मध्यप्रदेश: रामनवमी के दौरान सांप्रदायिक हिंसा, खरगोन में कर्फ़्यू, बड़वानी में तनाव
भोपाल: मध्य प्रदेश के खरगोन ज़िले में रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा के एक दिन बाद सोमवार को खरगोन शहर में कर्फ़्यू लगा रहा, अब तक 77 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है।
इस घटना में खरगोन के एक दर्जन से ज़्यादा लोग घायल हो गये। ख़बर है कि घायलों में पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी भी हैं, जिनके बायें पैर में गोली लगी है। पुलिस के मुताबिक़, क़रीब 10 घरों और धार्मिक स्थलों को आग के हवाले करने की सूचना के साथ-साथ आगज़नी के कई मामले सामने आये हैं।
सिर्फ़ खरगोन ही नहीं, बल्कि बड़वानी जिले के मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र सीमा के पास स्थित सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील सेंधवा शहर में भी सांप्रदायिक झड़पों की ख़बरों के साथ तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।
भोपाल में पत्रकारों से बात करते हुए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, "77 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है और शहर के कुछ इलाक़ों में कर्फ़्यू लगा दिया गया है। शांति है और पर्याप्त फ़ोर्स तैनात कर दिया गया है।"
Khargone मामले पर एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान।
अब तक 77 लोगों को गिरफ़्तारी हो चुकी हैं, और पत्थरबाजों के घर तोड़े जाएंगे।
SP के पैर में चर्रे / गोली लगी हैं, 6 पुलिसकर्मियों भी घायल हैं और एक शिवम शुक्ला नाम के व्यक्ति को ज़्यादा चोट आई है। @newsclickin pic.twitter.com/ThS9TuT6kr— काश/if Kakvi (@KashifKakvi) April 11, 2022
मिश्रा ने आगे कहा, "जिस घर से पत्थर आये हैं। उस घर को ही पथरों का ढेर बनायेंगे। उनकी पहचान करने के बाद कार्रवाई की जायेगी।"
उन्होंने बताया, "हिंसा में खरगोन के एसपी सहित सात पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और शिवम शुक्ला नाम का एक शख़्स गंभीर रूप से घायल है।"
खरगोन से झड़प के कई वीडियो सामने आये हैं। इन वीडियो में खरगोन ज़िला मुख्यालय के पास तालाब चौक इलाके में स्थित एक मस्जिद के बाहर डीजे के साथ लाउड स्पीकर लेकर रामनवमी जुलूस के लिए 500 से ज़्यादा लोगों की भीड़ जमा हो गयी और उन्हें भगवा झंडा लहराते देखा गया।
हिंसा भड़कने के बाद दोनों तरह से पत्थरबाज़ी हुई जिसमें एसपी सिद्धार्थ चौधरी समेत 2 दर्जन के आस पास लोग घायल हुए। यह हिंसा फिर काजीपुर सहित शहर के कई इलाकों में फैल गई।
घटना स्थल के दौरे के बाद खरगोन के कांग्रेस रवि जोशी ने घटना स्थल पर पर्याप्त पुलिस बल ना होने की वजह बताई। pic.twitter.com/JV8OtTg4H8— काश/if Kakvi (@KashifKakvi) April 10, 2022
एक दूसरे वीडियो में पुलिस को धार्मिक स्थलों और घरों पर लगातार पथराव कर रही भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले का सहारा लेते हुए दिखाया गया है।
हिंसा भड़कने के बाद दोनों तरह से पत्थरबाज़ी हुई जिसमें एसपी सिद्धार्थ चौधरी समेत 2 दर्जन के आस पास लोग घायल हुए। यह हिंसा फिर काजीपुर सहित शहर के कई इलाकों में फैल गई।
घटना स्थल के दौरे के बाद खरगोन के कांग्रेस रवि जोशी ने घटना स्थल पर पर्याप्त पुलिस बल ना होने की वजह बताई। pic.twitter.com/JV8OtTg4H8— काश/if Kakvi (@KashifKakvi) April 10, 2022
स्थानीय लोगों का कहना था कि मस्जिदों के बाहर तेज़ आवाज़ में संगीत बजने पर कुछ लोगों की ओर से ऐतराज़ जताये जाने के बाद यह घटना हुई थी। तालाब चौक पर भड़की झड़प शहर के दूसरे हिस्सों में जंगल की आग की तरह फैल गयी, जहां घरों और दुकानों पर हमला किया गया और दोनों ओर से पथराव किये गये।
वीडीयो खरगौन के तालाब चौक स्थित मस्जिद पर पथराव का। शाम 3 - 4 बजे की घटना।
पत्थबाजी में कई पुलिस आधिकारी और कर्मी भी घायल। पुलिस की सतर्कता से इस्तिथि तेज़ी से सामान्य हो रही है। @newsclickin pic.twitter.com/bUXOOu3Fcy— काश/if Kakvi (@KashifKakvi) April 10, 2022
दिलचस्प बात यह है कि झड़प शुरू होने के तक़रीबन एक घंटे बाद दिल्ली के हिंदू कट्टरपंथी भाजपा नेता कपिल मिश्रा (दिल्ली सांप्रदायिक हिंसा से पहले अपने नफ़रत भरी भाषा के लिए कुख्यात) श्रीराम जन्मोत्सव शोभा यात्रा जुलूस में शामिल होने के लिए खरगोन में ही थे, उन्होंने यह कहते हुए उस शोभा यात्रा की तस्वीरें और वीडियो को शेयर किया, "न मूसा न बुरहान, बस जय श्री राम। हमारी रामनवमी यात्रा खरगोन मध्य प्रदेश में शुरू।"
आज खरगौन में राम नवमी के जुलूस में जहा दंगा हुआ वहा बीजेपी के नेता @KapilMishra_IND भी मौजूद थे।
आज जुलूस के दौरान कई जगहों पर भायवाह हिंसा हुई। मस्जिद के सामने नारेबाज़ी और DJ की वजह से फैली हिंसा में कई घायल हैं। फिलहाल पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया हैं। @DGP_MP pic.twitter.com/SaLTgbEhtX— काश/if Kakvi (@KashifKakvi) April 10, 2022
हालांकि,उस घटना के बाद वह नज़र नहीं आये।
खरगोन के कलेक्टर अनुग्रह पी के मुताबिक़, यह साफ़ नहीं है कि झड़प किस वजह से हुई, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना था कि तालाब चौक मस्जिद के बाहर भड़काऊ गाने और नारे लगाने के बाद ही यह सब हुआ।
फ़ोन पर बात करते हुए उन्होंने कहा, "खरगोन ज़िला मुख्यालय के पास तालाब चौक इलाक़े से जुलूस शुरू होने के तुरंत बाद शाम लगभग 5 बजे झड़पें होनी शुरू हो गयी थीं और बमुश्किल आधे किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद पथराव की ख़बरें आने लगीं।
"अचानक दो से तीन अलग-अलग जगहों पर पथराव और झड़प की सूचना मिली। इस दौरान दो-तीन जगहों पर घरों के जलने की ख़बर मिली और कुछ इलाक़ों में किसी एक घर से यह आग फैल गयी और आसपास के घरों को भी इससे नुक़सान पहुंचा।"
पहले दौर की घटना के बाद कुछ इलाक़ों में कर्फ़्यू लगा दिया गया। लेकिन, रात क़रीब 8 बजे से खबरें आने लगीं कि सराफा मार्केट, काजीपुरा और शहर के अन्य हिस्सों के पास के घरों और धार्मिक स्थलों को आग लगा दी गयी।
सराफा बाजार स्थित धान मंडी मस्जिद पर अंधेरा (घटना के घंटो बाद) होने के बाद हुई आगजनी की घटना। हालात नाज़ुक।
यह दंगा खरगौन का सोशल और पॉलिटिकल स्ट्रक्चर बदल देगा।
मध्य प्रदेश में अगले साल चुनाव हैं और खरगोन और बडवानी ज़िले में कांग्रेस का दबदबा हैं। pic.twitter.com/VHtlqgvuMp— काश/if Kakvi (@KashifKakvi) April 10, 2022
घटनास्थल का दौरा करने के बाद खरगोन के कांग्रेस विधायक रवि जोशी ने इस सांप्रदायिक झड़प को पुलिस की नाकामी क़रार दिया। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "रैली के दौरान कोई पुलिसकर्मी नहीं था, जिस वजह से चीज़ें हाथ से निकल गयीं। यह पुलिस की घोर नाकामी है।"
पिछले छह महीने में खरगोन शहर में हुई यह दूसरी सांप्रदायिक झड़प है। सितंबर 2021 में मिलाद-उन-नबी जुलूस के दौरान सांप्रदायिक झड़प हुई थी, जिसमें दर्जनों लोग घायल हो गये थे।
खरगोन शहर से क़रीब 60 किलोमीटर दूर सेंधवा, जहां पिछले एक साल में कई सांप्रदायिक दंगे हुए हैं, रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई इन झड़पों के बाद एक बार फिर उबाल पर है।
खरगौन से सटे, #बड़वानी जिले के सेंधवा में भी रामनवमी यात्रा के दौरान आगजनी और पत्थरबाज़ी की ख़बर आ रही हैं।
जुलूस के दौरान शहर के कई जगहों पर हिंसा हुईं, माहौल तनावपूर्ण।
वीडीयो सेंधवा के जोगवाड़ा रोड़ का जहा भड़काऊ नारे लगाने पर दो पक्षों में पथराव हुआ। @newsclickin @DGP_MP pic.twitter.com/Bx6KQdlK23— काश/if Kakvi (@KashifKakvi) April 10, 2022
घटना के वीडियो के मुताबिक़, जोगावाड़ा रोड पर स्थित एक दरगाह पर हमला किया गया और धार्मिक नारेबाज़ी के बीच हरा झंडा हटाकर उसकी जगह भगवा झंडा लहरा दिया गया।
#Triggering_Content
खरगोन से 60 km दूर बड़वानी के सेंधवा शहर में राम नवमी की यात्रा के दौरान हिंसा हुई।
शहर के बीचो बीच भीड़ ने जोगवाड़ा रोड़ पर मौजूद दरगाह के ऊपर लगा हरा झंडा हटा कर भगवा झंडा फहराया। वीडीयो बनाने वालो को डाट डपट कर रोक दिया गया। ++ @newsclickin @DGP_MP pic.twitter.com/Eyqw0fRaFh— काश/if Kakvi (@KashifKakvi) April 10, 2022
दूसरे वीडियो में दंगाइयों को पुलिस की मौजूदगी में पथराव करते देखा जा सकता है। हालांकि, ज़िला प्रशासन ने उक्त घटना पर कोई आधिकारिक टिप्पणी जारी नहीं की।
बार-बार कॉल किये जाने के बावजूद सेंधवा के एसडीएम तपस्या परिहार ने कॉल का जवाब नहीं दिया। लेकिन, पत्रकारों को जवाब देते हुए मिश्रा ने कहा, "सेंधवा से सांप्रदायिक झड़पों की ख़बरें थीं, लेकिन यह नियंत्रण में है।"
मध्य प्रदेश में अगले साल चुनाव होने जा रहे हैं। यहां से त्योहारों और धार्मिक रैलियों के दौरान सांप्रदायिक झड़पों की ख़बरें आती रही हैं। आदिवासी बहुल खरगोन और बड़वानी ज़िले में सांप्रदायिक घटनायें होती रही हैं।यहां कांग्रेस का दबदबा है।
अंग्रेज़ी में प्रकाशित मूल आलेख को पढ़ने के लिए नीचे दिये गये लिंक पर क्लिक करें
MP: Communal Violence During Ram Navami, Khargone Under Curfew, Barwani Tense
अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।