-मार्टम रिपोर्ट कहाँ है? तब उन्होंने हमसे कहा कि पुलिस ने उन्हें पोस्ट-मार्टम रिपोर्ट नहीं दी है। लेकिन न्यूज़क्लिक को पोस्ट मार्टम रिपोर्ट की कॉपी हासिल हुई, जिसमें लिखा हुआ है कि ये पर्शियल हैंगिंग (आंशिक फाँसी) का मामला है।

image

अक्सर इस तरह की घटनाओं की पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में इस बात का भी ज़िक्र होता है कि किस चीज़ से आत्महत्या की गई है। जबकि इस रिपोर्ट में रस्सी तक का ज़िक्र भी नहीं है। आनन फानन में तैयार की गयी इस एक पेज की रिपोर्ट में किस चीज़ से फांसी लगाई गयी, इसका भी स्पष्ट जिक्र नहीं है।

अल्ताफ़ के परिवार को 10 लाख मुआवज़े और एक सदस्य को नौकरी की घोषणा

अल्ताफ़ के परिवार के पिता चाँद मियाँ ने बताया “अभी पुलिस अधिकारी आए थे और उन्होंने 5 लाख कैश मुआवज़ा दिया है। साथ ही 5 लाख रुपए अन्य योजनाओं के माध्यम से देने की घोषणा की है। साथ ही परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की भी बात कही है। हालाँकि इसकी काग़ज़ी कार्रवाई अभी तक नहीं हुई है।”

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने की 5 लाख मुआवज़े की घोषणा

समाजवादी पार्टी के कुछ नेता भी अल्ताफ़ के घर पीड़ित परिवार से मिलने के लिए पहुँचे हुए थे। परिवार के एक सदस्य ने सपा नेताओं की मौजूदगी में बताया कि सपा मुखिया अखिलेश यादव ने उनके परिवार को पाँच लाख रुपए मुआवज़े देने का ऐलान किया है।

पुलिस का क्या कहना है?

10 नवंबर के दिन जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कासगंज पुलिस ने कहा है, "कासगंज में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना में लापरवाही बरतने वाले 5 पुलिसकर्मियों को पुलिस अधीक्षक कासगंज द्वारा तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है और विभागीय जाँच प्रारम्भ कर दी गई है। इसके अतिरिक्त घटना की मजिस्ट्रेटियल जाँच प्रचलित है। पाए गए तथ्यों के आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

जब हमने अल्ताफ़ की माँ, मौसी और दादी के आरोप पर कासगंज सदर थानाध्यक्ष से पूछा तो उन्होंने कहा, "पोस्ट-मार्टम होता है, उसमें सर खोला जाता है, वे देहात की औरतें हैं, उन्होंने मालूम नहीं है।” जब हमने पूछा कि पोस्ट मार्टम के बाद सर में गड्ढा कैसे रह सकता है तो उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता, मैं यहाँ कल ही पोस्टेड हुआ हूँ, पहले वाले इस मामले में सस्पेंड हो चुके हैं। मैं सिर्फ़ यही कहूँगा कि पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में कोई चोट नहीं आई है।"

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest