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फ़िलीपींस में आतंकवादियों की सूची की व्यापक निंदा की गई

फ़िलीपींस में एंटी टेररिस्ट काउंसिल ने हाल में जारी सूची में 19 लोगों को शामिल किया है जिसको लेकर शांति संगठनों, मानवाधिकार समूहों और एक्टिविस्टों ने इसकी निंदा की है।
फ़िलीपींस में आतंकवादियों की सूची की व्यापक निंदा की गई

फिलीपींस में एक्टिविस्ट और नागरिक समाज समूह एंटी-टेररिस्ट काउंसिल (एटीसी) द्वारा प्रकाशित "आतंकवादियों" की नई सूची के खिलाफ सामने आए हैं। रविवार 16 मई को, फिलीपीन इक्यूमेनिकल पीस प्लेटफॉर्म (पीईपीपी) पिछले सप्ताह एटीसी द्वारा 19 "आतंकवादियों" की सूची को प्रकाशित करने के खिलाफ बयान देने वाला नवीनतम समूह है जो फिलीपींस की प्रतिबंधित कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों और मोरो राष्ट्रवादी समूहों के सदस्यों में से हैं। इसमें पीस एक्टिविस्ट भी शामिल हैं।

पीईपीपी चर्च-आधारित विभिन्न समूहों का एक गठबंधन है जो शांति प्रक्रिया और हिंसा को समाप्त करने की वकालत करता है। बयान में पीईपीपी ने रोड्रिगो डुटेर्टे सरकार और सीपीपी के बीच निष्क्रिय शांति प्रक्रिया को लेकर "दूरगामी और प्रतिकूल परिणामों" की चेतावनी दी। नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ द फिलीपींस (एनडीएफपी) द्वारा सीपीपी का प्रतिनिधित्व किया जाता है।

इस बयान में शांति का आह्वान किया गया है "जो न केवल असंतोष की आवाज़ को दबा रहा है और आतंकवादियों के रूप में परिभाषित लोगों जीवन को नष्ट कर रहा है और जेलों में कैद कर रहा है बल्कि शांति जो असहमति के मूल कारणों को संबोधित करती है और बातचीत के माध्यम से समाधान चाहती है उसे भी दबा रहा है।"

13 मई को आतंकवादियों की सूची के प्रकाशन के बाद से नागरिक समाज समूहों ने हिंसा की संभावित वृद्धि और सरकारी निकायों द्वारा एक्टिविस्ट को निशाना बनाए जाने पर चिंता जताई है। इसने एटीसी के कामकाज में पीछे की प्रक्रिया पर भी सवाल उठाया है जो विवादास्पद आतंकवाद विरोधी अधिनियम के तहत काम करती है।

एटीसी द्वारा आतंकवादियों के रूप में नाम लिए गए लोगों में पीस एक्टिविस्ट भी शामिल हैं जो सरकार और कम्युनिस्ट विद्रोहियों के बीच शांति प्रक्रिया को पुनर्जीवित करने की दिशा में काम कर रहे हैं। नाम लिए गए कई एक्टिविस्ट अभी भी कानूनी रूप से काम कर रहे हैं और पहले सरकारी अधिकारियों द्वारा "रेड-टैग" किए गए हैं जिससे हमलों और उत्पीड़न को बढ़ावा मिला है।

नाम जोड़े गए एक्टिविस्टों में से एक आतंकवाद विरोधी अधिनियम मामले में याचिकाकर्ता हैं जिसको लकेर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है। एटीए के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ताओं का प्रतिनिधित्व करने वालों सहित कई लॉयर मूवमेंट्स ने इस निर्णय को भी "रेड-टैगिंग" बताया है।

लंबे समय से राजनीतिक कैदी विंसेंटे लैडलैड की पत्नी फिदेस लिम ने कहा, "यह उस संकल्प का सार है जो एंटी टेररिज्म एक्ट की पेटेंट असंवैधानिकता के अंतिम निर्धारण को दरकिनार करने के लिए चल रहे सुप्रीम कोर्ट के विचार-विमर्श पर दुर्भावनापूर्ण रूप से उचित समय से पहले किया गया है।" फिदेस पीस एक्टिविस्ट हैं जिनका नाम एटीसी द्वारा आतंकवादी के रूप में शामिल किया गया है जबकि उनके मामले की अदालत में सुनवाई चल रही है।

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