बंगाल : भारत बंद के समर्थन में सड़को पर उतरे वाम दाल
बंगाल के जाधवापुर में बंद का व्यापक असर सड़के रही सुनसान और वाम दल कार्यकर्ताओं ने रेल भी रोकी
तीन नए कृषि क़ानूनों के विरोध और किसानों के समर्थन में आज के भारत बंद का देश भर में व्यापक असर देखने को मिल रहा है। सभी राज्यों से बंद की तस्वीरें मिल रही हैं। दुकानें बंद हैं, रेल और सड़क यातायात प्रभावित हुआ है। जगह-जगह धरना, प्रदर्शन चल रहा है। किसान और उनके समर्थन में विभिन्न संगठन सड़कों पर हैं। आज के बंद को आज के बंद को सभी प्रमुख विपक्षी राजनीतिक दलों, 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों, भारत के बैंकों, बीमा क्षेत्र, विश्वविद्यालय और स्कूल के शिक्षकों/अधिकारियों, छात्रों, नौजवानों सहित महिलाओं, दलितों और आदिवासियों के संगठनों, सशस्त्र बलों के अवकाशप्राप्त सैनिकों, फ़िल्म उद्योग से जुड़े कामगारों, अनौपचारिक क्षेत्र और अनुबंध कामगारों, आदि सहित सैकड़ों अन्य संगठनों ने समर्थन किया है। यहां तक कि कवि, लेखक, पत्रकार भी लिख रहे हैं कि Poets for farmers, Writer for Farmers, Journalist for farmers.
बंगाल के जाधवापुर में बंद का व्यापक असर सड़के रही सुनसान और वाम दल कार्यकर्ताओं ने रेल भी रोकी
तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग कर रहे आंदोलनकारी किसानों का समर्थन कर रहे पंजाब के कई कांग्रेस सांसदों ने मंगलवार को दूसरे दिन भी जंतर-मंतर पर अपना धरना जारी रखा। 26 नवंबर से दिल्ली-हरियाणा और दिल्ली-यूपी सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में ये सांसद सोमवार सुबह से ही धरने पर बैठे हैं। रवनीत सिंह बिट्टू, कुलबीर सिंह जीरा, जसबीर सिंह गिल और गुरजीत सिंह औजला मंगलवार को मध्य दिल्ली में विरोध स्थल पर मौजूद थे। औजला ने ट्वीट कर कहा, हम कल सुबह से यहां बैठे हैं। किसानों को सपोर्ट करना हमारी जिम्मेदारी है .. हमने देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान प्रधान मंत्री के सभी निर्देशों का पालन किया है लेकिन अब जबकि किसान सड़कों पर बैठे हैं, इसलिए कृपया भारत बंद के आह्वान पर किसानों को एक दिन के लिए अपना समर्थन जरूर दें। उन्होंने आगे लिखा, खडूर साहिब के सांसद जसबीर सिंह गिल और लुधियाना के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने जंतर-मंतर पर सुबह की चाय पर प्रेस वार्ता की।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से किसानों की मांगों के समाधान की दिशा में ‘पहला कदम’ के रूप में ‘व्यापकता दिखाने’ और तुरंत तीन केंद्रीय कृषि कानूनों को रद्द करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “पहले से ही जख्मों के निशान हैं, जिनको ठीक होने में लंबा समय लगेगा।” शिरोमणि अकाली दल के वयोवृद्ध नेता, जो पहले एनडीए के पूर्व सहयोगी थे, ने यह भी मांग की कि स्वामीनाथन फार्मूले के अनुसार किसानों की 100 प्रतिशत खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी जाए और इसे किसान का वैधानिक अधिकार बनाया जाए।
जम्मू के ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने किसानो के समर्थन में भारत बंद में शामिल । उन्होंने कहा किसान विरोधी तीनों काले कानून वापस ले सरकार
विभिन्न किसान संगठनों के कार्यकतार्ओं ने मंगलवार को पंजाब और हरियाणा में नए कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग करते हुए व्यापक विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि ये कानून उनकी आजीविका को खत्म कर देंगे। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए दोनों राज्यों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। हालांकि खबर लिखे जाने तक हिंसा की कोई सूचना नहीं थी। यहां तक कि दोनों राज्यों के अधिकांश प्रमुख शहरों के दुकानदारों और पेट्रोल पंप मालिकों ने किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए अपने प्रतिष्ठान बंद रखे हैं। इसके अलावा पंजाब में लाखों सरकारी कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से अवकाश पर जाने का फैसला किया है, वहीं शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने अपने सभी संस्थानों को पूरे दिन के लिए बंद रखा। किसान संघों ने रेल यातायात को अवरुद्ध करने के अलावा राज्य में 60 जगहों पर धरना देने की घोषणा की। कुछ राजमार्गों और सड़कों को भी बंद कर दिया गया था।
केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों द्वारा आहूत ‘भारत बंद’ के मद्देनजर मंगलवार को राज्य के लगभग सभी बड़े शहरों में व्यापारिक संस्थान बंद रहे। छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी दल कांग्रेस ने भारत बंद का समर्थन किया है। सत्ताधारी दल के नेता और कार्यकर्ता बंद को सफल बनाने के लिए सड़क पर निकले तथा लोगों से समर्थन का अनुरोध किया। छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संयोजक मंडल के सदस्य संकेत ठाकुर ने बताया कि राज्य के 36 संगठनों ने बंद को समर्थन दिया है। इनमें किसान, मजदूर और सामाजिक संगठन शामिल हैं। बंद के दौरान राज्य के कई स्थानों पर रैलियों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य के मजदूर संगठनों तथा परिवहन संघों ने भी किसानों के बंद का समर्थन किया है। राज्य में छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स तथा उद्योगों ने बंद का समर्थन किया है। राज्य में सार्वजनिक परिवहन और आटो रिक्शा चालकों ने भी बंद का समर्थन किया है।
किसान संगठनों द्वारा आहूत 'भारत बंद' का मंगलवार को राजस्थान के अनेक इलाकों में शुरुआती असर मिला जुला रहा। राज्य में अभी अनाज मंडियां एवं प्रमुख बाजार बंद रहे, लेकिन कई जगह बाजारों में कुछ दुकानें सामान्य दिनों की तरह खुली रहीं। राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास अपने समर्थकों के साथ बंद के समर्थन में जयपुर के अनेक इलाकों में ट्रैक्टर एवं अन्य वाहनों पर घूमे। किसान महापंचायत के अध्यक्ष रामपाल जाट ने कहा, ‘गांवों एवं कस्बों में बंद का स्पष्ट असर है। राज्य में सभी मंडियां बंद हैं। बंद शांतिपूर्ण ही रहेगा।’
उत्तर प्रदेश पुलिस ने भारत बंद को देखते हुए पूर्व कानपुर से माकपा सांसद सुभाषिनी अली को घर में ही कैद कर लिया है । उनके घर के बाहर पुलिस बल की तैनाती है । माकपा ने कहा सरकार लोगो को भारत बंद में शामिल होने से रोक रही है
किसनों के समर्थन में किए जा रहे भारत बंद का व्यापक असर दक्षिण के राज्यो में दिख रहा है । इसी क्रम पंडुचेरी के अभी दुकानें और बाज़ार पूर्ण रूप से बंद है ।जबकि सड़के भी सुनसान दिख रही है । आपको बता दे इस बंद का आवाह्न केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृष्ण कानूनों के खिलाफ़ है
मोदी सरकार के काले कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में 8 दिसंबर को समाज के तमाम क्षेत्रों के लोग भारत बंद में शामिल होंगे।
देशभर के अभी वर्ग और पक्ष के लोगो किसानों के समर्थन में आ रहे है । देशभर के तमाम मज़दूर , कर्मचारी , छात्र , शिक्षक और महिला ने भारत बन्द का आवाह्न किया है । इसकी समर्थन में वकीलों ने भी प्रदर्शन और सभा कर अपना विरोध जताया । दिल्ली के वकील तीस हज़ारी कोर्ट में एकत्रित हुए ।
नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के ‘भारत बंद’ के आह्वान का झारखंड में मंगलवार को मिला-जुला असर दिखा। यहां लगभग सभी सरकारी कार्यालय खुले रहे, लेकिन निजी संस्थान एवं दुकानें आंशिक तौर पर बंद रहीं। राज्य में स्थानीय यातायात अधिकतर सामान्य है, लेकिन अंतरराज्यीय यातायात ठप है। राज्य की राजधानी रांची, धनबाद, हजारीबाग, जमशेदपुर, पलामू, दुमका, बोकारो, साहिबगंज और पाकुड़ समेत सभी 24 जिलों में बंद का मिला-जुला असर दिखा और कहीं से भी किसी प्रकार की अप्रिय घटना का समाचार नहीं है। झारखंड के पुलिस महानिदेशक एम वी राव ने बताया कि राज्य के सभी जिलों में स्थिति शांतिपूर्ण है और कहीं से भी किसी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। झारखंड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स ने बंद का विरोध किया है, जबकि सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस एवं राष्ट्रीय जनता दल के साथ वामपंथी दलों ने बंद का समर्थन किया है और रांची समेत अनेक शहरों में इसके समर्थन में प्रदर्शन किए।
नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा मंगलवार को आहूत ‘भारत बंद’ का उत्तर प्रदेश में मिलाजुला असर दिखा। भारत बंद का विभिन्न विपक्षी राजनीतिक दल समर्थन कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बंद का कोई खास असर नहीं दिखा, लेकिन प्रदेश के अन्य विभिन्न जिलों में बंद का कहीं कम, तो कहीं ज्यादा असर दिखाई दे रहा है। लखनऊ में समाजवादी पार्टी (सपा) के विधान परिषद सदस्य राजपाल कश्यप, आनंद भदौरिया, सुनील साजन और आशु मलिक भारत बंद के समर्थन में विधान भवन परिसर में स्थित चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने बैठे। भारत बंद का समर्थन कर रही कांग्रेस के प्रदेश मीडिया समन्वयक ललन कुमार ने बताया कि सरकार इस बंद को दबाने पर पूरी तरह उतारू है और राज्य के विभिन्न जिलों में देर रात से ही कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी का सिलसिला शुरू कर दिया गया। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में बंद का समर्थन कर रहे प्रदेश महासचिव विश्व विजय सिंह समेत सैकड़ों कार्यकर्ता गिरफ्तार कर लिए गए हैं।
भारतीय किसान यूनियन (राधे गुट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राधे लाल यादव ने कहा कि सरकार किसानों की आवाज को दबाने के लिए भारत बंद को विफल करने के मकसद से हर हथकंडा अपना रही है। उन्होंने कहा कि भारत बंद को विफल बनाने के लिए उनकी यूनियन के कार्यकर्ताओं की भी धरपकड़ की गई है। इस बीच, राष्ट्रीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने कहा कि उनके संगठन के पदाधिकारियों को उन्नाव, सीतापुर, हरदोई ,औरैया, कन्नौज, प्रयागराज, गाजियाबाद तथा अन्य शहरों में पुलिस ने नजरबंद किया है, जो लोकतंत्र की हत्या जैसा है। मऊ से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक, भारत बंद के दौरान शहरी तथा ग्रामीण इलाकों में बाजार बंद दिखाई दिए। हलधरपुर थानाध्यक्ष डीके श्रीवास्तव ने पहसा बाजार में बंद दुकानों को देख दुकानदारों से कहा कि जो भी दुकानदार दुकान खोलना चाहता है, वह खोल सकता है और उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।
भारत बंद का पश्चिम बंगाल में आंशिक असर देखने को मिला है। प्रदर्शनकारियों ने यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बड़े व्यवसायियों मुकेश अंबानी और गौतम अडानी का पुतला जलाया। पश्चिम बंगाल के वाम मोर्चा समर्थित संगठन भी मंगलवार को बंद के समर्थन में कोलकाता के जादवपुर 8-बी बस स्टैंड क्षेत्र में एकत्र हुए। वे भारत बंद के समर्थन में एक रैली निकालेंगे। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के युवा सदस्यों ने भी बंद के समर्थन में एस्प्लेनेड क्षेत्र में प्रदर्शन किया। इससे पहले 16 वामपंथी और सहयोगी दलों की ओर से अपील करते हुए, पश्चिम बंगाल वाम मोर्चा (एलएफ) के अध्यक्ष बिमान बोस ने पहले ही राज्य के लोगों से भारत बंद को सफल बनाने का आग्रह किया था। बंद के समर्थन में वामपंथी संगठनों और कांग्रेस ने संयुक्त रूप से मंगलवार सुबह बीरभूम के रामपुरहाट क्षेत्र में एक रैली निकाली।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने ‘भारत बंद’ के बीच मंगलवार को लोगों का आह्वान किया कि वे किसानों का साथ दें और उनके संघर्ष को सफल बनाएं। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संबोधित ट्वीट किया, ‘मोदी जी, किसानों से चोरी बंद करो। सभी देशवासी जानते हैं कि आज भारत बंद है। इसका संपूर्ण समर्थन करके हमारे अन्नदाता के संघर्ष को सफल बनाएं।’ प्रियंका ने प्रदर्शनकारी किसानों का समर्थन किया और आरोप लगाया, ‘जो किसान अपनी मेहनत से फसल उगाकर हमारी थालियों को भरता है, उन किसानों को भाजपा सरकार अपने अरबपति मित्रों की थैली भरने के दबाव में भटका हुआ बोल रही है।’ उन्होंने कहा, ‘ये संघर्ष आपकी थाली भरने वालों और अरबपतियों की थैली भरने वालों के बीच है। आइए, किसानों का साथ दें।’
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘‘उठो साथी, अगली फसल और अगली नस्ल के लिए लड़ना होगा। उस मोदी सरकार से लड़ना होगा जिसने उद्योगपतियों के हित साधने के लिए ज़मीर बेच कर ज़मीन पर हमला बोला है। आइये, देश के लिए और देश के भविष्य के लिए अन्नदाता के साथ भारत बंद में शामिल हों।’’ पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी किसान संगठनों के ‘भारत बंद’ का समर्थन किया और लोगों से किसानों का साथ देने की अपील की। गौरतलब है कि कई किसान संगठनों ने केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ मंगलवार को ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है जिसका कांग्रेस समेत कई प्रमुख संगठनों ने समर्थन किया है।
नोएडा: नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग पर और किसानों को उनकी फसलों की एम एस पी दी जाए, किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य दिया जाए व खाद सुरक्षा अधिनियम को और मजबूत किया जाए, राशनिंग जन वितरण प्रणाली को मजबूत किया जाए आदि मुद्दों पर आज भारत बंद के समर्थन में सीटू, एचएमएस, ऐक्टू, यूटीयूसी आदि के ट्रेड यूनियन कार्यकर्ताओं सेक्टर 3 श्रम कार्यालय पर इकट्ठा होकर दिल्ली जाने के लिए कुछ किया गोल चक्कर सेक्टर 15 नोएडा मेट्रो स्टेशन के पास रास्ते में नोएडा पुलिस ने बैरिकेड लगाकर और उन्हें चारों तरफ से घेराबंदी कर रोक कर गिरफ्तार कर लिया तथा सीटू नेता भरत डेंजर को सीटू कार्यालय सेक्टर- 8, नोएडा कार्यालय से सुबह ही गिरफ्तार कर लिया गया था जिसका ट्रेड यूनियन नेताओं ने कड़ा प्रतिकार करते हुए और सरकार व पुलिस प्रशासन की तानाशाहीपूर्ण कार्रवाई की कड़ी निंदा किया।
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान आज आहूत भारत बंद के दौरान डाकबंगला चौराहा को भाकपा-माले, वामपंथी व अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं-कार्यकर्ताओं ने घंटों जाम करके रखा. इसके पूर्व स्टेशन परिसर स्थित बुद्धा स्मृति पार्क से अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर से आज का बंद आरंभ हुआ.
बंद में भाकपा-माले सहित सीपीआई, सीपीआईएम, एसयूसीआईसी के कार्यकर्ताओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.
अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।