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बुलेट ट्रेन का दावा लेकिन साधारण ट्रेन चलाने में भी मुश्किल !

भारतीय रेलवे ने उत्तर मध्य रेल लाइन की लगभग 20 ट्रेनें कोहरे के कारण दो महीनें के लिए रद्द करने का फैसला किया है। इसके साथ ही कई ट्रेनों के फेरे भी घटाए गए हैं।
रेलवे ने उत्तर मध्य रेल लाइन की लगभग 20 ट्रेनें कोहरे के कारण दो महीनें के लिए रद्द कि
रेलवे ने उत्तर मध्य रेल लाइन की लगभग 20 ट्रेनें कोहरे के कारण दो महीनें के लिए रद्द कर दी हैं।

आज जब एक तरफ़ हमारी सरकार बुलेट ट्रेन चलाने के दावे कर रही है तो दूसरी तरफ़ हम देख रहे हैं कि हमारे पास वर्तमान में जो साधारण ट्रेन हैं, सरकार उन्हें भी सुरक्षित और समयानुसार नहीं चला पा रही है। इसका ताज़ा उदाहरण हमें बुधवार को देखने को मिला जब भारतीय रेलवे ने उत्तर मध्य रेल लाइन की लगभग 20 ट्रेनें कोहरे के कारण दो महीनें के लिए रद्द करने का फैसला किया है। इसके साथ ही कई ट्रेनों के फेरे भी घटाए गए हैं।

उत्तर भारत में अभी कोहरा ठीक से पड़ना शुरू भी नही हुआ है, तब ये फैसला हैरत में डालता है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि ऐसा मौसम कोई पहली बार नहीं है, हर वर्ष धुंध या कोहरा आता है, इस वजह से कोई ट्रेन कुछ दिनों के लिए रद्द होती है, लेकिन एक साथ दो महीने के लिए ट्रेन रद्द करना शायद पहली बार हुआ है। ये सब उस सरकार के दौर में हो रहा है जो दावा कर रही है कि उसने रेलवे के आधारभूत ढांचे को बहुत बेहतर किया है और देश में जापान और चीन की तरह हाईस्पीड ट्रेन चलाना चाहती है।

समाचार एजंसियो के मुताबिक पूर्वमध्य और उत्तर मध्य रेलवे (एनईआर) ने कोहरे और प्रतिकूल मौसम की वजह से 20 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। इनमें अधिकतर ट्रेन उत्तर प्रदेश और बिहार से दिल्ली और पंजाब जाने वाली हैं। ट्रेनों के रद्द करने की यह प्रक्रिया आज गुरुवार से प्रभावी हो गई है और 15 फरवरी 2019 तक जारी रहेगी।

अधिकारी के मुताबिक, ट्रेनें रद्द करने के अलावा 14 ट्रेनों के फेरे भी घटाए गए हैं।

जिन ट्रेनों को रद्द किया गया है, उनमें गोरखपुर-अमृतसर एक्सप्रेस, अमृतसर-गोरखपुर एक्सप्रेस, सीतामढ़ी-आनंद विहार एक्सप्रेस, आनंद विहार-सीतामढ़ी एक्सप्रेस, जयनगर-अमृतसर एक्सप्रेस, इलाहाबाद-बस्ती एक्सप्रेस और बस्ती-इलाहाबाद एक्सप्रेस शामिल हैं।

आमतौर पर कोहरे के दिनों में ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक लग जाती है। इससे पूर्व-मध्य रेल क्षेत्र की अधिकतर एक्सप्रेस ट्रेनें विलंब से चलने लगती हैं। ट्रेनों के देरी से परिचालन की वजह से रोजाना रेल यात्री परेशान होते हैं|

जिन रूट की ट्रेनों को रद्द किया गया है वो भारत के सबसे व्यस्त रूटों में से एक है। हम सब जानते है अगर आपको बिहार जाने या आने कि टिकट चाहिए तो वो किसी युद्ध से कम नहीं है। इसके लिए जैसे ही टिकट काउंटर खुलते हैं उसके चंद घंटो में ही सीटें फुल हो जाती हैं। और आप वेटिंग टिकट लेकर उसके कन्फर्म होने का इंतज़ार करते हैं। ऐसे में अचानक दो महीने के लिए ट्रेन को रद्द करने से बिहार व पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगो के लिए जो अधितर काम की तलाश में दिल्ली और पंजाब जाते है उनके लिए गंभीर संकट हो गया है। ऐसे ही एक परिवार जो छठपूजा में अपने घर गए थे और उन्होंने दिल्ली वापसी का टिकट 25 दिंसबर का बनवाया था परन्तु जिस ट्रेन का टिकट बुक किया था, वो ट्रैन कैंसिल हो गई है। अब वो परेशान हैं की कैसे वो दिल्ली आयेंगे। उनका टिकट लिच्छवि एक्सप्रेस का था। उनका कहना है कि सरकार ने ट्रेन तो कैंसिल कर दी है पर उनके लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है।

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