NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
राष्ट्रीय महिला आयोग ने जावेद मोहम्मद की पत्नी व बेटी की अवैध पुलिस हिरासत का संज्ञान लिया
10 जून को अटाला पथराव व हिंसा मामले में गिरफ्तार जावेद मोहम्मद की पत्नी परवीन फातिमा और बेटी सुमैया फातिमा को पुलिस द्वारा आधी रात को गैर कानूनी तौर पर घर से उठाकर थाने में अवैध हिरासत में रखने के मामले में अधिवक्ता स्मृति कार्तिकेय द्वारा दाखिल याचिका में राष्ट्रीय महिला आयोग ने उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर इस सम्बंध में कृत कार्यवाही से अवगत कराने को कहा है।
सबरंग इंडिया
16 Jun 2022
javed

महिला के सम्मान और निजता की रक्षा हेतु दंड प्रक्रिया संहिता के धारा 46 (4) के अंतर्गत प्रावधान किया गया है कि पुलिस सूर्यास्त के बाद किसी महिला को न तो गिरफ्तार करेगी न थाने लाएगी।

जबकि, यहाँ परवीन फातिमा और सुमैया फातिमा के विरुद्ध किसी थाने में कोई एफआईआर नही है।

धारा 160 में यह प्रावधान है कि महिला का बयान उसके घर पर उसके परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में उसके घर पर लिया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने नंदिनी सुंदर के केस में फैसला दिया है कि महिला को रात में थाने में नही ले जा सकते।

इन सब फैसलों व कानून को दरकिनार करते हुए इन दोनों महिलाओं के साथ थाने में बदसलूकी भी हुई। हालांकि, अधिवक्ता मंच के संयोजक गण राजवेंद्र सिंह और सईद सिद्दीकी ने स्मृति कार्तिकेय को बधाई और और महिला आयोग को धन्यवाद दिया है।

बता दें कि महिला कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अजय बिष्ट (उर्फ आदित्यनाथ) को सीधे संवाद में, लोकतांत्रिक विरोध में शामिल अल्पसंख्यक अधिकार कार्यकर्ताओं को डराने और कैद करने के प्रयासों की कड़ी निंदा की है।

शनिवार, 11 जून की देर रात भेजे गए एक पत्र में, कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि परवीन फातिमा, सुमैया फातिमा और जावेद मोहम्मद को तुरंत रिहा किया जाए (परवीन और सुमैया तब से रिहा हो चुके हैं जबकि जावेद नैनी जेल में हैं)। पत्र में यह भी मांग की गई है कि "उन्हें डराने-धमकाने और उनके आवास को ध्वस्त करने की धमकी देने की कोशिशों को तुरंत रोका जाए," और "न्यूज़मीडिया के माध्यम से आफरीन फातिमा (पूर्व छात्र कार्यकर्ता) की लगातार निंदा और आपके अधिकारियों के गैर-जिम्मेदाराना बयानों को तुरंत रोका जाए।"  

2019-2020 के अंत में सीएए/एनआरसी विरोधी आंदोलन में एक्टिविस्ट्स की भागीदारी का पता लगाते हुए, पत्र में दिखाया गया है कि कैसे लोकतांत्रिक नागरिकों और प्रदर्शनकारियों को उनकी संपत्तियों को अवैध रूप से “संलग्न” करने और घरों को नष्ट करने के लिए इन पर बुलडोजर चलाकर डराने-धमकाने का हर संभव प्रयास किया गया है। 

वहीं दूसरी तरफ, 12 जून, 2022 को एक्टिविस्ट आफरीन फातिमा के घर के विध्वंस के मद्देनजर, कार्यकर्ताओं और वकीलों का एक दृढ़ समूह परिवार को न्याय दिलाने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहा है। उन्हें आज दोपहर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सक्रिय मुख्य न्यायाधीश (सीजे) मनोज गुप्ता का फोन आया, जो आफरीन की मां और जावेद मोहम्मद की पत्नी परवीन फातिमा की ओर से दायर एक पत्र याचिका के बारे में है, जिसका दशकों पुराना पारिवारिक घर है जिसे रविवार को बेरहमी से तोड़ दिया गया। प्रयागराज (इलाहाबाद) के करेली इलाके में तोड़फोड़ की गई। अधिवक्ता केके रॉय के अलावा अधिवक्ता एम सईद सिद्दीकी, राजवेंद्र सिंह और प्रबल प्रताप भी हस्ताक्षरकर्ता हैं।

साभार : सबरंग 

national commission for women
Uttar pradesh
javed mohammad
UP police

Related Stories

आंदोलन का असर: एनी बेसेंट फेलोशिप में आरक्षण के मुद्दे पर झुका बीएचयू, रोकी गई चयन प्रक्रिया

बीएचयू में एनी बेसेंट फेलोशिप पर विवाद जारी: सवर्ण छात्रों को लाभ पहुंचाने का आरोप, दलित व ओबीसी छात्र गुस्से में

सोनभद्र में हजारों करोड़ का अवैध कोयला भंडार मिला, फिर भी योगी सरकार खरीद रही महंगा विदेशी कोयला!

यूपी के बनारस में मोहर्रम के जुलूस को लेकर दो पक्षों में भिडंत, बरेली में भी टकराव

यूपी: नगर निगम कर्मियों ने पुरानी पेंशन योजना बहाल करने की मांग तेज़ की

आज़मगढ़ : जबरन धर्मांतरण के आरोप में 6 दलित-ईसाई महिलाएं जेल में बंद, वीएचपी ने की थी शिकायत

चार किलो चावल चुराने के इल्ज़ाम में दलित किशोर की बेरहमी से पिटाई, मौत के बाद तनाव, पुलिस के रवैये पर उठे सवाल

आपके यहां पालतू कुत्ता है? ज़रा बचकर! सरकार की नज़र आपकी जेब पर है...

केंद्रीय फ़सल बीमा योजना से सरकारी फ़र्मों के मुक़ाबले निजी कंपनियों की दोगुनी कमाई

उत्तर प्रदेश: विभिन्न प्रयासों के बावजूद आख़िर क्यों नहीं लग पा रही कुपोषण पर लगाम


बाकी खबरें

  • संजय सोलोमन
    विशेष: स्त्री अस्मिता की वो साहित्यिक जंग, जिसने पितृसत्ता को घुटनों के बल ला दिया!
    15 Aug 2022
    सावित्री बाई फुले, पंडिता रमाबाई, एक अज्ञात हिन्दू औरत, रुकैया सख़ावत हुसैन, ताराबाई शिंदे समेत कुछ अन्य महिलाओं ने आगे आकर पितृसत्ता के विरुद्ध स्त्री मुक्ति की जंग छेड़ दी।
  • भाषा
    स्वतंत्रता दिवस पर गूगल ने पतंग उड़ाने की परंपरा से प्रेरित डूडल पेश किया
    15 Aug 2022
    यह आकर्षक डूडल गूगल आर्ट्स एंड कल्चर द्वारा हाल ही में शुरू की गई ‘इंडिया की उड़ान’ परियोजना के बाद पेश किया गया है, जो इन 75 वर्षों के दौरान भारत की उपलब्धियों का जश्न मनाता है और ‘देश की अटूट और…
  • प्रमोद कपूर
    जब भारत के आम लोगों ने अपनी जान ज़ोखिम में डालकर आज़ादी की लड़ाई लड़ी थी
    15 Aug 2022
    1946 में स्वतंत्रता की खातिर अंतिम जंग, रॉयल इंडियन नेवी म्युटिनी द्वारा लड़ी गई थी, उस आईएनए से प्रेरित युवा रॉयल इंडियन नेवी के नौसैनिकों के ऐतिहासिक विद्रोह की घटना को प्रमोद कपूर एक बार फिर से…
  • itihas ke panne
    न्यूज़क्लिक टीम
    15 अगस्त 1947 को क्या हुआ था?
    14 Aug 2022
    आज़ादी के 75 साल बाद, 'इतिहास के पन्ने' की इस ख़ास श्रंखला में नीलांजन बताते हैं की हम आज़ादी की तरफ कैसे बढे.
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    दलित छात्र इंद्र मेघवाल  को याद करते हुए: “याद रखो एक बच्चे की हत्या... सम्पूर्ण राष्ट्र का है पतन”
    14 Aug 2022
    दलित छात्र इंद्र मेघवाल  को याद करते हुए— “याद रखो एक बच्चे की हत्या/ एक औरत की मौत/ एक आदमी का गोलियों से चिथड़ा तन/  किसी शासन का ही नहीं/ सम्पूर्ण राष्ट्र का है पतन”
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें