अंदेशे सच साबित हुए! आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल का इस्तीफा
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर उर्जित पटेल ने सोमवार को 'निजी कारणों' का हवाला देते हुए तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरबीआई की ओर से जारी एक संक्षिप्त बयान में कहा, "निजी कारणों से मैंने अपने मौजूदा पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है।"
उन्होंने बयान में कहा, "वर्षों तक आरबीआई में विभिन्न पदों पर काम करना मेरे लिए सौभाग्य और सम्मान की बात रही है। इनमें आरबीआई के कर्मचारियों, अधिकारियों और प्रबंधन के सहयोग और कठिन परिश्रम से बैंक ने सराहनीय उपलब्धियां हासिल की।"
पटेल ने कहा, "मैं इस अवसर अपने सहयोगियों और आरबीआई केंद्रीय बोर्ड के निदेशकों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं।"
आपको बता दें कि रिज़र्व बैंक की स्वायत्ता और रिज़र्व कैश को लेकर केंद्र सरकार और उर्जित पटेल के बीच कुछ समय से काफी खींचतान और तनाव चल रहा था। हालांकि उर्जित पटेल और सरकार दोनों ही इससे इंकार करते रहे।
नोटबंदी को लेकर भी उर्जित पटेल पर दबाव था। उनकी कई बार वित्तीय मामलों के लिए बनी संसद की स्थायी समिति के समक्ष पेशी हुई। पिछले दिनों उर्जित पटेल ने संसद की स्थायी समिति के सामने कहा था कि नोटबंदी का प्रभाव अस्थायी था। सरकार से साथ चल रही तनातनी के बीच आरबीआई की स्वायत्तता और रिजर्व से जुड़े सवालों के जवाब में उन्होंने अगले 10 से 15 दिनों का वक्त मांगा था। उन्होंने सदस्यों से कहा कि अर्थव्यवस्था नोटबंदी के पहले के समय की तुलना में बेहतर हालत में है और नोटबंदी का दुष्प्रभाव अब धीरे-धीरे कम होता जा रहा है।
(इनपुट आईएएनएस)
अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।