बिना विचारधारा भगत सिंह को याद करना अधूरा है
भगत सिंह आज़ाद भारत में भी युवाओं के icon के तौर पर देखे जाते हैंI इनकी तस्वीर वाली शर्ट पहने युवा किसी भी विश्वविद्यालय में अक्सर दिख जाते हैंI सरकारी दफ्तरों में भी अमूमन इनकी फोटो लगी दिख जाती हैI लेकिन 23 साल की उम्र में अपने दो साथियों राजगुरु और सुखदेव सहित अंग्रेज़ी सरकार द्वारा फाँसी चढ़ा दिए गए इस युवा क्रांतिकारी की विचारधारा के बारे में भी लोग इतना ही जानते हैंI
वामपंथी विचारधारा वाले भगत सिंह और उनकी पार्टी किस भारत का सपना देखते थे? 23 मार्च यानी भगत सिंह के शहीदी दिवस के मौके पर पत्रकार ने Nilanjan Mukhopadhyay इतिहासकार S. Irfan Habib से इसी विषय पर ख़ास बातचीत कीI
अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।