तमिलनाडु में 68 प्रतिशत से अधिक मतदान, अधिकतर शांतिपूर्ण रही वोटिंग
चेन्नई: तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव के लिये कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण ढंग से मतदान हुआ और शाम तक 68.61 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
राज्य में सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के कई शीर्ष नेताओं ने मतदान किया जिसमें अन्नाद्रमुक के के पलानीस्वामी, ओ पनीरसेल्वम, द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन शामिल हैं।
राज्य में एक-दो स्थानों से चुनाव संबंधी कुछ छिटपुट घटनाओं की सूचना मिली हालांकि, किसी बड़ी अप्रिय घटना की जानकारी नहीं है ।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी सत्यव्रत साहू ने संवाददाताओं को बताया कि शाम पांच बजे तक 63.60 प्रतिशत लोगों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया है। उन्होंने बताया कि नमक्कल में सबसे अधिक मतदान हुआ है जबकि सबसे कम मतदान तिरूनेलवेली जिले में हुआ।’’
आपको बता दें कि राज्य में शाम सात बजे तक मतदान हुआ है। शाम 6 से 7 का समय कोविड संक्रमित लोगों के लिए रखा गया था।
अधिकारियों ने बताया कि कोविड प्रोटोकॉल के साथ राज्य में मतदान कराया गया। उन्होंने बताया कि संक्रमितों को अंतिम घंटों (शाम छह बजे से शाम सात बजे तक) मतदान करने की अनुमति दी गयी। उन्हें पीपीई किट उपलब्ध कराई गई।
सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पास चेपक-त्रिप्लिकेन से द्रमुक उम्मीदवार उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ ज्ञापन दिया है, जिसमें उनके खिलाफ मतदान के दौरान पार्टी के चुनाव चिन्ह उगते सूरज वाला पार्टी चिन्ह पहनने का आरोप लगाया है। अन्नाद्रमुक ने उदयनिधि को अयोग्य करार दिये जाने की मांग की।
अन्नाद्रमुक के लोकसभा सदस्य पी रवींद्रनाथ ने आरोप लगाया कि द्रमुक के कार्यकर्ताओं ने उन पर तथा उनके समर्थकों पर कथित रूप से हमला किया। एक कार की क्षतिग्रस्त खिड़की की तरफ इशारा करते हुये उन्होंने आरोप लगाया कि यह हमला हत्या करने के लिये किया गया था। सांसद ने यह भी आरोप लगाया कि इसके लिये बड़े पैमाने पर पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है।
इस बीच कोयंबटूर के थोंडामुतूर विधानसभा क्षेत्र से द्रमुक उम्मीदवार कार्तिकेय शिवसेनापति ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ द्रमुक एवं भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने उन पर उस समय हमला करने की कोशिश की जब वह कार में यात्रा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि वीडियो से हमले के बारे में स्पष्ट तौर पर पता चलता है, और इस संबंध में शिकायत दर्ज की गयी है। उन्होंने दावा किया कि अन्नाद्रमुक के एक कार्यकर्ता ने कथित रूप से उन्हें धमकी भी दी ।
सलेम जिले में एक मतदान केंद्र पर एक पीएमके पार्टी का तौलिया रखे एक व्यक्ति और एक मतदाता के बीच मारपीट हो गयी। मतदाता तौलिये का विरोध कर रहा था। बाद में पुलिस ने हस्तक्षेप कर दोनों को वहां से हटाया।
तिरूवल्लूर एवं डिंडीगुल जिलों में अन्नाद्रमुक एवं द्रमुक कार्यकर्ता एक मतदान केंद्र पर भिड़ गये।
मतदान के दौरान दो मतदाताओं ने दावा किया उनका मतदान पहले ही हो चुका है और बाद में चुनाव नियम की धारा 49 पी के तहत बैलेट पेपर के जरिये उन्होंने मतदान किया। 2018 में अभिनेता विजय की एक फिल्म आयी थी - सरकार । इसमें इस नियम का इस्तेमाल किया गया था, इसके बाद तमिलनाडु में यह नियम लोकप्रिय हो गया है।
रामनाथपुरम जिले के कोडांगीपट्टी में एक मतदान केंद्र पर शाम तक एक भी मतदाता नहीं पहुंचा क्योंकि बुनियादी सुविधाओं के अभाव में स्थानीय लोगों ने मतदान का ‘बहिष्कार’ करने की घोषणा की थी।
साहू ने बताया कि प्रदेश में कहीं से भी कानून व्यवस्था की किसी बड़ी घटना की खबर नहीं है, जिन घटनाओं की जानकारी मिली है उनकी प्रकृति बहुत छोटी थी । उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक सांसद एवं थोंडामुतूर में द्रमुक प्रत्याशी से संबंधित घटनाओं के बारे में स्थानीय अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गयी है।
विरूद्धनगर में एक मतदान केंद्र पर कोई भी बटन दबाने पर एक खास चुनाव चिह्न के पक्ष में मतदान होने के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर साहू ने कहा कि ऐसी कोई सूचना नहीं है।
उन्होंने कहा कि जो भी मतदाता जिस चुनाव चिह्न का चयन करते हैं वही दर्ज होता है और वीवीपैट मशीन से उसी चिह्न की पर्ची निकलती है।
उन ईवीएम के बारे में पूछे जाने पर जिनमें कुछ समस्या हुयी, अधिकारी ने बताया कि ऐसी ईवीएम की संख्या बहुत कम है और उन सबको ठीक कर दिया गया और इस कारण से कहीं भी मतदान नहीं रूका।
शुरूआती दौर में मतदान करने वाले प्रमुख हस्तियों में अभिनेता रजनीकांत, कमल हासन एवं विजय आदि शामिल रहे।
प्रसिद्ध अभिनेता विजय साइकिल पर सवार होकर मतदान केंद्र पहुंचे और अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इस पर सोशल मीडिया पर ये अटकलें लगायी जाने लगी कि ईंधन की बढती कीमतों के खिलाफ सांकेतिक प्रदर्शन करते हुए वह साइिकल से मतदान केंद्र पर पहुंचे लेकिन उनके प्रचार अधिकारी ने स्पष्ट किया कि मतदान केंद्र पर कार पार्किंग की समस्या के कारण ऐसा किया गया क्योंकि मतदान केंद्र एक कम चौड़ी सड़क पर स्थित है।
आज सुबह सात बजे मतदान शुरू होने से पहले ही लोगों को मतदान केंद्रों पर कतारों में खड़े देखा गया और उन्हें मतदान केंद्रों की पहचान के लिये मतदाता सूचना पर्ची बांटी गयी।
मतदान केंद्रों पर जैसे ही लोग पहुंचे उन्हें अपने हाथ साफ करने के लिये सेनिटाइजर दिया गया और इसके बाद दस्ताने मुहैया कराये गये। कुछ लोग बिना मास्क के मतदान केंद्र पर पहुंच गये तो उन्हें कहा गया कि पहले वह मास्क पहनें, इसके बाद ही मतदान करने की अनुमति मिलेगी ।
मुख्यमंत्री पलानीस्वामी अपने पोते के साथ सेलम जिले में स्थित अपने गृह विधानसभा क्षेत्र में मतदान केंद्र पहुंचे और वोट डालने के बाद उन्होंने लोगों से मतदान करने की अपील की ।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वह सभी लोगों से अपने लोकतांत्रिक कर्तव्य का निर्वाह करने का आग्रह करते हैं।
द्रमुक अध्यक्ष स्टालिन ने यहां अपने पिता और पार्टी के बड़े नेता रहे एम करूणानिधि एवं पार्टी के संस्थापक सी एन अन्नादुरई को श्रद्धांजलि देने के बाद मतदान किया।
मक्कल नीधि मैयम के अध्यक्ष कमल हासन ने भी कोयंबटूर में मतदान किया। वह पहली बार विधानसभा चुनावों में किस्मत आजमा रहे हैं।
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम, डीएमडीके नेता पी विजयकांत, नाम तमिलार काची नेता सीमान, पीएमके सांसद ए रामदास सहित अन्य नेताओं ने मतदान किया ।
प्रदेश में 88,937 मतदान केंद्र बनाए गए थे।
तमिलनाडु में मुख्य रूप से ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के नेतृत्व वाले दो मोर्चों के बीच मुक़ाबला है। इस समय एआईएडीएमके सत्तारूढ़ मोर्चा है और इस मोर्चे में भारतीय जनता पार्टी छोटे सीझीदार के तौर पर शामिल है,यहां बीजेपी महज़ 25 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
डीएमके के नेतृत्व वाले विपक्षी मोर्चे में कांग्रेस और वामपंथी दल शामिल हैं। जाति / क्षेत्रीय आधारों का प्रतिनिधित्व करने वाले विभिन्न छोटे-छोटे क्षेत्रीय दल या तो दोनों ही मोर्चों के साथ गठबंधन कर रहे हैं, या फिर अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं। 2016 में एआईएडीएमके के मोर्चे ने 136 सीटें जीती थीं,जबकि डीएमके-कांग्रेस के मोर्चे को 98 सीटें मिली थीं।
पुदुचेरी में 81 फ़ीसदी से ज़्यादा मतदान
केंद्र शासित प्रदेश पुदुचेरी में विधानसभा चुनाव में मंगलवार को भारी मतदान हुआ। अंतिम सूचना मिलने तक यहां 81.62 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है।
यनाम में एआईएनआरसी के नेता एन रंगासामी चुनाव मैदान में हैं और यहां बाकी तीन क्षेत्रों के मुकाबले सबसे अधिक मतदान हुआ है।
रंगासामी पुडुचेरी के थत्तांचवाड़ी विधानसभा क्षेत्र से भी किस्मत आजमा रहे हैं । यहां मुख्य मुकाबला एआईएनआरसी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन एवं कांग्रेस की अगुवाई वाली धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गठबंधन के बीच है ।
आपको मालूम है कि पुदुचेरी में चुनाव से पहले कांग्रेस-डीएमके गठबंधन की सरकार थी, जो अपने ही विधायकों के इस्तीफ़े की वजह से अल्पमत में आ गई थी और मुख्यमंत्री वी नारायणसामी को इस्तीफ़ा देना पड़ा था। नारायणसामी ने उनकी सरकार गिराने के लिए भाजपा और उसकी केंद्र सरकार पर साज़िश का आरोप लगाया था।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।