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प्राइड लोगों के लिए हो, न कि लाभ के लिए
यूरोप में मजदूर वर्ग और युवा समूहों ने LGBTQ+ लोगों के अधिकारों को दुनिया भर में आगे बढ़ाने के लिए LGBTQ+फोबिया और इंद्रधनुषी पूंजीवाद (रेनबो कैपिटलिज्म) से लड़ने का संकल्प लिया है।
मोहम्मद शबीर
06 Jul 2022
प्राइड लोगों के लिए हो, न कि लाभ के लिए

LGBTQ+ अधिकार समूहों और विश्व के प्रगतिशील वर्गों ने जून महीने में प्राइड मार्च और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया। उन्होंने LGBTQ+ मुक्ति का इंद्रधनुषीय परचम लहराया और वे पूर्वाग्रहों और संदिग्ध व्यक्ति के खिलाफ लड़ाई में शामिल हुए। इस साल अमेरिका में पुलिस दमन के खिलाफ समलैंगिक समुदाय द्वारा स्टोनवॉल विद्रोह की 53वीं वर्षगांठ मनाई गई। होमोफोबिक नफरत फैलाने, दमन, हमलों और बहिष्कार के बावजूद LGBTQ+ समुदाय ने पहचान और अधिकारों के लिए संगठित किया है और आंदोलन करना जारी रखा है। हालांकि, प्रमुख धार्मिक समूहों, अधिनायकवादी शासनों और रूढ़िवादी व अति-दक्षिणपंथी राजनीतिक समूहों और सरकारों ने LGBTQ+ लोगों और उनके संगठनों पर दुस्साहसी हमले जारी रखे हैं। लोकतांत्रिक और उदार मूल्यों के 'अग्रणी' गढ़ होने का दावा करने वाले यूरोप में LGBTQ+ लोगों को कई कठिनाइयों और भेदभाव का भी सामना करना पड़ता है।

यूरोप में वामपंथी समूह LGBTQ+ मामलों के सक्रिय समर्थक हैं और उन्होंने हमेशा उनके अधिकारों और सम्मान के लिए इस समुदाय के साथ एकजुटता दिखाई है। वंचित लोगों की मुक्ति के लिए काम करने वाली एक वर्गोन्मुखी शक्ति के रूप में यूरोप में वामपंथी समूहों ने समाज में लोकप्रिय प्रवृत्तियों के आलोचनात्मक मूल्यांकन के बाद अब LGBTQ+ लोगों की मुक्ति के लिए द्विआयामी अभियान तेज कर दिया है जिसमें LGBTQ+ समुदाय को दक्षिणपंथी होमोफोबिक हमलों और दुष्प्रचार के साथ ही साथ LGBTQ+ आंदोलन को इंद्रधनुषी पूंजीवाद के प्रभाव से मुक्ति और पिंकवॉशिंग (एलजीबीटी के अधिकारों तेज करने की रणनीति) के प्रयास के खिलाफ उनकी लड़ाई में मदद मिला है।

इस विचार के साथ यूरोप भर में कई कम्युनिस्ट पार्टियों और युवा समूहों ने इस वर्ष LGBTQ+ समुदाय के गौरव मार्च और अन्य आयोजनों में भाग लिया।

प्राइड वर्ग संघर्ष है

ऑस्ट्रिया के कम्युनिस्ट यूथ (केजेओ) के कैडरों ने शनिवार 2 जुलाई को ग्राज़ में 2022 की प्राइड परेड में एक लाल ब्लॉक का गठन किया। इसमें लिखा है 'गौरव वर्ग संघर्ष है'। केजेओ ने कहा कि "अगर नेस्ले से ब्लैकरॉक तक के निगमों को 1 जून से इंद्रधनुषी रंगों से सजाया गया है और एर्स्टे बैंक ने ग्राज़ में प्राइड मार्च को प्रायोजित किया है तो इसका मतलब है कि हम यहां LGBTQ+ मुद्दों को नहीं जीत रहे हैं।"

केजेओ ने कहा, "हमें वास्तविक मुक्ति और इस पूंजीवादी उन्माद से परे एक समाज के लिए पिंकवॉशिंग और इंद्रधनुषी पूंजीवाद का पर्दाफाश करना चाहिए जो दमन, शोषण और भेदभाव जैसा हैः इसलिए हम आज ग्राज़ में सड़कों पर हैं।"

प्राइड लोगों के लिए हो, न कि लाभ के लिए

ग्राज़ शहर में प्राइड मार्च में कम्युनिस्ट यूथ ऑफ ऑस्ट्रिया (केजेओ)। (फोटो: केजेओ)

क्वीएर इज ब्यूटिफुल- रेड रेनबो

कम्युनिस्ट यूथ एसोसिएशन (कम्युनिस्टिनोरेट) और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ फिनलैंड (एसकेपी) के कार्यकर्ताओं ने भी हेलसिंकी प्राइड परेड में 'क्विर इज ब्यूटीफुल-रेड रेनबो' के बैनर तले एक रेड ब्लॉक का गठन किया। उन्होंने फिनलैंड के लोगों से "कंजर्वेटिव फिनिश जेंडर और यौन दृष्टिकोण को समाप्त करने के लिए रेड रेनबो प्राइड-ब्लॉक में शामिल होने और पूंजीवाद और इसके नुकसान जैसे कि क्वीरफोबिया, नस्लवाद, सैन्यवाद, पर्यावरण संकट और मानव असमानता आंकलन को उजागर करने का आह्वान किया।"

एसकेपी नेतृत्व के जेपी वैसेनन ने कहा, "क्वीर का अर्थ है कोई ऐसा व्यक्ति जिसकी पहचान लिंग और यौन अल्पसंख्यक वर्ग के रूप में की जाती है और एक प्रकार की मानसिकता को व्यक्त करता है जो लिंग और कामुकता से संबंधित मानदंडों पर सवाल उठाता है। रेड रेनबो की भूमिका और प्राइड के कंटेंट को लेकर सवाल उठते हैं। लिंग और कामुकता संरचनाओं के अलावा, हम समाज की संरचनाओं और शक्ति के उपयोग पर सवाल उठाते हैं। इसलिए हम मार्च करते हैं।"

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हेलसिंकी प्राइड में फिनिश कम्युनिस्टों के रेड रेनबो का एक ग्रुप। (फोटो: एसकेपी)

नो प्राइड इन पिंक प्रोफिट!

कोनोली यूथ मूवमेंट (सीवाईएम) एक अखिल-आयरलैंड मार्क्सवादी युवा संगठन है जो देश में युवाओं और मजदूर वर्ग की मांग के लिए लड़ता है। सीवाईएम LGBTQ+ के मुद्दों का सक्रिय समर्थक है और नियमित रूप से पूरे आयरलैंड में प्राइड मार्च में भाग लेता है। इस साल 25 जून को इसके सदस्य LGBTQ+ समुदाय के लिए समर्थन दिखाने और प्राइड का जश्न मनाने के लिए डबलिन सिटी सेंटर में इकट्ठा हुए। उन्होंने डबलिन प्राइड की पूंजीवादी प्रकृति पर भी नाराजगी जाहिर की। सीवाईएम के कार्यकर्ताओं ने डबलिन में मार्च किया जिसके बैनर पर लिखा था, 'नो प्राइड इन पिंक प्रॉफिट'। उन्होंने अमेजन, पेपल, स्काई न्यूज, डेल, बीओआई, टिस्को, वेफेयर, कैरल्स, फेसबुक, ट्विटर आदि जैसे संस्थानों के स्पॉन्सरशिप की भी निंदा की।

सीवाईएम ने कहा: "डबलिन प्राइड में मार्च करने वाले राजनेता थे जिन्होंने अपने जीवन में LGBTQ+ लोगों के साथ उपेक्षा और भेदभाव किया है, साथ-साथ बड़ी कंपनियां जो बेदखली, यूनियन के भंग करने समेत अन्य कार्यों में लगी रहीं। प्राइड की उत्पत्ति से इस तरह स्पष्ट तरीके से मुंह मोड़ना पूरी तरह साफ है। प्राइड फॉर पीपल, नॉट फॉर प्रोफिट!"

प्राइड लोगों के लिए हो, न कि लाभ के लिए

डबलिन प्राइड रैली में कोनोली यूथ मूवमेंट (सीवाईएम) के कार्यकर्ता। (फोटो: सीवाईएम)

एक मिनट का मौन नहीं! बल्कि जीवन भर लड़ाई है...

मेहनत से हासिल अधिकारों और मान्यता के बावजूद LGBTQ+ लोग घृणा और समलैंगिकता के शिकार हैं। नॉर्वे में, 25 जून की सुबह जो कि ओस्लो प्राइड की निर्धारित तिथि थी उस दिन एक 42 वर्षीय व्यक्ति ने ओस्लो के नाइटलाइफ़ जिले में तीन स्थानों पर गोलियां चला दीं, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और कम से कम 10 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने घटना को आतंकवादी कृत्य मानते हुए जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने दोपहर तक शुरू होने वाले इस प्राइड मार्च को भी रद्द कर दिया। ओस्लो प्राइड के आयोजकों ने गोलीबारी के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए उस दिन दोपहर के समय एक मौन प्रदर्शन का आह्वान किया। नार्वे के हजारों लोगों ने इस आतंकवादी घटना की निंदा करते हुए शहर में रोज़ेनक्रांट्स से लंदन पब तक मार्च किया। ये कार्यक्रम प्राइड स्पिरीट की भावना से एक विशाल परेड में बदल गया।

रोड्ट (लाल) पार्टी, सोशलिस्ट लेफ्ट (एसवी) और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नॉर्वे (एनकेपी) सहित देश के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने इस गोलीबारी की निंदा की। अपने बयान में गोलीबारी की निंदा करते हुए और पीड़ितों और उनके रिश्तेदारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए, रेड पार्टी की युवा शाखा ने कहा: "एक मिनट का मौन नहीं बल्कि जीवन भर की लड़ाई है।"

नॉर्वे में युवा कम्युनिस्टों ने कहा कि "25 जून की घटनाओं ने दिखाया है कि LGBT मुक्ति की लड़ाई आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी 50 साल पहले जब नॉर्वे में समलैंगिकता को अपराध से मुक्त कर दिया गया था। युवा कम्युनिस्ट समलैंगिक लोगों की रक्षा करना जारी रखेंगे और सभी कमजोर समूहों के साथ मिलकर मजदूर वर्ग के खिलाफ सभी प्रकार के उत्पीड़न और हिंसा को समाप्त करने के लिए काम करेंगे।"

Watch: Activists from the Young Communists in Norway pay tribute to the victims of Oslo shooting. (Video via NKP/Facebook)


प्राइड मार्च में आर्म्स डीलर की भागीदारी की निंदा...

इस प्राइड महीने के हिस्से के रूप में यंग कम्युनिस्ट लीग (वाईसीएल-ब्रिटेन) ने अपने LGBT+ राजनीतिक प्रस्तावों को दोहराया- जो अपने LGBTQI + साथियों द्वारा लिखित और प्रस्तुत किया गया, इसकी सदस्यता द्वारा समग्र रूप से संशोधित किया गया और पिछले साल इसकी 50 वीं अखिल-ब्रिटेन कांग्रेस में मतदान किया गया - जो एलजीबीटीफोबिया और उसके सभी रूपों में भेदभाव के खिलाफ लड़ने का आह्वान करता है। वाईसीएल ने लंदन प्राइड मार्च में हथियार डीलरों की भागीदारी की भी निंदा की।

शनिवार 2 जुलाई को एक बयान में वाईसीएल-ब्रिटेन ने कहा कि सुविधाजनक ढ़ंग से आज के लंदन प्राइड में अंतिम समय में बीएई सिस्टम्स आधिकारिक तौर पर शामिल हो गया है, जबकि एक हथियार निर्माता साम्राज्यवादी ताकतों को हथियार दे रहा है और दुनिया भर में सामूहिक हत्या से मुनाफा कमा रहा है। इसमें दुनिया के कुछ सबसे होमोफोबिक शासन जैसे सऊदी अरब के साथ व्यापार शामिल है। यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने मार्च किया है और बीएई सिस्टम्स पिछले महीने पोर्ट्समाउथ प्राइड का आधिकारिक प्रायोजक भी था।”

वाईसीएल ने आगे कहा, "युवा कम्युनिस्टों के रूप में हम कहते हैं कि प्राइड कार्यक्रमों में हथियार निर्माताओं, सेना या पुलिस के लिए कोई जगह नहीं हैं। हम अपने LGBT+ साथियों और सहयोगियों से प्राइड के सैन्यीकरण के खिलाफ मजबूती से खड़े होने का आह्वान करते हैं, उन्हें यह बताने के लिए कि आज ब्रिटेन में LGBT+ समानता के लिए जारी संघर्ष और जीत का जश्न मनाने के लिए हमारे साथ मार्च करने के लिए एक संगठन के रूप में उनका स्वागत नहीं है।”



वाईसीएल-ब्रिटेन का पोस्टर। (फोटोः फेसबुक)

प्रोटेस्ट विथ प्राइड...

बेल्जियम में मजदूर वर्ग और युवा/छात्र समूह 21 मई को ब्रुसेल्स में विशाल प्राइड रैली में शामिल हुए। इस रैली में रेडफॉक्स और कोमैक जैसे समूहों के कार्यकर्ताओं सहित हजारों लोगों ने भाग लिया। इस मार्च में शामिल होने वाले लोगों ने एकजुटता के लिए और भेदभाव और विभाजन के खिलाफ विषय 'प्रोटेस्ट विथ प्राइड' का नारा बुलंद किया।



ब्रुसेल्स प्राइड में रेडफोक्स के कार्यकर्ता। (फोटो: रेडफॉक्स)

भेदभाव अधिक शोषण का कारण है

28 जून को एक बयान में कम्युनिस्ट यूथ ऑफ पीपल्स ऑफ स्पेन (जेसीपीई) ने कहा कि "बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियां अपनी छवि को साफ करने के तरीके के रूप में विभिन्न संघर्षों का स्वामित्व लेने की कोशिश करती हैं और उन दावों को किसी ऐसी चीज में बदल देती हैं जिसे वे नियंत्रित कर सकती हैं। विभिन्न संस्थानों से आज वे सहिष्णुता और सामूहिक LGBTQ+ के अधिकारों के बारे में बात करेंगे। लेकिन तब वे कुछ नहीं कहेंगे जब मोरक्को, कतर, इज़राइल या सऊदी अरब जैसे देशों में इस समूह के अधिकारों को कुचल दिया जाता है। ये सभी सहयोगी और जिनके साथ आपने स्पेनिश से सेना सहित कई वाणिज्यिक समझौते किए हैं।"

जेसीपीई ने कहा, "इस स्वायत्तीकरण के बावजूद हमें इस पाखंड और विरोधाभासों की ओर इशारा करना चाहिए। और भेदभाव के खिलाफ ये सारी लडाइयां वर्ग संघर्ष से जुड़ी हुई हैं। LGBTI समूह पर सीधा हमला का मतलब पूंजीवाद का खेल चल रहा है। क्योंकि भेदभाव अगर आपके मजदूर वर्ग की स्थिति में शामिल किया जाता है, तो इससे अधिक शोषण होता है।”

मूल रूप से अंग्रेज़ी में प्रकाशित लेख को पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करेंः

https://www.newsclick.in/Pride-For-People-Not-For-Profit

LGBTQ+ people
Pride
Rainbow Capitalism
Europe
Left-wing Groups
Communist Youth of Austria
pinkwashing

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