गुजरात चुनाव: मुद्दों से हारे... मां के सहारे!
1975 में आई फिल्म ‘दीवार’ का वो संवाद... ‘’मेरे पास मां है’’ आपको याद ही होगा। जहां सलीम-जावेद की लेखनी ने तमाम ज़रूरतों के सामने मां तवज्जो दी थी, जो लाज़िमी था।
अब इसी बेहद भावुक संवाद का इस्तेमाल भाजपा, गुजरात में अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए कर रही है। यानी फिर वो मौका आ गया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की करीब 100 साल की मां को आगे कर जनता को भावुक किया जा रहा है, और वोट बटोरने की रणनीति तैयार की जा रही है।
दरअसल गुजरात आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष गोपाल इटालिया ने कथित तौर पर प्रधानमंत्री मोदी की मां पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिस पर हमलावर होते हुए स्मृति ईरानी ने कहा है कि उस महिला का गुनाह सिर्फ इतना है कि वो मोदी का मां हैं, और ऐसे बयान ‘आप’ की विवशता नहीं चरित्र का प्रमाण हैं।
अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।