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राजस्थान में सत्ता बदलने का रिवाज क़ायम, बीजेपी के तीन सांसद हार गए

राजस्थान विधानसभा चुनाव में उतरे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सात में से चार सांसद जीते जबकि तीन हार गये।
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राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान के वोटों की गिनती रविवार को हुई। निर्वाचन आयोग के मुताबिक भाजपा ने 115 सीट पर जीत दर्ज की है। कांग्रेस 69 सीट जीत दर्ज की है।

राज्य विधानसभा की 200 में से 199 सीट के लिए चुनाव हुए हैं।

राजस्थान विधानसभा चुनाव में उतरे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सात में से चार सांसद जीते जबकि तीन हार गये।

वहीं, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी खींवसर विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की।

भाजपा ने विधानसभा चुनाव में जयपुर ग्रामीण से सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, अजमेर से सांसद भागीरथ चौधरी, अलवर से सांसद बाबा बालक नाथ, राजसमंद से सांसद दीया कुमारी, झुंझुनू से सांसद नरेंद्र कुमार, जालौर से सांसद देवजी पटेल और राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा को मैदान में उतारा था।

पूर्व जयपुर राजघराने की सदस्य दीया कुमारी ने विद्याधर नगर सीट पर 71,368 वोटों के भारी अंतर से जीतीं। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार सीताराम अग्रवाल को हराया।

विद्याधर नगर सीट पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत के दामाद नरपत सिंह राजवी के पास थी, लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया। उन्हें चित्तौड़गढ़ सीट से उतारा गया। लेकिन राजवी चित्तौड़गढ़ सीट हार गए जहां भाजपा के बागी चंद्रभान सिंह आक्या जीते। राजवी तीसरे स्थान पर रहे।

दो बार के सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक चौधरी को 50,167 वोटों के अंतर से हराकर झोटवाड़ा सीट जीती। पूर्व ओलंपिक रजत पदक विजेता राठौड़ भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री हैं।

तिजारा सीट पर चुनाव लड़े अलवर सांसद बाबा बालक नाथ 6,173 वोटों से जीते। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार इमरान खान को हराया। राज्यसभा सदस्‍य किरोड़ी लाल मीणा ने भी सवाई माधोपुर सीट 22,510 के अंतर से जीती। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार दानिश अबरार को हराया, जो मुख्यमंत्री के सलाहकार थे।

भाजपा के तीन सांसद चुनाव हार गए। मंडावा विधानसभा सीट पर सांसद नरेंद्र कुमार को कांग्रेस प्रत्याशी रीटा चौधरी से 18,717 वोटों से हार का सामना करना पड़ा।

सांसद भागीरथ चौधरी किशनगढ़ सीट पर न केवल हारे बल्कि तीसरे स्थान पर रहे। यहां कांग्रेस उम्मीदवार विकास चौधरी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और निर्दलीय उम्मीदवार सुरेश टाक (मौजूदा विधायक) को हराकर जीत हासिल की।

विकास चौधरी भाजपा के बागी हैं, उन्हें टिकट नहीं दिया गया जिसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गए और उन्हें टिकट मिल गया।

इसी तरह, सांचौर में भी सांसद देवजी पटेल तीसरे स्थान पर रहे, जहां भाजपा के बागी और निर्दलीय उम्मीदवार जीवाराम चौधरी ने जीत हासिल की। कांग्रेस प्रत्याशी एवं मंत्री सुखराम विश्नोई निकटतम प्रतिद्वंद्वी रहे।

नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल खींवसर सीट पर भाजपा के उम्मीदवार रेवंत राम को 2,059 वोटों के मामूली अंतर से हराकर जीते।

उधर विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने और उसके टिकट पर चुनाव लड़ने वाले तीन नेताओं को हार का सामना करना पड़ा। इसमें बाड़ी से निवर्तमान कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा शामिल हैं।

बाड़ी विधानसभा सीट पर मलिंगा को बहुजन समाज पार्टी (बसपा)के उम्मीदवार जसवंत सिंह गुर्जर से 27,424 वोटों के अंतर से हराया। गुर्जर को 1,06,060 वोट मिले और उन्हें विजेता घोषित किया गया।

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस द्वारा बाड़ी सीट के लिए टिकट की घोषणा किए जाने से कुछ समय पहले ही मलिंगा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए थे और उन्हें उम्मीदवार बनाया गया था।

मलिंगा पर बाड़ी में बिजली विभाग के एक दलित इंजीनियर की पिटाई करने का आरोप है जो एक साल से बिस्तर पर है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित कांग्रेस के अनेक नेताओं व दलित संगठनों ने मलिंगा को टिकट देने की आलोचना की थी।

इसी तरह कांग्रेस की पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा ने भी भाजपा में शामिल होकर नागौर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा। वह अपने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी हरेंद्र मिर्धा से 14,620 वोटों के अंतर से हार गईं।

धौलपुर सीट से 2018 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर लड़ने वाले शिवचरण सिंह कुशवाह भाजपा में शामिल हो गए थे और उन्हें टिकट मिल गया। उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी शोभारानी कुशवाह ने हराया।

उल्लेखनीय है कि धौलपुर से निवर्तमान विधायक शोभारानी को पिछले साल राज्यसभा चुनाव में ‘क्रॉस वोटिंग’ के कारण भाजपा से निष्कासित कर दिया गया था। उन्हें इस बार कांग्रेस ने टिकट दिया था। उन्होंने 16,789 वोटों के अंतर से सीट जीती।

वहीं, किशनगढ़ सीट पर भाजपा से कांग्रेस में आए विकास चौधरी ने जीत दर्ज की। भाजपा ने विकास को टिकट न देकर अजमेर से सांसद भागीरथ चौधरी को किशनगढ़ से मैदान में उतारा। विकास चौधरी ने निर्दलीय प्रत्याशी सुरेश टाक को 3,620 वोटों से हराया। सांसद भागीरथ तीसरे स्थान पर रहे।

(न्यूज़ एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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