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"काश! यूपी, केरल जैसा हो जाए...”

ठीक मतदान से पहले योगी आदित्यनाथ ने जो वीडियो जारी किया वो उन्हीं के गले की फांस बन गया है। उन्होंने खुद की कमियां छुपाने के लिए केरल जैसे विकसित राज्य पर सवाल उठा दिया, लेकिन अब उनसे खुद जवाब देते नहीं बन रहा।
"काश! यूपी, केरल जैसा हो जाए...”

यूपी में 10 फरवरी को पहले दौर के मतदान से ऐन पहले 9 फरवरी की रात में योगी आदित्यनाथ के ट्वीटर हैंडल से उनका एक वीडियो ट्वीट होता है, जिसमें वो भारतीय जनता पार्टी के लिए वोट की अपील करते हैं। योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि अगर बीजेपी सत्ता में नहीं आई तो उत्तर प्रदेश को केरल, पश्चिम बंगाल और जम्मू कश्मीर बनने से कोई नहीं रोक सकता।

जिस तरह से पिछले 2 महीने में योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के खिलाफ प्रचार किया है, ऐसे में योगी का ये बयान ज्यादा चौंकाता नहीं है, लेकिन इतना ज़रूर है कि दूसरों पर सवाल उठाने के चक्कर में योगी जी खुद कठघरे में खड़े हो गए।

इस वीडियो से तीन सवाल उठे।

सबसे पहले तो यही कि क्या ऐन मतदान से पहले इस तरह का वीडियो जारी करना सही है। क्या ये आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है।दूसरा सवाल ये कि इस तरह अन्य राज्यों के प्रति डर पैदा कर योगी जी क्या कहना चाह रहे हैं। क्या ये राज्य भारत के राज्य नहीं हैं। क्या यहां चुनी हुई सरकार नहीं है। क्या मोदी राज में यह राज्य भारत से अलग हो गए हैं, उसके नियंत्रण क्षेत्र में नहीं हैं।और तीसरा सवाल यही कि जिन राज्यों से योगी जी यूपी की जनता को डरा रहे हैं कि उनकी सरकार न बनी तो यूपी, केरल, बंगाल और कश्मीर जैसा हो जाएगा, तो इन राज्यों में विकास की स्थिति क्या है। क्या वे यूपी से पीछे हैं या आगे। मानव सूचकांक में उनका क्या स्थान है।

योगी आदित्यनाथ का यह बयान किसी को खासा पसंद नहीं आया, और वो चौतरफा घिर गए... केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने योगी के वीडियो का तुरंत जवाब देते हुए उन्हें आईना दिखाया।

पिनरई विजयन ने ट्वीट कर कहा-" अगर यूपी केरल जैसा हो जाता है, जिसका डर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को है, तो देश की सर्वश्रेष्ठ शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधा, समाज कल्याण, उच्च जीवन स्तर और सौहार्दपूर्ण समाज को यूपी में स्थापित किया जा सकेगा जहाँ जाति और धर्म के नाम पर लोगों की हत्या नहीं होगी। यूपी की जनता यही चाहती है।"

इस बार उत्तर प्रदेश चुनाव में अखिलेश यादव के साथी और पश्चिमी यूपी में योगी के गले की फांस बने आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने योगी आदित्यनाथ के वीडियो का तुरंत जवाब दिया, उन्होंने ट्वीट कि-" उत्तर प्रदेश के मुक़ाबले जम्मू - कश्मीर में प्रति व्यक्ति आय दुगने के क़रीब है, बंगाल की तीन गुना और केरल सात गुना है….’’

आपको यह भी बताते चलें कि केरल में औसत आयु 75.2 वर्ष है, जबकि उत्तर प्रदेश में ये महज़ 65 वर्ष है। योगी आदित्यनाथ ने बंगाल का भी जिक्र किया था, इसलिए उन्हें पता होना चाहिए कि वहां भी आयु औसत 71.2 वर्ष है। जबकि जम्मू-कश्मीर में औसत आयु तीनों से राज्यों से बेहतर स्थिति में है।

वहीं बात अगर शिक्षित आबादी की करें तो उत्तर प्रदेश सबसे आखिर में 73.6 प्रतिशत है। केरल में 96.2 प्रतिशत और पं बंगाल में 80.5 प्रतिशत है।

आपराध के मामले में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर है, मानवाधिकार हनन के मामले में शीर्ष पर है, बलात्कार के मामले में शीर्ष पर है, तथाकथित पुलिस एनकाउंटर के मामले में शीर्ष पर है और आन्दोलनकारियों पर मुकदमे ठोकने और जनता के दमन के मामले में शीर्ष पर है। सरकार खुद बार-बार 15 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त अनाज देने का ऐलान कर साबित कर देती है कि गरीबों की संख्या के मामले में भी यह राज्य अव्वल है।

जब देश कोरोनाकाल में उल्टी सांसे ले रहा था, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि आपदा में अवसर ढूंढे। वाकई, देश को विकास का झांसा देकर खुद का विकास करने में जुटी भाजपा पर प्रधानमंत्री का ये मंत्र बिल्कुल ठीक बैठता है, जिसकी गवाही उत्तर प्रदेश का हर गांव-ज़िला देता है।

वाकई अब यूपी के लोग कह रहे हैं कि काश! यूपी भी केरल जैसा बन जाए।

 

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