ट्रम्प का शपथग्रहण: प्रतिगामी नीतियों और विदेश में युद्धों को कम करने की संभावनाओं का मिश्रण

20 जनवरी को, डोनाल्ड ट्रम्प ने संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभाला। उन्होंने कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ और कार्यकारी आदेश दिए। ये निर्णय कुछ क्षेत्रों में पिछले प्रशासन की नीतियों से अलग हैं: अंतर्राष्ट्रीय संधियाँ और संगठन और कुछ घरेलू मुद्दे जो विभाजनकारी हैं लेकिन उनके MAGA (Make America Great Again) अनुयायियों के दिल के करीब हैं।
इनमें से एक कदम पेरिस जलवायु समझौते और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से अमेरिका का बाहर निकलना था। दुनिया का सबसे अमीर देश कथित तौर पर विनाशकारी जलवायु परिवर्तन और कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी के जोखिम जैसी पहलों का समर्थन करने के लिए बहुत गरीब है!
कोविड-19 महामारी से निपटने के तरीके की आलोचना करते हुए ट्रंप ने "वित्तीय योगदान" को प्राथमिक चिंता बताया। अमेरिका WHO का सबसे बड़ा वित्तपोषक है, जिससे संगठन बिल गेट्स और विभिन्न परोपकारी संगठनों जैसे निजी दानदाताओं पर अधिक निर्भर हो जाएगा, जिनका सार्वजनिक स्वास्थ्य पर अपना एजेंडा भी है, जिनमें से एक प्रमुख है मौजूदा पेटेंट और कॉपीराइट व्यवस्था को बनाए रखना, विशेष रूप से चिकित्सा और सॉफ्टवेयर उद्योगों में।
घरेलू स्तर पर, ट्रम्प ने मेक्सिको बॉर्डर पर "राष्ट्रीय आपातकाल" घोषित करके आव्रजन (immigration) पर अपने रुख की पुष्टि की। इसमें अवैध (undocumented) अप्रवासियों के बच्चों के लिए जन्म से ही नागरिकता का अधिकार (birthright citizenship) पर संभावित कार्रवाई और ड्रग कार्टेल को "आतंकवादी" संगठन के रूप में नामित करना शामिल है। इन नीतियों का यू.एस.-मेक्सिको संबंधों और यू.एस. में लाखों मैक्सिकन मूल के व्यक्तियों पर तत्काल प्रभाव पड़ने की संभावना है।
ट्रम्प का दृष्टिकोण लैटिन अमेरिका से अमेरिका में अप्रवासियों को कम करने के व्यापक उद्देश्य को दर्शाता है, जबकि "तकनीकी और वैज्ञानिक कर्मियों" - एच1बी वीजा - के प्रवाह को बनाए रखता है, जिसकी अमेरिका को अपने तकनीकी उद्योगों के लिए बहुत आवश्यकता है। क्यूबा नीति के संबंध में ट्रम्प ने क्यूबा को आतंकवाद को प्रायोजित करने वाला देश बताया है, जिसे बिडेन ने वापस ले लिया था।
सामाजिक मुद्दों पर, ट्रम्प ने ऐसी नीतियों की घोषणा की जो केवल दो जेंडर (only two genders) महिला और पुरुष को मान्यता देती हैं, इस कदम की आलोचना प्रतिगामी (Regressive) होने और जेंडर के बारे में आज की वैज्ञानिक समझ के विपरीत होने के लिए की जा रही है। ये नीतियाँ LGBTQ+ व्यक्तियों के अधिकारों की अवहेलना करती हैं, जो आनुवंशिक स्तर पर भी लिंग की तरलता और गैर-द्विआधारी पहचान (gender fluidity and non-binary identities) को मान्यता देने में वैश्विक स्तर पर की गई वर्षों की प्रगति को कमज़ोर करती हैं।
LGBTQ+ मुद्दे ने सामाजिक मानदंडों, वैज्ञानिक साक्ष्य और लोगों की मान्यताओं के बीच संतुलन के बारे में बहस छेड़ दी है, जिसमें ट्रम्प स्पष्ट रूप से अपने राजनीतिक आधार और उसके पूर्वाग्रहों का पक्ष ले रहे हैं।
ट्रम्प ने 6 जनवरी के कैपिटल हिल दंगों में शामिल व्यक्तियों सहित अन्य लोगों को भी क्षमादान जारी किया है। हालाँकि राष्ट्रपति द्वारा क्षमादान असामान्य नहीं है, लेकिन इसे पक्षपातपूर्ण चाल के रूप में देखा जाता है। उनके कार्य राष्ट्रपति बिडेन के कार्यों से मिलते-जुलते हैं, जिन्होंने गैर-हिंसक अपराधों के लिए दोषी ठहराए गए 39 अमेरिकियों को राष्ट्रपति द्वारा क्षमादान जारी किया, लगभग 1,500 अन्य लोगों की सजा कम कर दी और अपने परिवार के 5 सदस्यों को प्रतिरक्षा प्रदान की। ये कदम अमेरिका में राजनीतिक विभाजन को दर्शाते हैं, जहाँ शासन तेजी से पक्षपातपूर्ण हितों द्वारा आकार ले रहा है।
ट्रम्प द्वारा टिकटॉक प्लेटफॉर्म के स्वामित्व पर बातचीत के लिए 75 दिनों की मोहलत दिए जाने के साथ ही टिकटॉक प्रतिबंध में अस्थायी रूप से ढील दे दी गई है। इससे एलन मस्क जैसे प्रमुख सहयोगियों से जुड़े संभावित सौदों के बारे में अटकलें लगाई जा रही हैं, तथा यह प्रशासन के विदेशी स्वामित्व वाले प्रौद्योगिकी प्लेटफार्मों को नियंत्रित करने और ऐसा करने के लिए अपनी घरेलू ताकत के उपयोग पर ध्यान केंद्रित करने को रेखांकित करता है।
ट्रम्प किस रास्ते पर चलना चाहते हैं, यह समझने के लिए लैटिन अमेरिका, पश्चिम एशिया और यूक्रेन जैसे संघर्षों में ट्रम्प की नीतियों पर नज़र रखना महत्वपूर्ण होगा। जबकि इज़राइल-गाज़ा युद्धविराम में ट्रम्प की भूमिका सकारात्मक प्रतीत होती है, रूस, ईरान और चीन के प्रति उनकी नीतियाँ आज के बड़े भू-राजनीतिक मुद्दों को निर्धारित करेंगी। व्यापार के मुद्दों पर, चीन और अन्य देशों में टैरिफ़ बढ़ने का खतरा बना हुआ है जो अमेरिका की लाइन पर नहीं चलते हैं।
ट्रम्प की ऊर्जा और जलवायु नीतियाँ स्पष्ट रूप से प्रतिगामी यानी पीछे ले जाने वाली हैं, जिसमें जलवायु परिवर्तन को नकारते हुए तेल और प्राकृतिक गैस की ड्रिलिंग को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। ऐसी नीतियाँ न केवल जलवायु परिवर्तन से निपटने के वैश्विक प्रयासों को प्रभावित करेंगी, बल्कि अमेरिका के भीतर इसके प्रभावों को भी बढ़ाएंगी, जैसा कि कैलिफोर्निया जैसे राज्यों में बढ़ती भीषण जंगल की आग से स्पष्ट है।
निष्कर्ष यह है कि ट्रम्प का शपथ ग्रहण ऐसी नीतियाँ लाया है जो सामाजिक रूप से प्रतिगामी और राजनीतिक रूप से विवादास्पद हैं, जबकि कुछ बदलाव युद्धों में अमेरिकी भागीदारी में कमी का संकेत दे सकते हैं। अभी के लिए, दुनिया को इंतज़ार करना होगा और देखना होगा कि ये घटनाक्रम कैसे सामने आते हैं और इनका दुनिया पर क्या प्रभाव पड़ता है।
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