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झारखंड में किसानों का प्रतिरोधः ‘हम अपने हक के लिए अंतिम साँस तक लड़ेगें’

उन्होंने आरोप लगाया है भूमि अधिग्रहण के लिए जो प्रक्रिया यहाँ अपनाई गई है वह सही नहीं है।

झारखंड के हज़ारीबाग जिले के बरकागांव में ‘एनटीपीसी पाकड़ी-बरवाडीह ओपनकास्ट कोयला' खनन तीन चरणों में होना है। इस कोयला खनन से 210 गांव बर्बाद हो जाएंगे और इस खनन से कम से कम 1.5 लाख लोग बेघर हो जाएंगें। वहाँ के ग्रामीणों ने इस परियोजना के खिलाफ मोर्चा निकाल दिया है, उनका कहना है कि वे अपनी ज़मीन किसी भी कीमत पर नहीं देंगे।वहाँ के ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि ‘भूमि अधिग्रहण के लिए जो प्रक्रिया यहाँ अपनाई गई है वह सही नहीं है’। ज़मीन अधिग्रहण के लिए ग्राम पंचायत की सहमति कथित रूप से हेराफेरी या करके ली गई है़। सरकार लोगों को बेदखल करने के सारे हथकंडे अपना रही है, लेकिन स्थानीय लोग कह रहे हैं कि वे ऐसा नहीं होने देंगे। ग्रामीणों का कहना है कि वह अंत तक लड़ंगें। न्यूज़क्लिक की टीम ने प्रभावित क्षेत्रों में यात्रा करी और लोगों से बात की। वीडियो में देखें की उनका क्या कहना है।

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