‘द कश्मीर फ़ाइल्स’ विवाद : आईएफ़एफ़आई के तीन ज्यूरी सदस्यों ने नादव लापिड का बचाव किया
हाल ही में समाप्त हुए भारतीय अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव (आईएफ़एफ़आई) के ज्यूरी सदस्यों में शामिल एकमात्र भारतीय सुदीप्तो सेन ने शनिवार को कहा कि इज़रायली फ़िल्म निर्माता नादव लापिड द्वारा “द कश्मीर फाइल्स” के बारे में की गई टिप्पणी उनकी व्यक्तिगत राय थी।
तीन अन्य ज्यूरी सदस्य भी लापिड के बचाव में आगे आए। इनमें अमेरिकी निर्माता जिन्को गोटोह, फ़्रांसीसी फ़िल्म संपादक पास्कल चावांस और फ़्रांसीसी लघु फ़िल्म निर्माता जेवियर एंगुलो बारटुरेन शामिल हैं।
सेन ने पीटीआई-भाषा से कहा, “अब अगर कोई सार्वजनिक रूप से किसी एक फ़िल्म को चुनता है और कुछ ऐसा कहता है, जिसकी उम्मीद नहीं है, तो यह उसकी निजी भावना है। इसका ज्यूरी सदस्यों से कोई लेना-देना नहीं है।”
लापिड आईएफ़एफ़आई की अंतररराष्ट्रीय ज्यूरी के प्रमुख थे। उन्होंने नौ दिन चलने वाले इस फ़िल्म समारोह के अंतिम दिन आयोजित अवॉर्ड समारोह में ‘द कश्मीर फ़ाइल्स’ को ‘एक अश्लील और दुष्प्रचार फ़ैलाने वाली फ़िल्म’ क़रार दिया था।
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