CAA विरोध: केरल में सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों ने मिलकर किया सत्याग्रह

विवादित नागरिकता (संशोधन) कानून (सीएए) के विरोध में सोमवार को केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने संयुक्त ‘सत्याग्रह’ किया।
सुबह दस बजे तिरुवनंतपुरम के मार्टेयर्स कॉलम में तीन घंटे तक चलने वाले इस सत्याग्रह में राज्य के मंत्री, एलडीएफ के नेता, कांग्रेस नीत यूनाईटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के नेता शामिल हुए।
केरल ऐसा पहला राज्य है जिसने घोषणा की थी कि उसके यहां सीएए लागू नहीं होगा।
The secular and democratic voices of Kerala have come together to fight against the draconian Citizenship Amendment Act. The joint Satyagraha has commenced at the Martyrs Column in Thiruvananthapuram. We must resist & #WeWillResist pic.twitter.com/aUgdS38MCI
— Pinarayi Vijayan (@vijayanpinarayi) December 16, 2019
विजयन ने फेसबुक में पोस्ट में लिखा, ‘‘राज्य ने संयुक्त रूप से विरोध करने का फैसला किया क्योंकि इस कानून ने नागरिकों के बीच चिंता पैदा कर दी है और संविधान में प्रदत्त समानता और धर्मनिरपेक्षता के मूल्यों को खत्म कर दिया है।’’
Together, we will fight the CAA
Kerala's fight against the tyrannical act will see a bipartisan coming together of parties in Govt and opposition. We will be sitting on a Satyagraha in Thiruvananthapuram. Join us in defense of our democracy.
We must resist & #WeWillResist pic.twitter.com/Sg9G62Hra4
— Pinarayi Vijayan (@vijayanpinarayi) December 15, 2019
नजमा को काले झंडे दिखाए
दूसरी ओर कोच्चि के निकट अलौवा में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सीएए के विरोध में मणिपुर की राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला को काले झंडे दिखाए।
हेपतुल्ला हवाईअड्डे जा रहीं थी जब युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाए।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाया, उसके बाद राज्यपाल गंतव्य की ओर रवाना हो सकीं।
CAA, NRC बड़े पैमाने पर ध्रुवीकरण के हथियार : राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नागरिकता (संशोधन) कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी को भारत में ‘‘बड़े पैमाने पर धुव्रीकरण’’ के लिए फासीवादियों के हथियार करार देते हुए सोमवार को कहा कि इन हथियारों के खिलाफ बचाव का सर्वश्रेष्ठ तरीका शांतिपूर्ण सत्याग्रह है।
गांधी ने कहा कि वह इन हथियारों के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ खड़े हैं।
गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘कैब और एनआरसी भारत में बड़े पैमाने पर ध्रुवीकरण करने के लिए फासीवादियों के हथियार हैं। इन गंदे हथियारों के खिलाफ बचाव का सर्वश्रेष्ठ तरीका शांतिपूर्ण, अहिंसक सत्याग्रह है। मैं कैब और एनआरसी के खिलाफ शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ खड़ा हूं।’’
The CAB & NRC are weapons of mass polarisation unleashed by fascists on India. The best defence against these dirty weapons is peaceful, non violent Satyagraha. I stand in solidarity with all those protesting peacefully against the CAB & NRC.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 16, 2019
उधर, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने केन्द्र से नागरिकता संशोधन कानून को रद्द करने की मांग करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री से स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हरसंभव कदम उठाने की अपील की।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
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