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प्रेस एसोसिएशन, प्रेस क्लब, डिजीपब ने 'द वायर' के पक्ष में संयुक्त बयान जारी किया

मीडिया संगठनों ने मंगलवार को भाजपा के नेता अमित मालवीय की शिकायत के आधार पर न्यूज पोर्टल ‘द वायर’ के कार्यालयों और उसके संपादकों के घरों की दिल्ली पुलिस द्वारा ली गई तलाशी की निंदा की।
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नयी दिल्ली:मीडिया संगठनों ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अमित मालवीय की शिकायत के आधार पर न्यूज पोर्टल ‘द वायर’ के कार्यालयों और उसके संपादकों के घरों की दिल्ली पुलिस द्वारा ली गई तलाशी की निंदा की।

प्रेस एसोसिएशन, प्रेस क्लब ऑफ इंडिया और डिजीपब न्यूज इंडिया फाउंडेशन सहित सात मीडिया निकायों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि जिस तरह से दिल्ली पुलिस ने भाजपा प्रवक्ता की शिकायत पर कार्रवाई की है, उसमें से "सरासर प्रतिशोध की बू आती है।’’

बयान में कहा गया, ‘‘यह आश्चर्य की बात है कि समाचार पोर्टल द्वारा संपादकीय चूक के लिए खबर वापस लेने के संबंध में एक विस्तृत बयान जारी करने और उसे सार्वजनिक करने बावजूद दिल्ली पुलिस ने भाजपा नेता की शिकायत के आधार पर एक प्राथमिकी दर्ज की और मामले की जांच तेज गति से करने का फैसला किया। उस शिकायत में भारतीय दंड संहिता के तहत आपराधिक धाराओं में आरोप लगाये गए हैं।’’

दिल्ली यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स, वर्किंग न्यूज कैमरामैन एसोसिएशन, इंडियन जर्नलिस्ट्स यूनियन और केरल यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स ने भी बयान पर हस्ताक्षर किए हैं।

इससे पहले, ‘डिजीपब न्यूज इंडिया फाउंडेशन’ ने एक बयान में दावा किया कि छापे ‘‘मुख्यत: भारत में पत्रकारिता के पेशे के खिलाफ अपराधीकरण और अभिव्यक्ति की आवाज को दबाने के उद्देश्य की पूर्ति’’ करते हैं।

बयान में कहा गया है, ‘‘झूठी रिपोर्ट छापने वाले पत्रकार या मीडिया संगठन को उसके साथियों तथा नागरिक समाज द्वारा जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। लेकिन पुलिस द्वारा सत्तारूढ़ पार्टी के प्रवक्ता की ओर से दाखिल मानहानि की निजी शिकायत के आधार पर मीडिया हाउस के कार्यालय तथा उसके संपादकों के घरों पर फौरन और मनमाने तरीके से छापे मारने से दुर्भावनापूर्ण इरादों की बू आती है।’’

उसने कहा कि मालवीय की शिकायत सोशल मीडिया कंपनी मेटा को लेकर ‘द वायर’ द्वारा प्रकाशित खबरों के संबंध में है। पोर्टल ने अपनी खबरों में कथित तौर पर कहा था कि भाजपा नेता को मेटा प्लेटफार्म पर विशेष सुविधा हासिल है और वह भाजपा के हित के खिलाफ समझे जाने वाले किसी भी पोस्ट को हटवा सकते हैं।

दिल्ली पुलिस ने ‘द वायर’ के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन और उप संपादक एम के वेणु के आवास पर सोमवार को छापे मारे थे।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा था कि ‘द वायर’ के कार्यालय पर भी छापे मारे गए और जांच के लिए सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए।

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