उपचुनाव : 6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना जारी, सभी की नज़र घोसी के नतीजे पर
देश के छह राज्यों के 7 विधानसभा सीटों पर 5 सितंबर को हुए उपचुनावों की आज मतगणना की जा रही हैं। इन राज्यों में उत्तर प्रदेश के एक सीट घोसी, उत्तराखंड के एक सीट बागेश्वर, केरल के एक सीट पुथुपल्ली, पश्चिम बंगाल के एक सीट धूपगुड़ी, झारखंड के एक सीट डुमरी और त्रिपुरा के दो सीट बॉक्सनगर और धनपुर के लिए मतगणना जारी है।
घोसी (उत्तर प्रदेश)
उत्तर प्रदेश के घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव में वोटों की गिनती शुक्रवार सुबह शुरू हो गई, जिसे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के बीच पहला बड़ा चुनावी मुकाबला माना जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के घोसी विधानसभा क्षेत्र में 50 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने मंगलवार (पांच सितंबर) को उपचुनाव के लिए वोट डाला था, जो विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के गठन के बाद राज्य में पहला चुनावी मुकाबला था।
पिछले साल के विधानसभा चुनाव में घोसी में 58.59 प्रतिशत मतदान हुआ था।
भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार, पांच सितंबर को हुए विधानसभा उपचुनाव में अंतिम मतदान प्रतिशत 50.77 दर्ज किया गया था।
जुलाई में समाजवादी पार्टी (सपा) से 2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीट जीतने वाले दारा सिंह चौहान के इस्तीफे के बाद उपचुनाव जरूरी हो गया था।
वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में लौट आए थे और पार्टी ने उन्हें उपचुनाव लड़ने के लिए चुना था। उपचुनाव के लिए सपा ने सुधाकर सिंह को मैदान में उतारा है।
2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में चौहान ने भाजपा उम्मीदवार विजय कुमार राजभर को 22,216 मतों के अंतर से हराया था।
उपचुनाव में चौहान को राजग सहयोगियों अपना दल (सोनेलाल), निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) पार्टी और पूर्व सपा सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का समर्थन मिल रहा है।
दूसरी ओर सपा उम्मीदवार सुधाकर सिंह को ‘इंडिया’ के घटक दलों - कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), राष्ट्रीय लोक दल (रालोद), आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (भाकपा-माले)-लिबरेशन और सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी से समर्थन मिला है।
उपचुनाव का भाजपा सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा, जिसे 403 सदस्यीय राज्य विधानसभा में अच्छा बहुमत हासिल है। हालांकि, इसका परिणाम 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए भविष्य का संकेत हो सकता है। उत्तर प्रदेश 543 सदस्यीय लोकसभा में 80 सांसद भेजता है।
इस उपचुनाव में कुल 10 उम्मीदवार मैदान में थे। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने उपचुनाव में कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था।
बागेश्वर (उत्तराखंड)
उत्तराखंड में बागेश्वर विधानसभा सीट पर पर उपचुनाव पांच सितंबर को हुए थे, जिसमें 55.44 फीसदी मतदान हुआ था।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल में परिवहन मंत्री रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक चंदन राम दास का इस वर्ष अप्रैल में बीमारी से निधन हो जाने के कारण इस रिक्त सीट पर उपचुनाव कराया गया।
उपचुनाव में कुल पांच प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं लेकिन मुख्य मुकाबला सत्ताधारी दल भाजपा और विपक्षी पार्टी कांग्रेस के बीच है।
भाजपा ने दास की पत्नी पार्वती दास को चुनाव मैदान में उतारा है जबकि कांग्रेस ने उनके विरूद्ध बसंत कुमार को टिकट दिया है। कुमार ने 2022 में पिछला विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी (आप) के टिकट पर लड़ा था और उपचुनाव से ऐन पहले आप का साथ छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा है।
भाजपा और कांग्रेस के अलावा, समाजवादी पार्टी, उत्तराखंड क्रांति दल और उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने भी अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं।
धूपगुड़ी (पश्चिम बंगाल)
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले की धूपगुड़ी विधानसभा सीट पर उपचुनाव पांच सितंबर को हुआ था और उसमें 78 प्रतिशत वोट पड़े थे।
मतगणना नार्थ बंगाल विश्वविद्यालय के जलपाईगुड़ी द्वितीय परिसर में हो रही है।
एक निर्वाचन अधिकारी ने बताया, ‘‘मतगणना सुबह आठ बजे प्रारंभ हुई। मतगणना स्थल के आसपास त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक बिष्णु पद रे के निधन से धूपगुड़ी सीट रिक्त हुई थी।
राज्य की सत्तारुढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने कॉलेज के प्राध्यापक निर्मल चंद्र रॉय को चुनाव में उतारा है, भाजपा ने 2021 में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले में मारे गए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान की पत्नी तापसी रॉय को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने लोकगायक ईश्वर चंद्र रॉय को मैदान में उतारा है, कांग्रेस ने उन्हें समर्थन दिया है।
पुथुपल्ली (केरल)
केरल में पुथुपल्ली निर्वाचन क्षेत्र में हुए उपचुनाव में वोटों की गिनती शुक्रवार सुबह शुरू हुई।
इस चुनाव को राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि कांग्रेस का लक्ष्य अपने पारंपरिक गढ़ को बरकरार रखना है, जबकि सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) इसे हासिल करके नयी पैठ बनाना चाहती है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ओमन चांडी के निधन से खाली हुई सीट के लिए पांच सितंबर को मतदान हुआ था।
यहां एक स्थानीय कॉलेज में बनाए गए विशेष मतगणना केंद्र पर सुबह आठ बजे मतगणना शुरू होने वाली थी लेकिन उसमें कुछ समय की देरी हुई।
यूडीएफ के चांडी ओमन, एलडीएफ उम्मीदवार जैक सी थॉमस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जी लिजिन लाल पुथुपल्ली से अपनी राजनीतिक किस्मत आजमा रहे हैं।
निर्वाचन आयोग के सूत्रों ने कहा कि पुथुपल्ली में मतगणना केंद्रों की कुल संख्या 182 है और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में वोटों की गिनती 13 चरण में की जाएगी।
कम से कम 74 मतगणना अधिकारी ड्यूटी पर हैं, जबकि 32 केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) कर्मी और 12 सदस्यीय सशस्त्र बटालियन को मतगणना स्थल पर सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार, कुल पंजीकृत 1,76,412 मतदाताओं में से मंगलवार को 72.86 प्रतिशत ने वोट डाला था।
पुथुपल्ली विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव के दौरान अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले मतदाताओं की संख्या 2021 के राज्य विधानसभा चुनावों में हुए लगभग 74 प्रतिशत मतदान से थोड़ी कम थी।
कुल 140 सीटों वाली 2021 केरल विधानसभा की वर्तमान संरचना में सत्तारूढ़ एलडीएफ के पास 99, यूडीएफ के पास 40 सीट हैं और पुथुपल्ली में एक सीट खाली है।
धनपुर और बॉक्सानगर (त्रिपुरा)
त्रिपुरा के सिपाहीजाला जिले में दो विधानसभा सीटों धनपुर और बॉक्सानगर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए पांच सितंबर को मतदान हुआ था। दोनों सीटों पर औसतन 86.50 फीसदी मतदान हुआ था।
मतगणना कड़ी सुरक्षा के बीच सोनमुरा गर्ल्स स्कूल में हो रही है।
विपक्षी दल मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने मतदान के दौरान बड़े पैमाने पर धांधली और निर्वाचन आयोग द्वारा कोई कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए मतगणना का बहिष्कार किया है। दोनों सीटों पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और माकपा के बीच ही मुकाबला है क्योंकि दो अन्य विपक्षी दलों टिपरा मोथा और कांग्रेस ने कोई प्रत्याशी नहीं उतारा है।
माकपा विधायक समसुल हक के निधन के कारण बॉक्सानगर निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव आवश्यक हो गया था। वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक के धनपुर के विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराना जरूरी हो गया था।
भाजपा के तफज्जल हुसैन बॉक्सानगर सीट पर माकपा के उम्मीदवार मिजान हुसैन के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। बॉक्सनगर विधानसभा क्षेत्र में कुल 43,087 मतदाताओं में से 66 प्रतिशत मतदाता अल्पसंख्यक हैं। फरवरी में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में माकपा इस सीट को बरकरार रखने में कामयाब रही थी।
इस सीट पर 50,346 मतदाता मतदान के पात्र हैं जिनमें से 8,000 से अधिक आदिवासी मतदाता हैं।
त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 31 विधायक हैं और उसके सहयोगी दल इंडीजीनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) का एक विधायक है। विपक्षी टिपरा मोथा के 13, माकपा के 10 और कांग्रेस के तीन विधायक हैं।
डुमरी (झारखंड)
झारखंड की डुमरी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव को लेकर वोटों की गिनती की जा रही है।
5 सितंबर को हुए मतदान में पूरे निर्वाचन क्षेत्र में केंद्रों के बाहर मतदाताओं, विशेषकर महिलाओं की लंबी कतार देखी गई थी।
डुमरी उपचुनाव में 1.44 लाख महिलाओं सहित 2.98 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के पात्र हैं और वे तीन निर्दलीय सहित कुल छह उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।
डुमरी से झामुमो विधायक और राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन के कारण इस सीट पर उपचुनाव जरूरी हो गया था। महतो साल 2004 से राज्य विधानसभा में इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।
ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी से यशोदा देवी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की प्रत्याशी के रूप में किस्मत आजमा रही हैं। वहीं, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने मोहम्मद अब्दुल मोबीन रिजवी को टिकट दिया।
(न्यूज़ एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
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