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लखीमपुर खीरी के पंचायत चुनाव दोबारा कराए जाएं : प्रियंका गांधी

प्रियंका यूपी के दौरे पर हैं। लखनऊ में उनके साथ धरना देने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू सहित तीन लोगों के ख़िलाफ़ नामज़द मुकदमा दर्ज किया गया है, लेकिन एफआईआर में प्रियंका का नाम नहीं है।
प्रियंका गांधी

लखनऊ: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को मांग की कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हाल ही में हुए पंचायत चुनाव रद्द कर फिर से चुनाव कराये जाएं। उन्होंने उन दो महिलाओं से भी मुलाकात की, जिनके साथ पर्चा भरने के दौरान हिंसा और दुर्व्यवहार किया गया था। उधर, लखनऊ प्रशासन ने शुक्रवार को लखनऊ में जीपीओ पार्क स्थित महात्मा गांधी प्रतिमा पर प्रियंका के साथ धरना देने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू सहित तीन लोगों के ख़िलाफ़ नामज़द मुकदमा दर्ज कर लिया है। लेकिन एफआईआर में प्रियंका का नाम नहीं है।

आपको बता दें कि राज्य में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर प्रियंका गांधी दो दिन के यूपी दौरे पर हैं। आज दूसरे दिन शनिवार को वे लखीमपुर खीरी जिले के पथगावा प्रखंड के सेमरा गांव पहुंचीं।

गौरतलब है कि नौ जुलाई को समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया था कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनकी पार्टी की उम्मीदवार रितु सिंह और उनकी प्रस्तावक अनीता यादव के साथ दुर्व्यवहार किया। उन्होंने यह भी दावा किया था कि भाजपा के कार्यकर्ताओं ने रितु और अनीता की साड़ियां खींची थीं।

प्रियंका ने शनिवार को रितु सिंह और अनीता यादव से भी मुलाकात की। मुलाकात के दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी मौजूद थे।

प्रियंका ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं उनसे मिलने इसलिये आयी हूं,क्योंकि वे एक महिला हैं, वे मेरी बहन हैं और मैं उन्हें यह बताना चाहती हूं कि देश और इस प्रदेश की एक-एक महिला उनके साथ खड़ी है। एक दिन आप (दोनों महिलाएं) नामांकन पत्र दाखिल करेंगी और चुनाव में विजयी होंगी। आपको लड़ना होगा, और हम सब आपके लिए लड़ेंगे।’’

कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘‘यह लोकतंत्र की लड़ाई है। हमारे लोकतंत्र में महिलाओं को आरक्षण दिया गया ताकि उनके अधिकारों को बरकरार रखा जा सके। स्थिति ऐसी हो गई है कि एक महिला नामांकन पत्र दाखिल करने गई और उसके साथ मारपीट की गई। यह लोकतंत्र नहीं है। मैं मांग करती हूं कि इस चुनाव को रद्द कर दिया जाए और उन सभी जगहों पर जहां इस तरह की घटनाएं हुई हैं, दोबारा मतदान कराया जाए।

गौरतलब है कि नौ जुलाई को लखीमपुर खीरी जिले के पसगवां विकास खंड में क्षेत्र पंचायत प्रमुख के नामांकन के दौरान सपा की उम्मीदवार के साथ कथित अभद्रता, साड़ी खींचने और नामांकन पत्र फाड़ने के मामले में संबंधित क्षेत्र के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) , पसगवां के थाना प्रभारी (एसएचओ), चौकी प्रभारी एक निरीक्षक और तीन उप निरीक्षकों समेत कुल छह पुलिस अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था।

सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मामले को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा को कटघरे में खड़ा किया था। इस मामले में सपा के उम्मीदवार की शिकायत पर पसगवां पुलिस में बृहस्पतिवार को एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

प्रियंका के साथ धरने पर बैठे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष लल्लू व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ शुक्रवार को हजरतगंज के जीपीओ पार्क स्थित महात्मा गांधी प्रतिमा पर धरने पर बैठने के लिये प्रशासन से अनुमति न लेने पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू सहित तीन नामजद लोगों के खिलाफ शनिवार को हजरतगंज थाने में मामला दर्ज किया गया हैं। प्राथमिकी में प्रियंका का नाम नहीं है।

लखनऊ के पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने 'भाषा' को बताया कि शुक्रवार को जीपीओ पार्क स्थित गांधी प्रतिमा पर कांग्रेस अध्यक्ष लल्लू अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठे थे। आयुक्त के मुताबिक, उन्होंने न तो प्रशासन को इस धरने के बारे में पूर्व में कोई जानकारी दी थी और न ही प्रशासन से इसके लिये कोई अनुमति मांगी थी। इसके अलावा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जीपीओ पार्क स्थित सरकारी संपत्ति लोहे की जाली को भी नुकसान पहुंचाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं कार्यकर्ताओं ने महामारी अधिनियम का भी उल्लंघन किया ।

ठाकुर के अनुसार इस मामले में लल्लू, कांग्रेस नेता वेद प्रकाश त्रिपाठी तथा दिलजीत सिंह के खिलाफ नामजद तथा 500 से 600 अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया हैं। ठाकुर ने बताया कि प्राथमिकी में प्रियंका गांधी का नाम नहीं है।

गौरतलब हैं कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा शुक्रवार को लखनऊ के दौरे पर थीं। शुक्रवार को प्रियंका सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ हजरतगंज पहुंचकर जीपीओ पार्क स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए थे, उसके बाद उन्होंने सरकार के खिलाफ मौन धारण करके वहीं धरना शुरू कर दिया था।

कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह के अनुसार प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को उप्र में महिलाओं पर अत्याचार, अराजकता, खराब कानून-व्यवस्था, निरंकुश प्रशासन और पुलिस के खिलाफ धरना दिया था।

लखनऊ में प्रियंका ने शाम को संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया, “उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और उनके (मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) पीछे मोदी जी का हाथ है। वह यहां आकर उन्हें बधाई दे रहे हैं।” प्रियंका ने आरोप लगाया, “उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र का चीरहरण हो रहा है। कल प्रधानमंत्री जी बनारस आए। उन्होंने सबसे पहले तो योगी जी को प्रमाण पत्र दिया कि कोविड-19 की दूसरी लहर में उन्होंने कितना अच्छा काम किया, जबकि योगी सरकार बुरी तरह विफल साबित हुई थी।”

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