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बाइडेन की विरासत: विदेश में नरसंहार और घरेलू स्तर पर आर्थिक निराशा

महामारी-युग के सामाजिक सुरक्षा को वापस पाने से लेकर दशकों में सबसे बड़े मुद्रास्फीति संकट दूर करने तक बाइडेन का कार्यकाल आर्थिक निराशा से भरा था।
Biden
राष्ट्रपति बाइडेन, उपराष्ट्रपति हैरिस और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ खड़े हैं (फोटो: @POTUS/X)

46वें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन सोमवार 20 जनवरी को आधिकारिक रूप से पद छोड़ देंगे, उनके बाद पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ये पद संभालेंगे। “अमेरिकी श्रमिकों को बचाने” के नाम पर ट्रम्प के वादों ने समाज के सभी क्षेत्रों के लोगों के लिए चिंता बढ़ा दी है, जिसमें बड़े पैमाने पर निर्वासन के लिए तैयार होने वाले प्रवासी श्रमिक और श्रम अधिकारों पर ट्रम्प के हमलों की तैयारी करने वाले यूनियन वाले श्रमिक शामिल हैं। अरबपतियों के प्रति ट्रम्प की वफादारी ने भी अमेरिका के कामकाजी वर्ग को चिंता का बड़ा कारण दिया है। इस बीच, इसके विपरीत डेमोक्रेट्स ने खुद को कामकाजी लोगों के असली रक्षक के रूप में स्थापित करने का प्रयास किया है। डेमोक्रेटिक प्रेसीडेंसी के चार साल पूरे होने के साथ, यह पूछना जरूरी है कि बाइडेन प्रशासन का मजदूर वर्ग पर वास्तविक प्रभाव क्या था?

महामारी-युग के सामाजिक सुरक्षा को वापस लेना

बाइडेन के राष्ट्रपति के कार्यकाल में महामारी-युग के सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों और नीतियों, जिनमें विस्तारित मेडिकेड लाभ, चाइल्ड टैक्स क्रेडिट और अतिरिक्त बेरोजगारी बीमा शामिल थे, उनको बड़े पैमाने पर वापस लिया गया। शोध से पता चलता है कि ये कार्यक्रम गरीबी के स्तर को कम करने में कितने कारगर हैं, और क्या 2021 में महामारी-पूर्व स्तरों की तुलना में वास्तव में गरीबी कम हुई है।

इन विस्तारित सामाजिक कार्यक्रमों को जारी रखने के लिए काम करने के बजाय बाइडेन प्रशासन ने उनको धीरे धीरे और दर्दनाक तरीके से हटाने का काम किया। मेडिकेड के 'संगठित रूप से खत्म होने' को इसका एक उदाहरण माना जा सकता है। महामारी की शुरुआत में, परिवार प्रथम कोरोनावायरस प्रतिक्रिया अधिनियम (एफएफसीआरए) में एक आवश्यकता शामिल थी कि राज्य लोगों को लगातार मेडिकेड में नामांकित रखें जब तक कि COVID-19 सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (PHE) समाप्त न हो जाए। एफएफसीआरए कम आय वाले वयस्कों और बच्चों के लिए अमेरिका का सार्वजनिक स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम है। राज्यों को इन लाभों में लोगों को नामांकित रखने के लिए अलावा संघ की ओर से फंड प्राप्त हुआ।

बाइडेन द्वारा किसी भी दखल के बिना निरंतर नामांकन 31 मार्च, 2023 को समाप्त हो गया और राज्यों ने लाखों लोगों को मेडिकेड लाभ से “अनवाइंडिंग” या नाम हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी। नतीजतन, लगभग पांच मिलियन बच्चों सहित 25 मिलियन से ज्यादा लोगों ने अपना स्वास्थ्य बीमा कवरेज खो दिया, जिसमें से अधिकांश लोग पूरी तरह से प्रक्रियागत संयोगवश हुआ क्योंकि राज्यों ने सभी मेडिकेड प्राप्तकर्ताओं के लिए पात्रता का पुनर्निर्धारण कर दिया था।

हार्वर्ड टी.एच. चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ द्वारा अर्कांसस, केंटकी, लुइसियाना और टेक्सास में कम आय वाले वयस्कों का एक सर्वेक्षण किया गया, जिसमें पता चला कि 2023 के अंत तक अधिकांश लोगों को मेडिकेड से नाम हटा दिया गया था। अध्ययन में पाया गया कि "जिन लोगों का नामांकन रद्द कर दिया गया था, उनका हेल्थ केयर तक पहुंच उन लोगों की तुलना में काफी खराब था, जिन्होंने अपना मेडिकेड कवरेज नहीं खोया था," हेल्थ केयर में लागत-संबंधी देरी, दवा की खुराक छोड़ना और वार्षिक जांच न करवाना आदि की रिपोर्ट दी गई।

कामकाजी लोग उच्च लागतों से जूझ रहे हैं

जबकि बाइडेन महामारी-युग के सामाजिक सुरक्षा को बड़े पैमाने पर वापस ले रहे थे, इस बीच अमेरिका में लोग उनके प्रशासन के दौरान दशकों में सबसे खराब मुद्रास्फीति संकट का सामना कर रहे थे। इस संकट का अनुभव कई अन्य पश्चिमी देशों ने किया था और कॉर्पोरेट मूल्य वृद्धि और किफायती आवास की कमी और स्थिर वेतन जैसी मौजूदा आर्थिक कठिनाइयों ने इसे और बढ़ा दिया था।

बाइडेन के कार्यकाल के अंतिम दिनों में अमेरिका में कामकाजी लोग अभी भी जीवन यापन के खर्च के संकट से जूझ रहे हैं, जो मुख्यधारा के मीडिया के प्रचार प्रसार के विपरीत है। एपी वोटकास्ट के अनुसार, 30 अक्टूबर से 5 नवंबर तक 1,20,000 से अधिक पंजीकृत मतदाताओं का एक सर्वेक्षण किया गया, इनमें से 96% मतदाताओं ने कहा कि "गैस, किराने का सामान और अन्य वस्तुओं की उच्च कीमतें" नवंबर 2024 के चुनावों में उनके द्वारा वोट किए जाने में एक कारक थीं। इसमें डेमोक्रेट्स को भारी नुकसान हुआ।

यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है, यह देखते हुए कि 'अक्टूबर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक मुद्रास्फीति के आंकड़ों' के अनुसार, अमेरिका में लोग अभी भी किराने के सामान के लिए बाइडेन के पदभार संभालने के समय की तुलना में 22% ज्यादा खर्च कर रहे हैं। 20 अगस्त से 16 सितंबर तक के अमेरिकी जनगणना डेटा के अनुसार, सर्वेक्षण में शामिल 93% से ज्यादा लोगों को पिछले दो महीनों में कीमतों में हुई बढ़ोतरी की वजह से कुछ हद तक तनाव हुआ है, जबकि 45% से ज्यादा लोगों ने बताया कि उन्हें ये मूल्य वृद्धि बहुत तनावपूर्ण लगी। इसके अलावा, सर्वेक्षण में शामिल लगभग 69% लोगों (करीब 250 मिलियन) को हर हफ्ते बुनियादी घरेलू खर्च पूरा करने में कठिनाई हुई है।

कॉर्पोरेट लालच ने संकट को और बढ़ा दिया है। रिपोर्ट बताती हैं कि किराना स्टोर ने "कीमत बढ़ा दी है", या महंगाई से परे सामानों की कीमतें बढ़ा दी हैं। मार्च 2024 की एक संघीय व्यापार आयोग (FTC) रिपोर्ट में पाया गया कि “खाद्य और पेय खुदरा विक्रेताओं का राजस्व 2021 में कुल लागत से 6 प्रतिशत से अधिक बढ़ गया, जो 2015 में उनके हाल की ऊंचाई से 5.6 प्रतिशत से काफी अधिक है। 2023 की पहली तीन तिमाहियों में, किराना खुदरा विक्रेताओं का मुनाफा और भी अधिक बढ़ गया, जिसमें राजस्व कुल लागत से 7 प्रतिशत तक पहुंच गया।"

कामकाजी लोगों को बाइडेन के प्रशासन के दौरान बढ़ती आवास लागतों से भी जूझना पड़ा है, आवास की लागत अप्रैल 2024 में अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। किराए की कीमतें बढ़ती रहती हैं, सितंबर में किराए की कीमतों में 3.3% की वृद्धि हुई, जिससे आवास की अफोर्डेबिलिटी और बढ़ गई, जो कामकाजी लोगों को परेशान करती है। पूरे अमेरिका में लगभग आधे किराएदार अपनी आमदनी का 30% से अधिक आवास पर खर्च करते हैं।

अमेरिकी आवास और शहरी विकास विभाग की एक हालिया रिपोर्ट ने आवास सामर्थ्य संकट की वास्तविक लागत का खुलासा किया। जनवरी 2024 में एक रात की बात करें तो 770,000 से अधिक लोग बेघर थे, जो जनवरी 2023 से 18% ज्यादा है। पिछले साल की एनुअल होमलेसनेस असेसमेंट रिपोर्ट से पता चला है कि बेघरों की संख्या में 12% की वृद्धि हुई है, और पिछले साल 2020 से 2022 तक 0.3% की वृद्धि हुई थी।

“कैसा लगता है जब आपके कार्यकाल को जनसंहार के रूप में जाना जाए?”

गाजा में इजराइल के पंद्रह महीने लंबे नरसंहार के दौरान अमेरिका ने साबित कर दिया कि इजराइल बड़े देश के भौतिक और राजनीतिक समर्थन के बिना इस नरसंहार को अंजाम देने में असमर्थ होगा। बाइडेन के प्रशासन ने इजराइल को अरबों डॉलर की सहायता दी, जबकि अमेरिकी अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय संस्थानों को धमकाया जो मानवता के खिलाफ उसके अपराधों के लिए इजराइल को जवाबदेह ठहराना चाहते थे।

इसकी प्रतिक्रिया में, अमेरिकी लोगों ने एक शक्तिशाली फिलिस्तीन एकजुटता आंदोलन चलाया, जिसने बाइडेन के प्रशासन को घरेलू राजनीतिक बंधन में डाल दिया। मिशिगन जैसे महत्वपूर्ण स्विंग स्टेट्स में अरब और मुस्लिम मतदाता बाइडेन और फिर हैरिस के प्रचार से दूर हो गए और नरसंहार को बढ़ावा देने वाले प्रशासन को वोट देने से इनकार कर दिया।

बाइडेन का प्रशासन रूस और यूक्रेन के बीच शांतिपूर्ण बातचीत में भी अहम रूकावट रहा है, जबकि क्षेत्र में युद्ध को और बढ़ाने के लिए अरबों डॉलर की सैन्य आपूर्ति जारी रखी है। नवंबर में, बाइडेन ने यूक्रेन को आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) नामक यूएस-निर्मित लंबी दूरी की मिसाइलों का इस्तेमाल करने के लिए अधिकृत करके रूस के खिलाफ एक बड़ा उकसावे की कार्रवाई की।

बाइडेन ने चीन के खिलाफ चल रहे शीत युद्ध को जारी रखा, जिसमें अमेरिका ने चीन और चीनी सहयोगी उत्तर कोरिया दोनों पर नजर रखते हुए पूर्वी एशिया में सैन्य अभ्यास बढ़ाए। अपने अंतिम दिनों में, बाइडेन ने क्यूबा के खिलाफ ट्रम्प की कठोर नीति को उलट दिया और क्यूबा को आतंकवाद के राज्य प्रायोजकों की सूची से हटा दिया, हालांकि ट्रम्प द्वारा विदेश मंत्री के लिए चुने गए मार्को रुबियो ने संकेत दिया है कि वह क्यूबा को इस सूची में फिर से शामिल करेंगे।

अपने राष्ट्रपति पद के अंतिम दिनों में बाइडेन के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने हाल ही में गाजा में हुए बहुप्रतीक्षित युद्धविराम समझौते पर टिप्पणी की। दो पत्रकारों ने ब्लिंकन की टिप्पणियों को बाधित किया: फ़िलिस्तीनी पत्रकार सैम हुसैनी को सुरक्षाकर्मी घसीट कर ले गए, जबकि वे कह रहे थे कि “आप हेग में क्यों नहीं हैं?” और मैक्स ब्लूमेंथल ने ब्लिंकन को बीच में रोकते हुए पूछा “आपके कार्यकाल को नरसंहार के रूप में देखना कैसा लगता है?”

साभार: पीपल्स डिस्पैच

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