Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

पाकिस्तान: पश्तों आन्दोलन पर राज्य का दमन जारी

प्रोग्रेसिव यूथ अलायन्स और रेड वर्कर्स फ्रंट के नौ सदस्य, जिन्होंने पीटीएम की मीटिंग में उनके साथ अपनी एकता दिखाई थी, को रेंजरों द्वारा कथित तौर पर अगवा कर लिया गयाI
Pakistan

इस हफ्ते Progressive Youth Alliance(PYA) और Red Workers Front के नौ लोगों का  पाकिस्तान में तथाकथित तौर पर रेंजरों द्वारा अपहरण कर लिया गयाI ये इसीलिए किया गया क्योंकि ये दोनों ही गुट पश्तून तहाफुज़ मूवमेंट (PTM) का समर्थन कर रहे थे I प्रशासन द्वारा दबाये जाने के बावजूद देश भर में कबीलियाई इलाकों में किये जा रहे दमन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं I इन घटनाक्रम में कम्युनिस्टों की गिरफ्तारी एक नयी घटना है I रिपोर्टों के अनुसार 26 अप्रैल को 6 कार्यकर्ताओं को रिहा कर दिया गया है I

कल छात्रों और ट्रेडयूनियन नेताओं द्वारा PTM का समर्थन करने के लिए गिरफ्तार किये जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया I Pakistan trade union solidarity campaign के अनुसार पंजाब पुलिस द्वारा 30 से ज़्यादा प्रदर्शनकारियों को डीटेन किया गया था I

9 लोग लाल सलाम ( इंटरनेशनल मार्क्सिस्ट टेनडेन्सी-IMT) पाकिस्तान से जुड़े हुए थे I इसमें से सात को 22 अप्रैल को कराची प्रेस क्लब के सामने PTM के समर्थन में हुई मीटिग करने के बाद गिरफ्तार किया गया था I ये विरोध प्रदर्शन PTM द्वारा आयोजित किया गया था क्योंकि उन्हें एक सार्वजनिक बैठक करने की अनुमति नहीं मिली थी I पश्तूनों के साथ अपनी हमदर्दी जताते हुए कम्युनिस्टों ने पश्तूनों के कबीलियाई इलाकों और पूरे देश में दमन पर रोक लगाने की माँग की I

प्रशासन ने पहले विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी I उन्होंने PTM के काफी नेताओं को एक रात पहले गिरफ्तार भी कर लिया था और मोची गेट की जगह को नाली के पानी से भर दिया था I इसके बावजूद निषेधात्मक आदेशों की अवेहलना करते हुए प्रदर्शनकारी हजारों की तादाद में इकठ्ठा हो गए थे I पश्तून आन्दोलन 2014 में इस माँग को लेकर शुरू हुआ कि दक्षिण वज़ीरिस्तान से बारूदी सुरंगे हटाने की माँग के साथ शुरू हुआ I दक्षिण वज़ीरिस्तान पाकिस्तानी फ़ौज का विद्रोह विरोधी ऑपरेशन झेल रहा है I PTM के सदस्यों के अनुसार 2009 से बारूदी सुरंगों के धमाकों में 2009 से अब तक 34 बच्चों और औरतों की मौत हो गयी है I

13 जनवरी को कराची के बाहरी इलाकों में नाकीबुल्लाह महसूद के अपहरण और क़त्ल के बाद PTM ने काफी इलाके पर कब्ज़ा कर लिया I पुलिस के मुताबिक महसूद एक आतंकवादी था और इस्लामिक स्टेट से जुडा हुआ था I इसके बाद हुई जाँच और सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद ये पता चला कि मेहसूद मासूम था I 26 जनवरी को हज़ारों लोग महसूद की पुलिस और फ़ौज द्वारा हत्या का विरोध करने के लिए पेशावर होते हुए लाहौर पहुँचे I 1 फरवरी को उन्होंने एक पश्तून जिरगा आयोजित किया I इसमें ये माँग की गयी कि पश्तूनों को निशाना बनाया जाना बंद किया जाए और गुमशुदा हुए लोगों को कोर्ट के सामने पेश किया जाए I प्रदर्शनकारियों ने ये भी माँग की कि फ़ौज को पूरे के पूरे गाँवों पर हमला करने और कबीलाई  इलाकों में मासूमों पर गोली चलाने और उन्हें बंदी बनाना बंद करना होगा I ये महापड़ाव 10 फरवरी को ख़तम हुआ I

8 अप्रैल को अपनी मांगों को लेकर पेशावर में PTM ने फिर से एक रैली निकली I इस रैली में 150000 लोगों के शामिल होने के बावजूद देश की मीडिया ने इसे नहीं दिखाया I

22 अप्रैल को हुआ विरोध प्रदर्शन इसी सन्दर्भ में हुआ था I इस दिन PTM के नेताओं ने पिछले दो दशकों में कबीलाई इलाकों में हुई घटनाओं के बारे में व्याख्यान दिए I उन्होंने बताया कि कैसे फ़ौज द्वारा मासूम कबीलाई लोगों को मारा जा रहा है जबकी इस्लामिक कट्टरपंथियों जैसे तालिबान का राज्य समर्थन कर रहा है I

PTM नेता मंज़ूर पश्तीन के हिसाब से 32000 पश्तून गुमशुदा हैं I आरोप है कि फ़ौज ने या ख़ुफ़िया विभाग के लोगों ने उनका अपहरण कर लिया है I

लोगों का इस तरह गुमशुदा हो जाना पकिस्तान में बहुत बड़ी मानवाधिकार और राजनीतिक समस्या है I Commision of Inquiry on Enforced disappearance के आंकड़ों के हिसाब से 2017 नवम्बर तक इस तरह की गुमशुदगी के 1498 केस पेंडिंग थे I इन गुम हुए लोगों में से ज़्यादातर लोगों को गायब करने का आरोप ख़ुफ़िया विभाग पर है I

पिछले साल अक्टूबर में सुप्रीम कोर्ट के जज एजाज़ अफज़ल खान ने इस मामले में एक विस्तृत रिपोर्ट की माँग की थी , उन्होंने कहा “इस देश की सबसे बड़े न्यायिक विभाग के पास उन गुमशुदा लोगों के परिवार वालों को बताने के लिए कुछ नहीं है जो कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं I”

पाकिस्तान ने UN में अपनी Universal Periodic Review में बताया कि commission on enforced disappearances ने मार्च 2011 से नवम्बर 2016 तक 2,416 गायब हुए लोगों के मामलों की जाँच की  I

पश्तों लोग पाकिस्तान की कुल आबादी का 15 प्रतिशत जिनमें से ज़्यादातर देश के उत्तरपश्चिमी इलाके में रहते हैंI

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest