कविता का प्रतिरोध: ...ग़ौर से देखिये हिंदुत्व फ़ासीवादी बुलडोज़र
अजय सिंह हमारे समय के महत्वपूर्ण कवि हैं। और बेहद बेबाक और बेख़ौफ़। वे सीधी ज़बान में अपनी कविता की जरिये आज की हिन्दुत्ववादी फ़ासीवादी राजनीति और उसके नये हथियार बुलडोज़र की सच्चाई हमारे सामने रख देते हैं। यह कविता अपने तौर पर एक चेतावनी है। साफ़ चेतावनी जिसे बुलंद आवाज़ में पढ़ा और समझा जाना चाहिए।
हिंदुत्व फ़ासीवादी बुलडोज़र
ग़ौर से देखिये
यह ऐरा-गैरा बुलडोज़र नहीं
हिंदुत्व फ़ासीवादी बुलडोज़र है
इस्लामोफ़ोबिया के मंत्र से
यह चलता है
मुसलमानों के मकानों दुकानों ठिकानों
को बनाता है अपना निशाना
मुसलमानों की
आत्मा और देह को
ज़मींदोज़ करना
इसका मुख्य मकसद है
(कुछ अन्य लोग भी
कभी-कभार
इसकी चपेट में आ जाते हैं
लेकिन इसका मुख्य निशाना
मुसलमान हैं)
(कार्टून सतीश आचार्य। साभार ट्विटर)
जिस तरह नाज़ी जर्मनी में
यहूदी बस्तियों की निशानदेही कर
उनका सफ़ाया किया गया
जिस तरह इज़रायली यहूदीवाद
फ़िलिस्तीन में
फ़िलिस्तीनी जनता का
सफ़ाया कर रहा है
और भयानक हिटलरी अपराध कर रहा है
वैसा ही सलूक
हिंदुस्तान में
हिंदुत्व फ़ासीवादी बुलडोज़र
मुसलमानों के साथ
करने जा रहा है
यह बुलडोज़र
अलग-अलग तरीक़े से
देश के कई हिस्से में चल रहा है
यह बुलडोज़र शाहीन बाग़ में चल रहा है
यह बुलडोज़र जहांगीरपुरी खरगोन में चल रहा है
यह बुलडोज़र उत्तर प्रदेश के
कई शहरों में चल रहा है
यह बुलडोज़र
दिल्ली फ़रवरी 2020 में चल चुका है
यह बुलडोज़र कई सालों से
कश्मीर में चल रहा है
हज़ारों कश्मीरी नौजवान
हलाक कर दिये गये हैं
हज़ारों कश्मीरी नौजवान
ग़ायब कर दिये गये हैं
अनगिनत कश्मीरी औरतों ने
सैन्य बलात्कार झेला है
यह बुलडोज़र
गुजरात में
मुसलमान मछुआरों पर चल रहा है
यह बुलडोज़र
दिल्ली की सरहदों पर
किसान जत्थेबंदी को कुचलने के लिए दौड़ा था
यह बुलडोज़र
भीमा कोरेगांव में चल रहा है
और मुंबई की जेलों में
राजनीतिक बंदियों पर चल रहा है
यह बुलडोज़र
बस्तर गढ़चिरौली नियमगिरि पत्थलगढ़ी
में चल रहा है
यह बुलडोज़र
लक्षद्वीप में चल रहा है
यह बुलडोज़र
देश का नया झंडा है
संविधान पार्लियामेंट अदालतें समाचार माध्यम
स्वेच्छा से
इस बुलडोज़र के ग़ुलाम बन चुके हैं
अदालतें तो ख़ास तौर पर
इस बुलडोज़र ने
चमचमाती संवैधानिक संस्थाओं के
खोखलेपन और दोगलेपन को
उजागर कर दिया है
इस बुलडोज़र की आवाज़
हिंदू राष्ट्रवाद की शैतानी आवाज़ है
हिंदुस्तान को नेस्तनाबूद करनेवाली
शैतानी आवाज़ है
जो लोग यह समझते हैं
कि हम मुसलमान नहीं हैं
इसलिए इस बुलडोज़र से बच जायेंगे
वे मुगालते में न रहें
कल उनकी भी बारी आयेगी
कहीं ज्यादा हिंसक तरीक़े से
याद रखिये
नाज़ी जर्मनी में
हज़ारों-हज़ार ग़ैर-यहूदी जर्मन नागरिक
बहुत बर्बर तरीक़े से मार डाले गये थे
जो नाज़ीवाद के विरोधी थे
जो नाज़ीवाद की हां-में-हां नहीं मिलाते थे
हिंदू राष्ट्रवाद-विरोधियों के साथ
यही सलूक
हिंदुत्व फ़ासीवादी बुलडोज़र करेगा
असहमति व विरोध की हर आवाज़
को कुचलेगा
फ़िज़ाओं में चेतावनी गूंज रही हैः
मुसलमानों का जनसंहार करने की
तैयारी चल रही है
हिंदू राष्ट्रवाद-विरोधियों का जनसंहार करने की
तैयारी चल रही है
तो फिर करना क्या है?
वही—
जो शाहीन बाग़ की बहादुर औरतों और मर्दों ने
9 मई 2022 को किया
वही—
जो कम्युनिस्ट नेता बृंदा करात ने
कुछ दिन पहले किया
सड़क पर उतरकर
बुलडोज़र के सामने खड़ी होकर
उसे रोक देना
संदेश बहुत स्पष्ट हैः
हिंदुत्व फ़ासीवादी बुलडोज़र को
रोकने के लिए
हमें सड़क पर उतरना है
हर गली कूचे मुहल्ले को
लड़ाई का मैदान
बना देना है
- अजय सिंह
(लखनऊः 10.5.2022)
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